कांग्रेसी सरकारों के दौर में असम में जगह-जगह जमकर अवैध कब्जे हुए। सरकारी जमीनों पर एक खास वोट बैंक को बसाया गया। अब भाजपा की सरकार इसी कब्जे को खत्म कर रही है, इसीलिए असम को फूंकने की साजिश की जा रही है और सुरक्षाबलों को टारगेट किया जा रहा है। दरांग में यही कहानी दोहराई गई
असम सरकार का यह अभियान कोई आज का नहीं है। अवैध जमीन पर कब्जा हटाने को लेकर नई सरकार बनने के बाद यानी जून से ही अभियान छेड़े हुए है। 20 सितंबर को इसी के तहत दरांग जिले के सिपाझार में प्रशासन ने लगभग 4,500 बीघा जमीन से कब्जा कराया। यहां 800 परिवारों ने अवैध कब्जा जमा रखा था।
गुरुवार को जब प्रशासन ने एक बार फिर से करीब 200 परिवार के खिलाफ इस अभियान को शुरू किया तो अतिक्रमणकारियों ने इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और लाठी-डंडे से लैस होकर पुलिस पर हमला कर दिया। पूर्वी बंगाल मूल के इन मुसलमानों ने पुलिस वालों की जान लेने की कोशिश की।
इसके बाद ही फायरिंग की घटना हुई। यह फायरिंग आत्मरक्षा में की गई मगर अल्पसंख्यक वोट बैंक के भूखे नेताओं ने पूरे मामले को ट्विस्ट करके इसे असम के भाइयों और बहनों से जोड़ दिया।
घटना के विरोध में ऑल असम माइनोरिटीज स्टूडेंट्स यूनियन और जमीयत जैसे संगठनों ने शुक्रवार को दरांग जिले में 12 घंटे का बुलाया है। यह वे संगठन है जिनके पास सिर्फ और सिर्फ कट्टरपंथी मुसलमानों की राजनीति का कॉपीराइट है। इनकी योजना अभी और भी बलवा, उपद्रव व खून खराबा कराने की है।
इन्होंने इसकी खातिर पूरा प्लॉट तैयार कर लिया है। इस प्लॉट की अगली कड़ी के तहत इन्होंने नई मांग पेश कर दी है कि अगर सरकार बेदखल परिवारों को रहने के लिए जमीन नहीं देती है तो मृतकों के शव उनके परिवार नहीं लेंगे। यानि जानबूझकर आग और भड़काई जा रही है।
इस घटना के दौरान जो भी गतिविधियां नियम कानूनों के खिलाफ देखी गईं, उस पर सरकार ने तुरंत कार्रवाई की। प्रदर्शनकारी के शव के साथ बर्बरता करने वाला कैमरामैन गिरफ्तार हुआ। इस घटना का खुद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने संज्ञान लिया।
मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने की होड़ में जुटे ये राजनीतिक दल इस सच को बताने में गुरेज कर रहे हैं कि इन अतिक्रमणकारियों ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करते हुए पहले पथराव शुरू किया जिसमे 9 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।क्या इन पुलिस वालों के परिवार नही हैं? या इनके कोई मानवाधिकार नही हैं?
