जैसे कि हमने अपनी पिछली पोस्ट मे बात की थी एक से ज़्यादा निकाह की तो आज हम अपनी बात को आगे बढ़ाते हैं और बात करते हैं, इस सुन्नत के पीछे छिपी हुई हिकमत की, जैसे कि हमसब जानते हैं की कोई भी सुन्नत बिना हिकमत के नहीं है____1/11
यानि हर सुन्नत के पीछे कोई ना कोई बेहतरीन हिकमत ज़रूर होती है___"
•अलबत्ता हमे उसको समझने मे या उसको जानने मे परेशानी की सामना करनी पड़ती है,कई बार तो ऐसा भी होती है कि हम हिकमत भी जानते हैं और उसकी अजर भी जानते हैं जो हमे रोज़े हश्र मे मिलेंगी, लेकिन उसके बावाजूद
हम ऐसी सुन्नतो पर अमल करने से कतराते हैं, क्यूंकि हमे मुआशरे से डर लगता है, क्यूंकी आजकल हमने अपने रब से डरना छोड़ दिया है बल्कि मुआशरे से बहुत ज़्यादा डरने लगे हैं, और जब तक ऐसे ही रहेगी हमारी हालत बद से बदतारीन होती जाएगी___"
•क्यूंकी मोमिन का काम है सिर्फ और
सिर्फ अपने अल्लाह की फर्माबर्दारी करना और उसी से डरते रहना, लेकिन अफसोस आज हम एकदम उल्टा काम करने लगे हैं, हम अपने आपको मोमिन भी कहते हैं और अल्लाह से डरने की जगह हम मुआशरे से और अपने आस पास के लोगों से डरने लगे हैं, हमे फर्क नहीं पड़ती है कि हमारे अल्लाह ने हमे क्या हुकुम दी है
और हम क्या कर रहे हैं___"
जब अल्लाह ने हमे एक से ज़्यादा निकाह का हुकुम दिए है तो हम आख़िर पीछे क्यूँ हट रहे हैं, जब की इसके पीछे बहुत बड़ी हिकमत छुपी हुई है, अल्लाह ने ये हुकुम दिया है ताकी जो औरतें तलाक शुदा हैं, या जिनके शौहर की वफात हो गई है यानि दुनिया से जा चुके हैं,
उनसे दुबारा निकाह करके आप उनको नई ज़िन्दगी दे सकते हैं, और उनके बच्चों की भी परवरिश अच्छे से हो सकती है,यानि आपके सहारे एक य़ातिम या बेसहारा को सहारा मिल जाएगी, और जीने का हक़ तो उनकी भी है, आप उनके साथ हुस्न ए शुलूक करेंगे तो अल्लाह ताला आपके दरजे बुलंद करेगा,
और हाँ इस बात से ना डर जाना की आप एक और निकाह कर लेंगे तो उनका खर्चा कैसे चलेगी___"क्यूंकी अल्लाह ने बहुत साफ साफ बता दिया है की देने वाला सिर्फ और सिर्फ वही है और वो ही हमेशा अपने बन्दों को देता है, उसने एक दुसरे की किस्मत जोड़ी है और जो आता है वो अपनी क़िस्मत का लेकर आता है,
क्या मालूम आपकी क़िस्मत मे जो आने वाली है उसकी किस्मत जुड़कर एक नई किस्मत पैदा हो और आपको दिन और रात तरक्की मिले, इसलिए इस बात को सोच कर कभी भी गमज़दा ना हो, क्यूंकि ऐसा कभी नहीं होने वाली है, इसके अलावा अल्लाह ने हुकुम दिया है आप कुवांरी लड़कीयों से भी निकाह कर सकते हैं___"
आप आजकल देख रहे हैं की लड़कों की तादाद लड़कियों की तादाद से कम है, यानि हर 1000 लड़कियों पर सिर्फ 900 लड़के हैं, अब सवाल ये पैदा हो रही है कि आख़िर 100 लड़किय़ाँ कहाँ जाएंगी____"
1__-:- क्या उनको जीने का हक़ नहीं है?
2__-:- क्या उनकी शादी नहीं होनी चाहिए?
3__-:- क्या उनको ऐसे ही ज़िन्दगी काटनी पड़ेगी?
