शर्मा जी
काश्मीर मुस्लिम बहुल आहे,जम्मू हिंदू बहुल
पूर्वापार चालत आलेल्या जिहादी हल्ल्यामुळे काश्मीर मुस्लिम बहुल बनले
अश्या परिस्थितीत काश्मीर वेगळे राज्य बनवले तर ते देशातील पहिले मुस्लिम राज्य बनेल,देशभरात वेगळा संदेश जाईल.भविष्यात वेगळीच समस्या पुढे येईल.5/8/19 पूर्वी JKL हे
तीन प्रांतांचे वेगळे राज्य हॉटेव त्यात लडाख सर्वात मोठा असूनही त्यात विधानसभेच्या फक्त 4 सीट होत्या.
जम्मू व लडाख च्या विधानसभेच्या सीट पेक्षाही तुलनेने लहान असलेल्या काश्मीर ह्या मुस्लिम बहुल प्रदेशात विधानसभा सीट जास्त होत्या.त्यामुळेच जो काश्मीर मध्ये जिंकेल तीच ह्या सर्व
राज्यावर राज्य करत असे.
आता JK हे वेगळे राज्य करताना विधानसभा सीट संख्येचे परिसीमन करून अशी मेख मारली जाईल की ज्या पक्षाला जम्मू मधूनही पाठिंबा मिळेल तोच राज्य करू शकेल.
रोहींगे तसेच जम्मु मध्ये घुसून राहिलेल्यांची ओळख पटवून त्यांना मतदानापासून बाहेर करण्याचे काम केव्हाच सुरू
झालेय.जम्मू काश्मीर हे वेगळे राज्य बनवले की ज्या भागाला पाक आझाद काश्मीर म्हणवतो तो जवळजवळ सगळा भाग ह्याच राज्याच्या नकाशात येतो,आणि गिलगिट बाल्टिस्तान चा सगळा भाग लडाखचाच भाग आहे,आणि लडाख UT बनवलं जाईल अशी आशंका आहे,सरकारची आजवरची देशहितैशी भूमिकेचा विचार केला तर असेच होईल असे
वाटते.गिलगिट, बाल्टिस्तान तसेच आझाद काश्मीर मध्ये पाकिस्तान विरोधी निदर्शने चालू आहेतच.
UN च्या रेझोल्यूशन मध्ये सुस्पष्ट उल्लेख state of jammu, kashmir असाच उल्लेख आहे
मला वाटतं की हा मास्टर स्ट्रोक आहे मोदी सरकारचा
ताजा तरीन बातमी
U turn नियाजी USA च्या भेटीला गेलाय
ये अब रुकनेवाला नही
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मोदी शाह धैर्य से काम ले रहे है,अगर कल्याण सिंह और अटलजी को लोगो ने धोखा नही दिया होता तो आज मोदी ओर शाह खुलकर बताते की तांडव कैसे होता है। हम हिन्दुओ ने अनेक बार जात पात ओर व्यक्तिगत लालच में अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी है। अयोध्या में ढांचा गिरने के बाद यूपी में बीजेपी के
कल्याणसिंह की सरकार को काँग्रेस ने गिराया, जब चुनाव हुए तो हिन्दुओ ने कल्याणसिंह को इनाम देने की बजाय जिहादियों के साथ मिलकर कारसेवकों पर गोली चलाने वाले मुलायम को सत्ता में बिठाया, वही अटलजी के साथ किया। आज सबको अटलजी महान लगते है,पर यही वो जनता है जिसने अटलजी जैसे पुण्य आत्मा
को 5 साल में हटा दिया और जिहादी काँग्रेस वामपंथी गठजोड़ को 10 साल हिलने नहीं दिया। हिन्दुओ की यही व्यक्तिगत स्वार्थ में किधर भी पलट जाने की नीति मोदीशा को तांडव करने से रोका हुआ है ,वरना ये डकैत,खालिस्तानी वामपंथी जितने संगठन है ये फटीचर खड़े_खड़े_मुत_दे पर क्यों की जातीय ढाल
भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की प्लानिंग बहुत माइक्रोलेवल पर चल रही है।कहते हैं बूंद बूंद से सागर भरता है।भारत मे जिहाद इसी योजना पर चल रहा है।UP के ATS ने परसो 2 मौलानाओं को जबरन धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जबरन धर्मांतरण के आरोपी इन मौलानाओं ने
बताया कि वो अब तक 1000 से ज्यादा लोगों को मुसलमान बना चुके है।लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि इन मौलानाओं ने अपना टारगेट किसको चुना? इन्होंने टारगेट किया,दिव्यांग बच्चों को।इन्होंने सबसे पहले ऐसे NGO से संपर्क किया जो दिव्यांग बच्चों की देखभाल करते हैं फिर इन NGOको मोटी रकम देने का
लालच दिया।फंड की कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि फंड तो इनको ISI से मिल ही रहा था,जैसा कि UP ATS ने बताया।
NGO फंड के लालच में आ गए।इसके बाद इन दिव्यांग बच्चों के मन में उनके मूल धर्म के प्रति घृणा का भाव भरा गया और फिर उन्हें कलमा पढ़वा दिया गया।
*#नकली किसानों ने जिस मुकेश ब्राह्मण को जलाया उसका बेटा का सवाल*
*पापा को क्यों जलाया? मुकेश के 9 साल के बेटे ने पंचायत को सुनाया दर्द, टिकैत ने दी ‘इलाज’ करने की धमकी*
*टिकरी सीमा पर ‘किसान आंदोलन’ में मुकेश नाम के किसान को शराब पिला कर ज़िंदा जला दिया गया, ताकि उसे ‘शहीद’
बनाया जा सके। मुकेश की मौत के बाद हरियाणा के झज्जर स्थित बहादुरगढ़ के कसार गाँव में पंचायत हुई, जिसमें रोहतक लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरविंद कुमार शर्मा भी मौजूद थे। पंचायत में मुकेश मुदगिल का बेटा राहुल भी पहुँच गया और सीधे सांसद के सामने बैठ गया। उसकी उम्र मात्र 9 साल है।*
‘दैनिक भास्कर’की खबर के अनुसार,राहुल ने पंचायत से कहा,“आज फादर्स डे है।सभी बच्चे अपने पापा को याद कर रहे हैं।मुझे आज मेरे पापा की याद सता रही है।मेरे पापा ने कभी मुझे नहीं डाँटा।मैंने कभी उन्हें किसी से झगड़ा करते हुए नहीं देखा। आप बस इसका जवाब दे दो कि मेरे पापा को क्यों जलाया?”
