Anupam K. Singh Profile picture
Ex Editor: @FrustIndian (Hindi) | Ex Assistant Editor: @Opindia_in | Hindu Nationalist. Proud of our history, culture & tradition | चम्पारण की मिट्टी से...
Apr 4 8 tweets 4 min read
उत्तर प्रदेश भारत के स्टार्टअप हब के रूप में उभर रहा है - ये सिर्फ़ कही-सुनी बात नहीं है, बल्कि अब आँकड़े भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। Inc42 की एक रिपोर्ट आई है, जिसके बारे में आपको ज़रूर जानना चाहिए।

लंबी-चौड़ी रिपोर्ट है अंग्रेजी में, मैं थोड़ा सरल में बताने का प्रयास करता हूँ। सार ये कि यूपी अब संस्कृति और तकनीक के संगम का स्थल भी बन चुका है।

- भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स-मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब, भारत के 55% मोबाइल फोन और 50% मोबाइल के कल-पुर्जे यहीं बनते हैं

- 14 हजार से भी अधिक स्टार्टअप हैं राज्य में, जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है

- लखनऊ में देश की पहली AI सिटी विकसित की जा रही है

- सैमसंग की सबसे बड़ी स्मार्टफोन फैक्ट्री नोएडा में स्थापित हुई

- Foxconn-HCL, Vivo, Oppo, Lava और Dixon जैसी कंपनियाँ यहाँ सेमीकंडक्टर-डिस्प्ले पर काम कर रही हैं

- ग्रेटर नोएडा, लखनऊ-कानपुर और बुंदेलखंड - इन 3 इलाक़ों में 3 'ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स (GEMCs)' विकसित किए जा रहे हैंImage नोएडा भारत की Startup राजधानी बन गई है, यहाँ 3500 से अधिक स्टार्टअप हैं। कुछ दिनों बाद बेंगलुरु और गुरुग्राम भी इसके सामने पानी माँगे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। चूँकि ये एक कृषि-प्रधान राज्य है, एग्रीटेक वाले स्टार्टअप्स ख़ूब हो रहे हैं। खेती से लेकर सप्लाई चेन तक इससे दुरुस्त हो रहा है।

क्या आपको पता है मुख्यमंत्री @myogiadityanath की सरकार ने ऐसे 4600 फालतू प्रावधानों को कचरे के डब्बे में डाला, जिनसे नई कंपनियाँ बनाने में दिक्कतें आती थीं?

577 प्रावधानों को अपराधीकरण के दायरे से हटाया गया। 'निवेश मित्र' जैसी योजनाएँ लाई गईं। हजार करोड़ रुपए के फंड के साथ शुरुआती दौर में कई स्टार्टअप्स को पोषित किया गया।
Mar 27 12 tweets 4 min read
कौन था गाज़ी सालार मसूद, जिसके सम्मान में बहराइच व संभल सहित यूपी के कई जिलों में मुसलमान 'नेजा मेला' लगाते हैं?

यहाँ मैं एक जगह गाज़ी सालार मसूद के बारे में सारी जानकारी देने की कोशिश करता हूँ। आपको याद होगा जुलाई 2021 में असदुद्दीन ओवैसी और ओमप्रकाश राजभर ने बहराइच में उसकी कब्र पर जाकर फूल चढ़ाया था।

चूँकि हम भारतीयों के मन में ये बिठा दिया गया है कि अगर इतिहास में किसी को 'सूफी संत' कहा गया है तो उसका दर्जा वही होगा जो हमारे ऋषि-मुनियों का है, इसीलिए इस प्रपंच का जवाब तथ्यों से देना बहुत आवश्यक है। महाराजा सुहेलदेव ने सन् 1034 के एक युद्ध में उसे मार गिराया था। वो भारत में कई बार आक्रमण करने वाले महमूद गजनवी का भांजा था।

