- 6 एकड़ भूमि से 1.85 लाख घन मीटर मिट्टी हटानी पड़ी
- गर्भगृह के लिए 14 मीटर, आसपास के लिए 12 मीटर गड्ढे
- फाउंडेशन में परमाणु रिएक्टर के इंजीनियर ने भी दिया योगदान
- 6.5 मीटर ऊँचे प्लिंथ में कर्नाटक-तेलंगाना के 17000 ग्रेनाइट ब्लॉक पत्थर
- 4.70 लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार पत्थर
- गर्भगृह एरिया के अंदर राजस्थान की मकराना पहाड़ियों से सफेद कंचों का प्रयोग
- 14 फ़ीट का परिक्रमा मार्ग, 8 एकड़ कवर करते हुए
- परकोटा के लिए 9 लाख क्यूबिक फ़ीट पत्थर
- वाल्मीकि, केवट, शबरी, जटायु, सीता, गणेश, लक्ष्मण के मंदिर
"जब मैं मदरसा बंद करने की बात करता हूँ, तो ये हिंदू नहीं मुस्लिमों के लिए करता हूँ। इसी तरह UCC भी उनके लिए ही है। भारतीय मुस्लिमों के सबसे बड़े हितैषी मदरसा बंद करने और UCC की बात करने वाले हैं। ओवैसी जैसे लोग इनके दुश्मन हैं।"
"हमें हिंदी भाषा सीखनी चाहिए। भारत के अलग-अलग हिस्सों में काम करना है तो हिंदी सीखने में समस्या क्या है? हमें अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करनी चाहिए, सीखना चाहिए, लेकिन हिंदी भी जरूरी है।"
"अयोध्या और जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन रहे। कोरोना का सबसे कम पॉजिटिविटी रेट और मृत्यु दर यूपी में रही। सबसे ज्यादा टेस्टिंग-टीकाकरण हुआ।"
"दूसरे प्रदेश से आए लोगों को हमने सहायता दी। 38 जिले संचारी रोगों से प्रभावित थे, आज इंसेफलाइटिस, डेंगू, मलेरिया नियंत्रण में है.
अवैध बूचड़खानों को बंद किया। निराश्रित गोवंश की संख्या बढ़ गई, जिनके लिए 5600 निराश्रित गो आश्रय स्थल बने।
वाराणसी में गोवर्धन योजना से गोबर से CNG बन रही। ₹1/Kg गोबर खरीदा जा रहा। 4+ गोवंश रखने वालों को ₹900 प्रति गोवंश दिया जा रहा। कुपोषित बच्चों के परिवारों को दुधारू गाय।"
8 चिरंजीवियों के अलावा कोई अमर तो है नहीं, लेकिन पता नहीं क्यों कुछ लोग इस बात को एकदम से भूल गए हैं और किसी के असामयिक निधन पर जश्न मनाने निकल पड़े हैं। उनमें से किसका कब, कहाँ और कैसे नंबर आ जाए, किसी को ज्ञात नहीं। फिर ये घमंड किस बात का?
1/18
इनमें से अधिकतर वही हैं, जिन पर हमारे संविधान ने दया बरसाई है। भीमा-कोरेगाँव वाला शरजील उस्मानी हो या फिर गर्भवती बता कर जेल से छोड़ दी गई दंगाई सफूरा जरगर, इनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं है। सफूरा ने तो 'बेसिक ह्यूमन डेसेंसी' को भी ताक पर रखने को कह दिया।
मैडम को याद नहीं है कि देश की अदालतों ने उसे इसी 'मानवाधिकार' के बहाने छोड़ा था, वरना इस जैसी पिशाचन को दुनिया तो क्या, नरक तक में रहने का अधिकार नहीं है। रवीश कुमार की तो बात ही छोड़ दीजिए। बलात्कारी भाई और मरा हुआ जमीर लेकर जब वो नरक पहुँचेगा तो उसे वहाँ से भी दुत्कार दिया…
1/14: आज प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में जो संबोधन दिया, उससे स्पष्ट हो गया कि देश के मूड को उनसे बेहतर कोई नहीं समझता है। उन्होंने शुरू किया इससे कि कैसे कोरोना के खिलाफ भारत ने जंग जीती और देश में रिकॉर्ड निवेश, विदेशी मुद्रा भंडार के रिकॉर्ड स्तर और स्टार्टअप्स के उदय की बात…
…की। आँकड़े गिनाए। फिर विपक्षियों के प्रपंच पर धावा बोला और उनकी कह के ले ली। एक नेता के लिए ज़रूरी होता है कि वो हर मुद्दे पर पूरी तैयारी कर के आए और मोदीजी ने भी ऐसा ही किया। पिछले 3 महीने के प्रपंच पर 1 घण्टे में पानी फेर दिया।
सबसे बड़ी बात थी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को प्रथम प्रधानमंत्री कहना। वो 'आज़ाद हिंद फौज' की प्रथम सरकार के नेतृत्वकर्ता थे कई देशों ने उनकी सरकार को मान्यता दी थी। पश्चिम बंगाल में चुनाव आ रहे हैं, उस परिदृश्य में भी किसी बंगाली विभूति के साथ इतिहास में न्याय होना वहाँ की जनता…
1/20: IPL के अलावा शायद ही अभी क्रिकेट देखता हूँ। मुश्किल से साल में एकाध मैच देख लिया। कारण है कि कॉलेज में पढ़ाई के अलावे का समय फिल्में देखने में जाता था और अब ड्यूटी के अलावा बाकी का समय इंटरनेट खा जाता है। देश-विदेश की अलग-अलग भाषाओं की फिल्में देखना तब भी पसन्द था, अब भी…
…है। बात एक दशक पहले की है, 9वीं कक्षा से 10वीं में जाने वाला था। किताबें भी नई थीं। किताबों पर हम किसी अखबार का जिल्द लगाते थे और ऊपर से प्लास्टिक डाल कर स्टिच कर दिया करते थे।
अब जब जिल्द लगा दिया तो वही आवरण पुस्तक पर कई महीनों तक रहना था, तो स्पष्ट है कि रिहाना या मिया खलीफा का नहीं ही लगाते होंगे। मैंने प्रण लिया कि जैसे-जैसे वो शतक मारता जाएगा, मैं जिल्द लगाता जाऊँगा। शुरुआत जनवरी में ही हो गई थी। 2 टेस्ट शतक लग चुके थे। मैंने अखबारों के पहले और…
1/21: अली अब्बास जफर, सैफ अली खान और जीशान अयूब। जब इस तरह के नाम वाले 3 लोग किसी दृश्य के फिल्मांकन के लिए मिले होंगे, तो बात भगवान शिव की कैसे हो सकती है?
हुई, तो इसका मतलब है कि सबकुछ जानबूझ कर हिंदुओं का अपमान कर के रुपए कमाने के मकसद से किया गया होगा। भगवान शिव 'Fuck' शब्द बोलते हैं। श्रीराम और शिव में झगड़ा हो रहा है। नारद जी JNU के देशद्रोहियों का बचाव कर रहे हैं। किस ग्रन्थ में लिखा है ऐसा?
किस ऋषि-मुनि-संत-कवि ने ऐसा लिखा है? अगर नहीं लिखा है तो आज इस तरह के दृश्य का उद्देश्य क्या है?