How UP is becoming the Bhakti state for Hindus,
Actually UP is the state where many incarnations happened like
Shri Ram ji in Ayodhya
Shri Krishna ji in Mathura
Shri Parashuram ji in Shahjahanpur
Maa Vindhyawasini in Mirjapur
Varah Avtar in kasganj
Baba vishwanath in kashi
Prayag is known to everyone.
Chitrakoot is known to everyone.
Lets start with prabhu shri Ram chandra birthplace i.e. Ayodhya
Everything is grand about the developmental agenda for Ayodhya and the upcoming Ram Temple. From a bell weighing 2100kg to a 824-ft tall Ram statue to an international airport to a 5 star hotels.
World-class resorts to a cruise on the Saryu River – everything on agenda is planned to make the birthplace of Lord Ram become what one can only dream of. The world’s tallest Ram statue in Ayodhya will supposedly dwarf the Statue of Unity in Gujarat.
Recently, the UP government sanctioned Rs 446 crore, 20% of the total Ayodhya development project cost.
Also Shri Ram temple will be completed in Dec 2023.
Next is Vindhya Coridoor..
Mirjapur ❎
Vindhyanagar only name is not changed but the condition is also changed in pic it is totally clear what is the vision of yogi ji,
For this yogi govt released 313 crore rupee and work is gping on.
Next is Sookar Teerth kshetra in kasganj UP.
Sookar,Soroan,kasganj is known for Varaha avtar it was pending demand of saints to declare that area as Teerth kshetra,Finally yogi ji did it and now in that are meat and liqour shops are banned also development work is going on.
In Mathura
Yogi ji launched 41 infrastructure projects for the district worth Rs 346 crore.
He announced 10 acres of land for the 'samadhi' of saints and another 10 acres for the protection of cows.
Also 1000 beds for widows living there also Rope way in Barsana.
For Baudhhists he developed An International Airport in Kushinagar where international flights can take off.
For prayag picture speaks louder,
Approx 15 crore people came here in prayag and no difficulty was faced by them in 2019.
But in 2013 approx 20-30 people died because of mismanagement of akhilesh.
Mnagement was outstanding.
For Banaras kashi vishwanath coridoor is known to everyone So I dont need to tell much about them
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Alarming situation in UP,
ऐसा लग रहा है सबकुछ ठीक चल नहीं रहा है।
कोई भी विभाग अपना कार्य ठीक से कर नहीं रहा।
UP BJP में उच्च स्तर की गुटबाजी होती हुयी दिख रही है और ये विभागीय स्तर पर भी है।
@myogiadityanath जी कृपया ध्यान दें।
जैसे विद्युत आपूर्ति पिछले कार्यकाल में @ptshrikant के समय में सर्वोत्तम थी लेकिन वर्तमान समय में ये उस जमाने की याद दिलाती है जब यादव जी के समय में गर्मियों में छत पर बिस्तर बिछाना कम्पलसरी होता था।
खैर ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान में यही हाल है
@ptshrikant शहरी क्षेत्रों के लिये ज्यादा नहीं 10% और बुरी व्यवस्था करनी पडेगी।
स्वच्छता विभाग का ये हाल है कि विधायक जी अपने मोहल्ले में ही कूडे के लगे अम्बार को नहीं हटवा पा रहे विधायक जी को विधायक बने हुये 7 साल हो गये।
If I say He was the greatest man of the 19th century who showed the power of spirituality to the world.
As a country we are doomed as we have not learnt anything from him besides celebrating his birthday as #NationalYouthDay while many scientists of the world learnt from him.
Swami ji with Nicola tesla,
In 1895 swami ji shared Nicola the idea of energy and matter to be one and requested him to prove mathematical expression over it but he could not but 10 year later Einstein proved it by E equals to Mc^2.
Tesla started learning vedic scriptures and he started writing sanskrit words as it is in the sanskrit,
When Tesla died he was working on Scalar interferometer in sanskrit which is known as Brahmastra but as he promised Swami ji he did not share it with US army.
#प्रवासी_भारतीय_दिवस
यह प्रतिवर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन गान्धी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत भेजे गये थे।
मूलत: उनको भारत भेजने का उद्देश्य था उस समय प्रथम विश्व युद्ध चल रहा था और अंग्रेजों की फौज में भारतीय सम्मिलित नहीं हो रहे थे
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क्योंकि गान्धी की छवि उस समय भारतीयों के लिये अच्छी बनी थी अत: अंग्रेजों ने इसी छवि का लाभ लेते हुये इनको इस काम पर लगाया ताकि गान्धी भारतीयों की भर्ती करा सकें और प्रलोभन दिया कि अंग्रेज प्रथम विश्व युद्ध के बाद भारत को आजाद कर देंगे।
फलस्वरूप झांसे में आकर भारतीय अंग्रेजों की फौज में शामिल हो गये और युद्ध समाप्ति के बाद भारतीय वही गुलाम के गुलाम रहे और गान्धी को अंग्रेजों के द्वारा एक उपाधि दे दी गयी
जो कि रानी विक्टोरिया के अतिरिक्त किसी को भी न दी गयी थी और वो उपाधि थी केसर-ए-हिन्द।
RSS जिसे आम बोलचाल की भाषा में संघ कहा जाता है, इसकी स्थापना विजयादशमी के दिन हुई थी। 27 सितम्बर 1925 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना इनके संस्थापक डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की थी। #RSS_स्थापना_दिवस #RSSVijayadashami2022
आरएसएस की स्थापना (rss ki sthapna) बिलकुल ही अलग तरीके से हुई थी। डॉक्टर जी ने अपने घर 15-20 चुनिंदा लोगों को बुलाया और उनसे कहा कि आज से हम संघ शुरू कर रहे है और संघ शुरू हो गया। संघ शुरू करने का केवल एक ही मकसद था कि ब्रिटिशराज भारत में हिंदुओं को संगठित करना।
शुरुआत में संघ के सदस्यों को सभासद कहा जाता था और सारे सभासदों से इतनी उम्मीद रखी जाती थी कि वे पर्याप्त मात्रा में व्यायाम करें और सप्ताह में एक बार सभी सभासद इकट्ठा हो।
Property.. 1- Indian Army - 18 lakh Acre 2- Indian Railway - 12 Lakh Acre 3- Waqf board - 8 lakh Acre
And you will be surprised In 2009 waqf board has 4 lakh acre land
that means in just 13 year they have doubled their property.
How?
वक्फ बोर्ड की शुरूआत 1947 में नेहरू लियाकत समझौते से हुयी..
जहां ये तय किया गया कि जो जमीन मुसलमान अपनी भारत छोड़कर पाकिस्तान जायेंगे वो सारी सम्पत्ति वक्फ बोर्ड की होगी।
दूसरे मायनो में बंटवारा तो हुआ लेकिन मुसलमान उसी तरह भारत की जमीन पर अपना हक जताते रहे जैसा वो पूर्व में किये
1954 में वक्फ बोर्ड का गठन हुआ जहां एक ओर पाकिस्तान ने तो नेहरू लियाकत समझौते को लतिया दिया लेकिन भारत उस पर मेमने की भांति अडिग रहा पता नहीं क्या डर था भारत को।
खैर 1995 में नरसिम्हा राव आये और बाहें खोलकर वक्फ को सब लुटा दिया।