राहुल गांधी असम में अवैध कब्जा करने वाले मुसलमानों के साथ खड़े हैं। उनका ट्वीट इसी बात की गवाही दे रहा है।
असम कांग्रेस पूरी तरह से इन अवैध मुस्लिम कब्जेदारों के पक्ष में उतर आई है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने खुलकर अतिक्रमणकारियों का सपोर्ट शुरू कर दिया है।
उनका बयान है कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मनमानी के चलते 1970 के दशक से धौलपुर में बसे लोगों से जमीन खाली करवाई जा रही है। सरकार को हटाना ही था तो पहले उनके रहने की व्यवस्था करते। जबकि बेदखल करने से पहले सरकार को इन लोगों को फिर से कहीं और बसाने की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
यानी अवैध घुसपैठ और अवैध कब्जा करने वालों के लिए सरकार से डिमांड की जा रही है कि वह इनके रहने का इंतजाम करे। यह डिमांड वे लोग कर रहे हैं जिन्होंने सालों साल इन अवैध कब्जेदारों को अपना वोट बैंक बनाकर ज़मीनों पर अवैध कब्जे करवाए हैं। असम के मूल निवासियों का हक मारा है।
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
‘जय श्री राम’ नारा को बदनाम करने का टूलकिट: 17 घटनाएँ, जब झूठ निकला जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाने वाला दावा
‘जय श्री राम’ जैसे पवित्र शब्द को बदनाम करने के लिए कई सालों से कोशिश की जा रही है, खासकर 2014 के बाद एक सुनयोजित अभियान चलाया गया है #JaiShriRam
‘मुस्लिम बुजुर्ग को पीटा-दाढ़ी काटी, बुलवाया जय श्री राम’
आरोप लगाया गया कि यूपी के गाजियाबाद में एक मुस्लिम बुजुर्ग से जबरदस्ती ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया, पिटाई और जबरन दाढ़ी शेव कराया गया।
बाद में ये मामला ताबीज को लेकर मारपीट का निकला और आरोपी आरिफ, आदिल और मुशाहिद निकले
मुस्लिमों ने ही मस्जिद की दीवार पर दंगा भड़काने के लिए लिखे ‘जय श्री राम’
तेलंगाना के भैंसा में मस्जिद की दीवारों पर ‘जय श्री राम’ लिखने वाले लोगों की CCTV फुटेज से पहचान की गई। एक की पहचान मोहम्मद अब्दुल कैफ के रूप में हुई और दूसरा नाबालिग निकला
India has managed to produce a whopping 50,000 'Made in India' ventilators in a single year, strongly ramping up production amid the COVID-19 pandemic. But Congress is busy using toolkit against #PMCares ventilators
The central govt is doing everything to support states. But states like Maharashtra, Jharkhand and Punjab are not even ready to use those ventilators. This is Congress conspiracy. #CongressVentilatorConspiracy
India is united in fight against Covid pandemic.But Congress is in power war within the party. Look at the internal fight within Cong in Cong ruled states
Punjab: Punjab has the highest mortality rate but the Capt Amrinder Singh is busy in fight with Navjot Siddhu & others (1/n)
Maharashtra: Maharashtra has created a record in number of Covid cases & deaths. but the members of Vasooli alliance are busy in ‘credit’ fight and Vasooli (2/n)
Rajasthan: When the state needed Governance, the govt was busy in the famous fight between Rajesh Gehlot & Sachin Pilot. Even now villages of Rajasthan are suffering, but the prime focus of CM Gehlot is in fight for power with Pilot. (3/n)
Understand the pattern of Mamata Banerjee. She has a history to skip meeting with PM Modi since 2014 on national interest issues.
In 2014, she skipped Chief Ministers meeting with PM to discuss the plan panel structure (1/n)
In 2015, Mamata Banerjee skipped the meeting with PM Modi on land bill (2/n)
In 2019, Mamata Banerjee skipped the meeting of the Niti Aayog Governing Body. Also she has not participated in a meeting on 'One Nation, One Election' (3/n)
In the time of the pandemic, when the whole country stood together, Congress was busy using a toolkit to spread hate and negativity against India, Indian PM & Indian Culture #CongressToolkitExposed
Congress has directed its IT cell to promote Kumbh gathering as 'Super Spreader' and Eid as 'Happy Social Gathering of Families & Communities'
Congress IT cell is busy with only one agenda since 2014: Dismantle the image of PM Modi.
➡️Using International media against Modi
➡️Using pics of funeral & dead bodies
➡️Giving the name of 'Indian Strain' to the virus (China also wants this) #CongressToolkitExposed