इस्लामी आक्रांता फिरोजशाह तुगलक ने उसकी मजार बनवाई थी।

गाजी सैयद सालार मसूद का भी भारत में आना इसी तरह की साजिश का हिस्सा था। इस्लामी आक्रांताओं का गुणगान करने वाले वामपंथियों की मानें तो हिन्दू उसे प्यार से ‘बाले मियाँ’ और ‘हठीला’ कहते थे, बाल श्रीकृष्ण से उसकी तुलना करते थे।
May 22, 2022 4 tweets 3 min read
"असम में 30% मुस्लिम हैं। एक हिस्सा मूलनिवासी है, जिनका रहन-सहन खानपान हमारे जैसा है। उनसे हमें कोई दिक्कत नहीं, ना हमे उनसे।

दूसरे, जिनका धर्मांतरण 2 पीढ़ी पहले हुआ। उनके यहाँ तुलसी के पौधे मिलेंगे।

तीसरे, माइग्रेंट्स। मियाँ मुसलमान।"

-#मीडिया_महामंथन_2022 में @himantabiswa "जब मैं मदरसा बंद करने की बात करता हूँ, तो ये हिंदू नहीं मुस्लिमों के लिए करता हूँ। इसी तरह UCC भी उनके लिए ही है। भारतीय मुस्लिमों के सबसे बड़े हितैषी मदरसा बंद करने और UCC की बात करने वाले हैं। ओवैसी जैसे लोग इनके दुश्मन हैं।"

-@himantabiswa At #Panchjanya75 #Organiser75
May 22, 2022 4 tweets 4 min read
"इस बार पहली बार #UttarPradesh में ईद और अलविदा की नमाज सड़कों पर नहीं पढ़ी गई। 1 लाख लाउडस्पीकर उतारे गए और वो स्कूलों को दिए जा रहे हैं।"

"यूपी में 5 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई। 44 योजनाओं में यूपी आज No.1 है। ये एक्सप्रेस प्रदेश बन गया है।"

-CM @myogiadityanath "अयोध्या और जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन रहे। कोरोना का सबसे कम पॉजिटिविटी रेट और मृत्यु दर यूपी में रही। सबसे ज्यादा टेस्टिंग-टीकाकरण हुआ।"

"दूसरे प्रदेश से आए लोगों को हमने सहायता दी। 38 जिले संचारी रोगों से प्रभावित थे, आज इंसेफलाइटिस, डेंगू, मलेरिया नियंत्रण में है.
Apr 30, 2021 18 tweets 4 min read
8 चिरंजीवियों के अलावा कोई अमर तो है नहीं, लेकिन पता नहीं क्यों कुछ लोग इस बात को एकदम से भूल गए हैं और किसी के असामयिक निधन पर जश्न मनाने निकल पड़े हैं। उनमें से किसका कब, कहाँ और कैसे नंबर आ जाए, किसी को ज्ञात नहीं। फिर ये घमंड किस बात का?