4_____" या फिर वो कोई गलत रस्ता चुन कर उसपर चलने लगें___, जिस से उनकी आने वाली नसलें भी बर्बाद हो जाएं___:- सवाल बहुत सारे हैं, लेकिन आज के लिए बस इतना ही____•••
नोट___:- गलत रास्ते से वही मुराद है जो आज हमारे नजरो के सामने है,
आए थोड़ी तवज्जो दी जाए ये तमाम वीडियो पर जो काफी भाईयों ने मुझे ईन वीडियो पर Mention किए है___"
जानते है आखिर ये सब वीडियो पर मुझे ही क्यूँ mention करते है, तो जान ले आज, क्यूंकि मैंने इस मुहिम को छेड़ रखी है___और मारते दम तक इस मुहिम में शामिल रहूँगी___1/13
जब तक संगी द्वारा फैलाई गई गंदगी साफ ना हो जाए हमारी मुआशरों से तो, आए एक नई वीडियो के साथ अपनी बात रखती हूं जो वीडियो मऊ की बताई जा रही है__"लेकिन इस तरह की हज़ारो वीडियो मेरे पास आती रहती है, लेकिन मैं शेअर नहीं करती हूं, क्योंकि अपने ही लोग सबसे पहले मुझे नसीहत करने लगते हैं
खैर इस वीडियो पर या mention किए गए तमाम वीडियो पर मैं कुछ नहीं कहूँगी, लेकिन एक बात जरूर कहूँगी___••…
तो आए आगे बड़ने की कोशिश करती हूं''
1___:-आज इस बदलते वक्त के साथ मुसलमानों ने खुद को बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, आलीशान मकान बनवाने में मुसलमान पीछे नहीं,
बहुत बहुत धन्यावाद देती हूं हाई कोर्ट को जिन्होंने सही फैसला सुनाए है___"
मैं तमाम मुस्लिम भाईयों से अपील करती हूं ये फिल्म जरूर देखने जाए, बस आपकों इस फिल्म को देखने की नज़रिए को बदलनी होगी, करनी ये है कि हर एक सीन को उल्टा समझ लें___" क्योंकि जैसे कि कोर्ट ने भी साफ साफ 1/5
लफ़्ज़ों मैं कहीं है कि लव जिहाद कोई साज़िश है इसकी कोई सबूत नहीं है, लेकिन आज हम सभी जानते है और वो सड़ी हुई समाज भी बखूबी जानते है कि ये हक़ीक़त भी है, भगवा लव ट्रेप एक साज़िश है, जो आए दिन हमारी मुआशरे की मुस्लिम ख़्वातीनों को फाँस रहे हैं उसकी जिन्दगी बर्बाद कर रहे हैं___"
भगवा लव ट्रेप की साज़िश को एक दो लफ़्ज़ों मैं बयां नहीं कर सकती हूँ ये बहुत बड़ी साज़िश के तहत ये संघी हमारी मुआशरे की ल़डकियों को कैसे अपने झूठे प्यार मोहब्बत की दुहाई दे कर फाँस रहे हैं उनकी जिंदागी बर्बाद कर रहे हैं, इसकी सबूत मुझे देने की कोई जरूरत नहीं है, ऐसे कई बयान आपको
जैसे कि हम जानते हैं, की निकाह एक अज़ींम सुन्नात है, जिसे अल्लाह ने भी बहुत पसंदीदा करार बताया है, तो आखिर इस पसंदीदा चीज़ के कुछ कवाइन भी ज़रूर हैं यानि बुनियादी बातें भी बताई गई हैं, आज हम अपनी इस पोस्ट मे कुछ ऐसी ही बातों___1/8
1___:- निकाह मस्जिद मैं होनी चाहिए, जी हाँ सबसे पहला निकाह का कानून यही है, जिसको अल्लाह के रसूल ﷺ ने भी बहुत पसंदीदा करार दिया है, और आपने अपनी बेटियों का निकाह मस्जिदों मे ही किया था, अब सोचने वाली बात ये है,की जब अल्लाह के रसूल ﷺ ने इसको
सबसे बेहतर बताया है तो फिर हम कौन होते हैं इसमे तब्दीली करने वाले___"
और जो शान आपकी बेटियों की है फिर आखिर और कोई बेटी है जो इस शान की बराबरी कर सके___"
