मोदी जी को मैं बधाई देना चाहूंगा कि जो काम नेहरू, पटेल , श्रीमती इंदिरा गांधी ,राजीव गांधी ७०सालों में नही कर पाये वह काम मोदी जी ने ७ साल में ही कर दिखाया , संघ के गलीज घिनौन चेहरे के उपर लगाया गया देशभक्ति का नकाब जो नेहरू से लेकर राजीव तक नहीं हटा सके , मोदीजी ने ७ साल मे
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चिथड़ा करके संघ को नंगा कर दिया।अटल , अडवानी में थोड़ा लाज शर्म बची थी ,गोड़से का मंदिर बनाने को सोच नहीं सके या सोचे भी हो तो जबान तक ला नही सके,लेकिन मोदी जी ने तो भगवा में लिपटे गुंडे मवालियोंको धर्म संसद की आड़ में खुले आम छूट देकर मोहन भागवतके संघ के नापाक इरादे को देश के
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सामने बेनकाब कर दिया..इसके लिये मोदी जी ने जो जहर पिया है वह आम आदमीके बरदास्त के बाहर है, आजाद भारत के इतिहास में जितना गाली मोदी जी सुन और सहे होंगे शायद ही कोई दूसरा प्र. मंत्री नहीं सुना होगा। एक बार फिर बता रहा हूँ समझ लो.....मोदी जी ने कोई नया समाज नहीं बनाया है, भारतीय
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समाज अपने मूल रूप में सदियों से है ही एकदम सड़ा हुआ और गलीज़...मोदी जी ने केवल जो मुखौटे/और चादरें देशभक्ति की संघ ने ओढ़ रखी थी उसे हटा दी हैं.....
गेरूआधारी गुंडे मवाली सड़क पर आकर नंगा नाचने लगे , संघी भागवत उसे धर्म संसद बताते हैं....
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मोदी को पता हैं गांधी तो किसी भी प्रकार के हिंसा मान अपमान से इम्यून ( असरहीन) हैं लेकिन ये मंदिर में मिलने वाले भीख पर जीने वाले भिखारी भगवाधारी लंपट मवाली जो धर्म का ठीका लिये हुये थे सबको बेनकाब करके रख दिया।
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काशी मे महादेव को भी कारपोरेट के संरक्छण के दायरे में रख कर भगवाधारी गुंडे मवालियों को बेरोजगार कर दिया......इसका असर आने वाले दिनों मे साफ साफ दिखाई देगा....,हर हर महादेव के साथ हर हर मोदी करने वाले एक जमात भी पैदाकर दिया......
6 @BramhRakshas
भरत खण्डे इलेक्शन मुनि के आश्रमें एक चूहा रहा करता था।मुनिश्री के चारों ओर उछल कूद करता था।मुनि भी उसको बहुत प्यार करते थे। इसी कारण वो इलेक्शन मुनिश्री के कुछ ज्यादा मुंह लग गया । एक दिन उसको सहमा-सहमा देखकर मुनि ने पूछा बेटा तुमको हमारे लोकतांत्रिक आश्रम में क्या कष्ट है जो
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इतने सहमे हुए रहतेहो?चूहेने कहा बाबा वैसे तो यहां सारा सुख है मगर आपके आश्रममें ये जो इटैलियन बिल्ली है,मुझे देखकर अक्सर गुर्राती रहती है।मुनिने कहा तो इसका निराकरण क्या हो सकताहै?चूहेने कहा कि महाराज आप मुझे भी बिल्ली बना दें।सुनते ही मुनिश्री ने कहा एवमस्तु तुम बिल्ली बन जाओ।
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अब वो चूहा बिल्ली बन गया। जो पहले चूं..चूं..चूं..चूं करता था अब म्याऊं-म्याऊं करने लगी। फिर भी वो सहमी -सहमी रहने लगी। एक दिन फिर मुनिश्री ने पूछा क्या हुआ तुम क्यों सहमी रहती हो। बिल्ली ने दुख से कहा बाबा आपके आश्रम में वो जो वाम पंथी कुत्ता है वो मुझे बहुत परेशान करता है। आप
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एक बार दो बहुमंजिली इमारतों के बीच बंधी हुई एक तार पर लंबा सा बाँस पकड़े एक नट चल रहा था,
उसने अपने कन्धे पर अपना बेटा
बैठा रखा था।
सैंकड़ों, हज़ारों लोग दम साधे देख
रहे थे।
सधे कदमों से, तेज हवा से जूझते हुए अपनी और अपने बेटे की ज़िंदगी
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दाँव पर लगाउस कलाकारने दूरी पूरी करली
भीड़ आह्लादसे उछलपड़ी,तालियाँ,सीटियाँ बजनेलगी
लोगउस कलाकारकी फोटो खींचरहे थे,उसके साथ सेल्फीले रहेथे।उससे हाथ मिला रहेथे
औरवो कलाकार माइकपर आया,भीड़को बोला,
क्या आपको विश्वासहै कि मैं यह दोबाराभीकर सकताहूँ
भीड़ चिल्लाई हाँ हाँ,तुम कर सकतेहो।
उसने पूछा,क्या आपको विश्वास है,भीड़ चिल्लाई हाँ पूरा विश्वासहै,
हमतो शर्तभी लगा सकते हैं कि तुम सफलतापूर्वक इसे दोहरा भी सकते हो।
कलाकार बोला, पूरा पूरा विश्वास है ना l
भीड़ बोली, हाँ l
कलाकार बोला, ठीक है,कोई मुझे अपना बच्चा दे दे,मैं उसे अपने कंधे पर बैठाकर रस्सी पर चलूँगा।
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राष्ट्र प्रथम या..