1/18 इनमें से अधिकतर वही हैं, जिन पर हमारे संविधान ने दया बरसाई है। भीमा-कोरेगाँव वाला शरजील उस्मानी हो या फिर गर्भवती बता कर जेल से छोड़ दी गई दंगाई सफूरा जरगर, इनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं है। सफूरा ने तो 'बेसिक ह्यूमन डेसेंसी' को भी ताक पर रखने को कह दिया।
Feb 8, 2021 15 tweets 3 min read
1/14: आज प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में जो संबोधन दिया, उससे स्पष्ट हो गया कि देश के मूड को उनसे बेहतर कोई नहीं समझता है। उन्होंने शुरू किया इससे कि कैसे कोरोना के खिलाफ भारत ने जंग जीती और देश में रिकॉर्ड निवेश, विदेशी मुद्रा भंडार के रिकॉर्ड स्तर और स्टार्टअप्स के उदय की बात… …की। आँकड़े गिनाए। फिर विपक्षियों के प्रपंच पर धावा बोला और उनकी कह के ले ली। एक नेता के लिए ज़रूरी होता है कि वो हर मुद्दे पर पूरी तैयारी कर के आए और मोदीजी ने भी ऐसा ही किया। पिछले 3 महीने के प्रपंच पर 1 घण्टे में पानी फेर दिया।
Feb 6, 2021 20 tweets 4 min read
1/20: IPL के अलावा शायद ही अभी क्रिकेट देखता हूँ। मुश्किल से साल में एकाध मैच देख लिया। कारण है कि कॉलेज में पढ़ाई के अलावे का समय फिल्में देखने में जाता था और अब ड्यूटी के अलावा बाकी का समय इंटरनेट खा जाता है। देश-विदेश की अलग-अलग भाषाओं की फिल्में देखना तब भी पसन्द था, अब भी… …है। बात एक दशक पहले की है, 9वीं कक्षा से 10वीं में जाने वाला था। किताबें भी नई थीं। किताबों पर हम किसी अखबार का जिल्द लगाते थे और ऊपर से प्लास्टिक डाल कर स्टिच कर दिया करते थे।
Jan 21, 2021 21 tweets 4 min read
1/21: अली अब्बास जफर, सैफ अली खान और जीशान अयूब। जब इस तरह के नाम वाले 3 लोग किसी दृश्य के फिल्मांकन के लिए मिले होंगे, तो बात भगवान शिव की कैसे हो सकती है? हुई, तो इसका मतलब है कि सबकुछ जानबूझ कर हिंदुओं का अपमान कर के रुपए कमाने के मकसद से किया गया होगा। भगवान शिव 'Fuck' शब्द बोलते हैं। श्रीराम और शिव में झगड़ा हो रहा है। नारद जी JNU के देशद्रोहियों का बचाव कर रहे हैं। किस ग्रन्थ में लिखा है ऐसा?
Jan 20, 2021 18 tweets 3 min read
1/18: बायडेन और हैरिस के शपथग्रहण समारोह को देख रहे लोगों को पता चल रहा होगा कि अमेरिकी सरकार में ईसाई मजहब और बाइबिल का कितना महत्व है। वो लोग चर्च में प्राथनाएँ करते हैं, बाइबिल पर शपथ लेते हैं और उसके वाक्य दोहराते हैं। बड़ा 'कूल' है न ये सब। बड़ा ही 'Awwww' मोमेंट होता है… …न ये यहाँ की यंग जेन की भाषा में कहें तो? अमेरिका में कॉन्ग्रेस के सारे सदस्य चर्च में जाते हैं, साथ प्रार्थना करते हैं। कितना सुंदर लग रहा है न ये सब? चर्च, प्रेयर, फादर, क्रिसमस, कैथेड्रल, अपोस्टल - फ़किंग सो कूल वर्ड्स ना यार.. कितना अत्याधुनिक माहौल है!

भारत में?
Dec 25, 2020 21 tweets 5 min read
1/21: असहयोग आंदोलन वापस लेने के साथ ही गाँधीजी ने 200 लोगों को अंग्रेजों के हाथों क्रूर मौत के लिए छोड़ दिया था। फिर उन्हें बचाने के लिए एक ऐसा व्यक्ति सामने आया, जिसने वकालत कब की छोड़ दी थी। चौरी चौरा कांड के बारे में सभी को पढ़ाया जाता है। गोरखपुर में देवरिया हाइवे की तरफ… …स्थित है। फरवरी 1922 में यहाँ थाने में 22 पुलिसकर्मियों को जिंदा जला दिया गया था, जिसके बाद बिना कुछ देखे-सुने गाँधीजी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया और कहा कि भारत के लोग अभी स्वतंत्रता के लिए तैयार ही नहीं हैं। लेकिन, क्या सब कुछ वैसा ही था जैसा बताया गया?
Dec 24, 2020 13 tweets 3 min read
NYT: कितने आदमी थे?
LCH: यही कुल मिला कर कोई 73,000 रहे होंगे..

NYT: फिर भी आप 32 करोड़ की जनसंख्या वाले देश पर राज कर रहे हैं!
LCH: ये तो कुछ भी नहीं है। एक समय तो हम मात्र 10-15 हज़ार थे और हमें शासन करने में कोई दिक्कत नहीं आई।

NYT: ये सब कैसे संभव हुआ?