*" #गजवा ये हिन्द का वाहक गूगल*
*भारत के खिलाफ अंतिम और निर्णायक युद्ध, फिर होगा इस्लाम का राज’: गूगल ने विरोध के बाद ‘गजवा-ए-हिंद’ एप को हटाया*
*गूगल का सहारा लेकर भी अब इस्लामी आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। शनिवार (जून 19, 2021) को गूगल के प्ले स्टोर पर कुछ लोगों ने
‘गजवा-ए-हिंद’ नाम का एप देखा, जिसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर ट्रेंड करा कर गूगल से अपील की गई कि वो इस एप को अपने प्लेटफॉर्म से हटाए। ‘गजवा-ए-हिंद’ का अर्थ हुआ पूरे भारत पर इस्लाम का कब्ज़ा। इस्लामी कट्टरपंथी और आतंकी अक्सर इस शब्द का इस्तेमाल करते हैं।
इसके तहत वो पूरे भारत को इस्लाम के अधीन कर के यहाँ खलीफा का राज़ स्थापित करने का स्वप्न देखते हैं। इन शब्दों को इस्लामी साहित्य हदीथ के आधार पर बनाया हुआ बताया जाता है। तमिलनाडु के राजनीतिक दल ‘इंदु मक्कल काची’ ने ट्विटर पर इस एप के बारे में शेयर करते हुए लिखा था कि गूगल
झारखंड में काँग्रेस के गठबंधन वाली सरकार में मुख्यमंत्री, JMM के सर्वेसर्वा श्री हेमंत सोरेन 4दिन से दिल्ली में थे।
उसका दिल्ली आने का मकसद काँग्रेस अध्यक्षा सोन्या, राहुल गाँधी से मिलना था। 4 दिन से वो फ़ोन करते रहे दोनों को, मिलने का समय माँगते रहे लेकिन ना तो सोन्या और ना ही
राहुल को अपनी गठबंधन की बची खुची 2-4 सरकारों में से एक के मुख्यमंत्री से मिलने का टाइम मिला।
बेचारे सोरेन साहब 4 दिन तक अपने को जलील करवाते रहने के बाद वापिस लौट गए।
अभी कुछ दिन पहले ही सचिन पायलट को बाकायदा अपॉइंटमेंट देकर बुलाया गया लेकिन पप्पू-पिंकी ना जाने कहा व्यस्त थे कि
पायलट से भी नहीं मिल पाये। सचिन भी असंतुष्ट ही वापिस लौट गये।
आसाम वाले हीमंता सर्मा तो मिसाल बन ही गये हैं। बात करने गए थे पप्पू से लेकिन पप्पू को पिद्दी को बिस्किट खिलाने से फुरसत ही नहीं मिली। वो भी बाहर आ गये और उसके बाद कि कहानी हम सभी को मालूम है।
चमचे कहते हैं कि भाजपा
जनसंख्या नियंत्रण कानून तो देशहित के लिये है भला इसका विरोध क्यू? सोचने वाली बात है। हम 2 हमारे 2 का नारा किसने दिया था।अगर उसी समय इसपर कानून बनाकर सक्ती से लागू किया गया होता तो आज ये दिन देखना नहीं पड़ता
मोदी का प्रयोग
किल एकदम सटीक निशाने पर ठोकी गई है।
जनसंख्या जिहाद करने वाले गद्दारों के पेट में मरोड़ उठने शुरू.
प्रयोग सिर्फ सोनिया गांधी ही थोड़े ही करवा रही है गद्दारों से?
कुछ प्रयोग हिन्दुराजा नरेंद्र मोदी भी करवा रहे हैं अपने सिपेहसालारों से.
पूरे देश में किसी कानून को एकदम से लागू करने में बहुत ज्यादा संवैधानिक रोड़े है।
जबकि राज्यों के अधिकार क्षेत्र को संविधान में बहुत ज्यादा ताकत दे दी गई थी और अब मोदी उसी का फायदा उठाते हुए आसाम व UP में प्रयोग करवा रहे है।
31डिसेंबर2021तक बहुत से प्रयोग होने हैं जिससे गद्दारों व उनकी संस्थाओं के पेट में मरोड़ उठने वाले है।