ऐसा का ऐसा सवाल चाणक्य ने सदियों पूर्व कियाथा..जिसे भाजपाने पकड़ लिया..आज तक ढोती आ रहीहै।
आपसे यह सवाल आज फिर पूछा जाए..राष्ट्र प्रथम या राज्य(प्रदेश)प्रथम..आप फिर चाणक्य_कही में फंस जाओगे
निश्चित है..मुंह से निकलेगा राष्ट्र प्रथम।
राष्ट्र प्रथम या प्रदेश.
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नरेंद्र मोदी प्रथम या हरीश रावत प्रथम..रावत को ही प्रथम मानना क्यों की वो दावेदारहै उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद के।
नरेंद्र मोदी प्रथम या बादल और चन्नी प्रथम..चन्नी को ही प्रथम मानना क्यों की चन्नी दावेदार है पंजाब के मुख्यमंत्री पद के।
नरेंद्र मोदी प्रथम... या अखिलेश यादव//
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मायावती प्रथम..बहन जी या भैया जी को ही प्रथम मानना,वो ही दावेदार है राज्य को चलाने के ..प्रियंका दीदी की दावेदारी2024में बनेगी,जब नरेंद्र मोदीसे तुलना करना और तय करना
एक बात याद रखना राज्योंके समुहसे भारतका निर्माण होता है..राज्य है तो देश है..राज्य स्वतंत्र ईकाईहै,राष्ट्र नामक
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एक औरत कहती है शादी के सत्रह साल बाद मैं इस नतीज़े पर पहुंची के मर्द ख़ुदा की खूबसूरत तरीन मख़लूक़ है
वो अपनी जवानी को अपनी बीवी और बच्चों के लिए
क़ुरबान करता है,
ये वो हस्ती है जो पूरी कोशिश करता है के उसके बच्चों का आइंदा मुस्तक़बिल खूबसूरत और अच्छा बने, 5/1
लेक़िन उस क़ुरबानी के बदले हमेशा उसकी सर्ज़निश की जाती है,
अग़र कभी फ्रेशमेन्ट के लिए घर से बाहर क़दम रखे तो बेपरवाह
और अग़र घर मे रहे तो सुस्त और बेकार
अग़र बच्चों को ग़लती की वजह से डांटें तो वहशी
अग़र बीवी को नौकरी से रोके तो मुताक़बिर
और रौअब जमाने वाला!
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अग़र मां से दिलजोई करे तो माँ का लाड़ला
और अग़र बीवी से प्यारी बातें करे तो बीवी का मुरीद
उसके बावजूद मर्द दुनिया की वो हस्ती है जो अपने बच्चों को हर ऐतबार से ख़ुद से बेहतर देखना चाहता है,
बाप वो हस्ती है जो अपने बच्चों से नाउम्मीदी के बावजूद इश्क़ करता और हमेशा उनकी
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हीरा गोल्ड में जब लोग बढ़ चढ़कर निवेश कर रहे थे तब मैंने हीरा गोल्ड के भोले भाले मासूम से निवेशकों को सावधान करनेके लिए छोटा सा ट्रैलर रिलीज़ कियाथा..तब मुझे पताचला कि हमारे शहरमें हीरा गोल्ड वाली चाचीके हाथमे बैत करने वालोंकी एक बहुत बड़ी तादाद रहती है।उसकेबाद मुझे कई सिरफिरे
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लोगों का सामना करना पड़ा और कई लोगों को समझाना पड़ा कि आख़िर क्यों मुझे हीरागोल्ड में जीरागोल्ड नज़र आया!लेकिन अफसोस.. सिवाय मेरे दो-चार दोस्तों के कोई नहीं समझा। सबने यही कहा कि चाची तो बुरखा पहनेहैं, चाचीतो हिजाबमें रहवे है,चाची तो नमाज़ पढ़े है..चाची तो बड़ी अल्लाह वाली है।
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चाची तो सिर्फ मुसलमानों का पैसा लेवेहै,चाची तो सिर्फ मुसलमानो का फायदा करेहै।तब मुझे लोगोंकी मासूमियतपर हँसीआई।
बहरहाल एक दिन आया,जब चाचीने कर्नाटक विधानसभा चुनावमें भाजपाको फायदा पहुंचाने के लिए नाटक करके दिखाया।तब ये बात साफ हो गई कि चाचीने अपनी सल्तनत बचाने के लिए सत्ता से
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आजकल वो,
● मैं देश नहीं बिकने दूंगा, जैसी खुबसूरत बातें नहीं करते !
● अब वह स्विस बैंकों में जमा काला धन जो अब डबल हो चुका है, पर बात नहीं करते !
● अब वो सब के खाते में 15-15 लाख रुपए आने की बात नहीं करते !
● अब वह डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए पर बात नहीं करते !
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● अब वो जिस देश का रुपया गिरता है उस देश के प्रधानमंत्री की इज्जत गिरती है, ऐसी बातें नहीं करते !
● अब वो देश की गिरी हुई जी. डी. पी. पर मुंह नहीं खोलते
● अब वो देश में हो रहे बलात्कारों व अत्याचारो पर बात नहीं करते !
● अब वो दागी मंत्रियों व नेताओं पर बात नहीं करते।
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●अब वह महिलाओं की सुरक्षा पर बात नहीं करते!
●अब वह जमाखोरी पर बात नहीं करते !
●अब वो मिलावटखोरी पर बात नहीं करते !
●अब वो रिश्वतखोरी पर बात नहीं करते!
●अब वो स्मार्ट सिटी बनाने की बात नहीं करते!
●अब वो बुलेट ट्रेन की बात नहीं करते!
●अब वो अच्छे दिनों की भी बात नहीं करते!
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