थ्रेड
क्या सारा इल्जाम आ-तंकी #BijoyBaniya
पर ही लगनी है?
या @assampolice जिसने Civilian पर गाेलियां चला कर अपना बर्बर चेहरा दिखाया उन पर भी हत्या का आराेप तय हाेगा?
आप केवल इस कैमरामैन काे दाेष मत दीजिए, असम पुलिस काे भी कटघरे में खड़ा कीजिए जिसने वहां मुसलमानों का नरसंहार किया
आप @himantabiswa की भी बात कीजिए जिसने800मुस्लिम परिवारों का घर उजाड़ दिया मस्जिदों काे ताेड़ा गया जब इतने में मन नही भरा ताे लाठी,डंडे,बल का प्रयाेग कर खुनी खेल खेला गया
जिस कैमरामैन काे अरेस्ट करने की बात की जा रही है दरअसल @assampolice इसके आड़ में अपना बर्बर चेहरा छुपा रही है
सारा जाेर ताे बस मुसलमानों पर ही चलना है क्याेंकि ना ताे इसके आगे-पीछे काेई है और ना ही काेई खुलकर विराेध करने वाला है,
अगर विराेध करेगा भी ताे इल्जाम भी मुसलमानों पर ही लगा कर मैटर close कर दिया जायेगा.
पहले मुसलमानों काे illegal बताओ फिर जब प्रदर्शन करे और इंसाफ मांगे ताे लाठी, डंडाें से और गाेलियाें से भून डालाे फिर कह दाे कि यह ताे सेल्फ डिफेंस था
है ना @DGPAssamPolice ??
जहां देखाे हर काेई मुसलमानों काे टांगने में लगा रहता है
मुसलमानों के खिलाफ जाे जितना ज्यादा जहर उगलता है Majority वाले समाज उसे हाथाें हाथ लेते हैं
आप अलीमुद्दीन अंसारी काे ले लीजिए जिसके हत्याराें काे फूल-मालाओं से स्वागत किया गया था..
आप आसिफा हत्याकांड काे ले लीजिए जिसके रेप आराेपियाें के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाला गया था।
आप अफराजुल के हत्यारे शंभू रैगर काे ले लीजिए जिसे कानूनी सहायता पहुंचाने के लिए पैसे इकट्ठे किये गए थे
आप इस सड़े हुए समाज से क्या उम्मीद रख सकते हैं?
जिसके छाेटे से लेकर बड़े, बूढ़े तक के जेहन में मुसलमानों के प्रति जहर भरा हुआ है
आप अंदाजा लगाइये कि @assampolice
जिसने सरेआम गाेलियां चलाई उसके समर्थन में #हैशटैग चलाया गया
इनके दिमाग में मुस्लिमों के प्रति कितना जहर भरा है आप साेचिए कि एक मुसलमान के हत्या पर यह लाेग कितना खुश हाेते हाेंगे?
मतलब अब यह देश पुरी तरीके से Anti-Muslim के रास्ते पर चल पड़ा है
यहां मुसलमानों के खिलाफ जाे जितना ज्यादा जहर उगलेगा उसे हाथाें हाथ लिया जायेगा, फूल, मालाओं से स्वागत किया जायेगा लेकिन एैसे मानसिकता वाले काे सुधारा नही जायेगा बस सारा ज्ञान मुसलमानों काे दिया जायेगा।
एक सवाल यह भी पैदा हाेता है कि Bijoy Bania जैसे लाेगाें काे काैन radicalize कर रहा है?
काैन इन जैसाें के दिमाग में जहर भर रहा है?
काैन इन्हें मुसलमानों से नफरत और घृणा करने की तालिम दे रहा है?
अब भी समय है अपने समाज काे सुधारिए वरना आग सब काे अपने लपेटे में लेंगे
@assampolice इतनी घटिया हरकत करेंगें
यह साेचा नही था
माेईनुल हक को मारने के बाद पुलिस उसे घसीट कर ले गयी, उनके मृत शरीर काे जेसीबी से लटका कर एक जघन्य अपराध का काम किया है लेकिन उन पुलिस वालाें पर काेई कारवाई नही, बस उस आतंकी पत्रकार का नाम उछाला गया @DGPAssamPolice इसका जवाब है?
मुसलमानों अल्लाह काे याद कराे,अपना ईमान पुख्ता कराे, एक अल्लाह पर भराेसा रखाे,गुनाहाें से ताैबा कर अल्लाह से अपनी बख्शीश तलब कराे, क्याेंकि अल्लाह ने कुरान के अंदर खुद कहा है "तुम ही सर बलंद रहाेगे, अगर तुम माेमिन हाे"
माेमिन बनकर अल्लाह और उसके रसूल के हुक्म की तामिल कराे वरना
दुनिया की मुश्किलें कम नही हाेंगी,
अल्लाह हम सब काे नेक अमल की ताैफिक दे..
आमीन
हमें आजादी एैसे ही नही मिल गए इस देश काे आजाद कराने के लिए हमारे उलेमा और अकाबीरीन नें अपनी जान और माल तक कुर्बान कर दिए,
तब जाकर हमें यह आजादी मिली
अंग्रेजाें के खिलाफ जंग-ए आजादी की शुरुआत सबसे पहले नवाब सिराजुद्दाैला ने 1756 में की थी
फिर हम शेर-ए हिंद टीपू सुल्तान काे कैसे भूल सकते हैं जिन्होंने अंग्रेजों के अंदर हड़कंप मचा दी थी और इस देश काे बचाने की खातिर 1782 से लेकर 1799 तक एक अकेले अंग्रेजों के ललकारे और उन सब की कमर ताेड़ दी फिर लड़ते हुए इस देश की खातिर अपनी जान कुर्बान कर दी
1857 में अंग्रेजाें के खिलाफ फिर यह जंग शुरू हुई जिसमें बहादुर शाह जफर और उसके दाे बेटे और एक पाेते शहीद कर दिए गये.
जंग-ए आजादी की तहरीक और उसके बानी हाेने का शर्फ #हुज्जतुल_इसलाम हजरत माैलाना शाह अलिउल्लिाह माेहाद्दिस देहलवी हैं जिन्होंने अग्रेंजाें और मरहटाें काे खदेड़ा था