जवाब मिलेगी हरगिज़ नहीं, क्यूंकि उनकी शान को छुने की गुस्ताखी कोई नहीं कर सकती, लेकिन हम लोग ये सब जानकर भी अपनी
एक वीडियो मेरे पास आई है मुझे देखने के बाद मुझसे रही नहीं गई__" लिहाज़ा ज्यादा से ज्यादा शेअर करे ताकि वो जान सके कि उसके जाने के बाद उसकी माँ की हालत कितनी खराब है, ये मुआशरे की ल़डकियों को हो क्या गई है सब कुछ देखते हुए भी ये काम कर रही है लड़की की माँ की हालत___1/13
देखिए कैसे उस लड़की की वालिद अपनी भागी हुई बेटी से अपील गुजारिश कर रहे हैं___"
किस तरह अपनी दीन ए इस्लाम और अपनी वालिदा वालिदैन को रुसवा करके गैरों के प्यार मोहब्बत करती है फिर जब घर वाले उसके प्यार मोहब्बत के खिलाफ आवाज उठाते है तो घर से भाग जाती है__" इन्हें जरा भी इल्म नही
होती ऐसा करने के बाद उसके घर वालों पर क्या वित्ती उन्हें जरा भी एहसास नहीं होती है, इस वीडियो मैं एक वालिदैन/मां की ममता और बाप की बेबासी देखी जा सकती है, इतना कुछ होने के बाद भी वालिद/वालिदैन की हालात देखिए कि उन्हें अभी भी उम्मीद है कि मेरी बच्ची वापस आ जाएगी___"
जैसा कि हम जानते हैं की निकाह अल्लाह के प्यारे महबूब और हमारे नबी ए करीम मुहम्मदﷺ की एक अज़ीम सुन्नत है__" लेकिन आज मुसलमानों ने इस सुन्नत को अपनी मरज़ी से ढाल दिए है, लोग अपने हिसाब से रसुमात बनाए जा रहे हैं___1/12
आज निकाह मे सुन्नत से ज़्यादा रसमों को तरजीह दी जाने लगी है, हर मुसलमान अपने इलाके के हिसाब से रसुमात पूरी करते और करवाते है, निकाह अब शादी मे तब्दील हो गई है और शादी एक पार्टी मे जहां हजारों बराती होते हैं, लड़की वालों पर बोझ बनने के लिए__"
अब निकाह सादगी से नहीं बल्कि अपनी ताकत और शोहरत के मुज़ाहिरे की एक तरिका बन गई है, और आज लोग इसको अपनी शोहरत को दिखाने के लिए बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं, अब शादी और निकाह सुन्नत के तो आस पास से भी नहीं दिखाई देती, अगर बात करें शादी की तो निकाह ही ऐसी चीज़ है,
अल्हम्दुलिल्लाह___"#टीम_BBM_SBM_भोपाल लगातार भोपाल में अलग अलग मोहल्लों में ग़ुस्ल जनाज़ा ट्रेनिंग कैंम्प लगा कर हमारी मुआशरे की मुस्लिम ख़्वातीनों घर की माँ बहनों की तरबियत कर रही हैं उसी के तहत कल 29/09/2021 बाद नमाज़ ज़ोहर 2 बजे से___1/4
मस्जिद हाता सिकन्दर कुली खान ऐशबाग स्टेडियम रोड मे ग़ुस्ल जनाज़ा ट्रेनिंग कैंम्प के साथ पर्सनालिटी डेवलपमेंट और माशरे को लेकर तरबियती प्रोग्राम रखी गई जिसमे काफी तादात में माँ और बहनों ने शिरकत की___"
मेरी I'd पर लगातार कल रिपोर्ट हो रही थी इसलिये कल ये पोस्ट नहीं कर पाई
ऐसी और भी तंजीमें प्रोग्राम करने लगे तो तो मुझे यकीन हो जाएगी कि मेरी छेड़ी गई मुहीम रंग ला रही है___"
मैं तमाम मुआशरे के ज़िम्मेदार लोगों से अपील गुजारिश करूंगी की आप सभी भी अपने अपने तरीकों से अपने गांव मोहल्ले मैं ऐसी ही प्रोग्राम करें और रखे ताकि लव ट्रेप की बड़ती तेजी