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आज नेहरू जी प्रधानमंत्री की कुर्सी पर होते तो ऐसे समय में नए संसद भवन बनाने का विरोध करते, नेहरू होते तो आपदा के समय फाल्तू खर्चे का काफी विरोध करते और नेहरू होते तो पटेल शाहब का स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनने का भी पुर्ण रुप से विरोध करते बल्की उसकी जगह....

@puru_ag
@BabelePiyush
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अस्पताल या कालेज बनाने समर्थन करते, यहां तक कि जब नेहरू‌ प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने गांधी जी का स्टेच्यू बनाने का भी विरोध किया, क्योंकि नेहरू विचारों में मानते थे वो गांधी जी को सिर्फ मुर्तियों में हीं दफन नहीं करना चाहते थे, जैसे आज की सरकार ने पटेल शाहब को............
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कर दिया है, बल्की नेहरू जी को गांधी जी के सपनों का भारत बनाना था, गांधी जी के विचारों का भारत बनाना था, लोकतांत्रिक भारत बनाना था, नेहरू जी ने जनता को अलग-अलग किस्म के अनाजों को उगाने के लिए बोला था ताकि अनाज की कमी ना हों और देश का पेट भरे.............
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व हमें अमेरिका के आनाज के भरोसे ना रहना पड़े और हमारा धन भी बचें, लेकिन आज ऐसा नहीं पुंजिवादी व्यवस्था भारत पर हावी हो गई है और इसका परिणाम आज हम सबको भुगतना पड़ रहा है, आज हमें नेहरू जैसे सच्चे मानवतावादी प्रधानमंत्री की जरूरत है!!

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