1/13 LCH: हमारे इम्पीरियल काउंसिल में अधिकतर भारतीय ही तो हैं। सारे के सारे हर बिल पर ब्रिटिश सरकार का समर्थन करते हैं। भारत के राजा और जमींदार लोग हमारी सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ते। हमारे लिए तमाम बलिदान करते हैं। प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ तो हमने वहाँ के नेताओं के साथ बैठक की।…
Dec 3, 2020 14 tweets 3 min read
1/ 14: भारत की आज़ादी के बाद कई उद्योगपतियों ने देश की GDP बढ़ाने में योगदान दिया। टाटा-बिरला पहले से ही स्थापित थे, बाद में अंबानी भी आए। लेकिन, इन सबके बीच पाकिस्तान के सियालकोट को छोड़ कर दिल्ली आया एक ऐसा व्यक्ति भी था, जिसे भरण-पोषण को ताँगा चलाने को मजबूर होना... 2/ ...पड़ा, लेकिन उसने अपनी जिजीविषा से भारत में मसालों का इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया कि उसकी माँग दुनिया भर में बढ़ी। दिल्ली के करोल बाग और कीर्ति नगर में 1950 के दशक में स्थापित दुकानें 'महाशय दी हट्टी (MDH) के विस्तार का आधार बनीं।
Dec 1, 2020 23 tweets 5 min read
1/ 23: दिल्ली में जिस तरह की अराजकता चल रही है, उससे साफ़ है कि बात मुद्दे की न होकर मुद्दे को भटकाने की है। अभी तक सरकार ने एकदम इज्जत से पंजाब के 'किसानों' के साथ व्यवहार किया है क्योंकि अगर भाजपा अपने पर आ जाती तो ये लोग हरियाणा ही न पार कर पाते। यहाँ हिन्दुओं को... 2/ ...गाली दी जा रही है, 'जय हिंद' और 'भारत माता' को छोड़ कर 'अस्सलाम वालेकुम' की पैरवी हो रही है और जब उन्हें बातचीत के लिए बुलाया जा रहा है तो कह रहे हैं कि 32 संगठनों को क्यों बुलाया, 500 को बुलाओ।
Nov 30, 2020 23 tweets 4 min read
1/ 23: जब से ये 'किसान आंदोलन' शुरू हुआ है, तभी से देख रहा हूँ कि कुछ लोग खुद के करदाता होने का बखान करते हुए सभी किसानों पर एक समान रूप से गालियाँ बरसा रहे हैं। कोई कह रहा है कि वो मुफ्त का थोड़े न खाता है, रुपए देकर अनाज खरीदता है। कोई कह रहा है कि उनके दिए टैक्स के... 2/ ...रुपयों से किसानों के लिए फलाँ योजनाएँ बनती हैं। कोई कह रहा है कि उसने अपने फार्म में सब्जी उगाई है तो वो भी किसान है। कोई कहीं मुंबई में बैठ कर खुद के किसान परिवार से होने की दुहाई देकर कृषि पर राय दे रहा।
Nov 20, 2020 28 tweets 5 min read
1/ जब सारा देश ही वैदिक रीति-रिवाजों को भूल गया है, सूर्य षष्ठी हम बिहारियों का सबसे बड़ा महापर्व है। एक पूर्णरूपेण वैदिक त्यौहार। वैदिक देवता, प्राकृतिक ईश्वर की आराधना का #ChhathPuja. वेदों को ज़िंदा रखना है, इसीलिए छठ ज़रूरी है। कोई मूर्तिपूजा नहीं। किसी पंडित की... 2/ ...ज़रूरत नहीं। पुरुषों की ज्यादा आवश्यकता नहीं। महिलाएँ ही प्रभार में होती हैं, अधिकांश वही इस पर्व को करती हैं। महिलाओं की प्रधानता का प्रतीक है छठ। सामाजिक एकता को पुनर्जीवन देने का मौका है छठ। मूर्तिपूजा और पंडितों के बिना भी कोई बड़ी पूजा हो सकती है, इसका सबसे...
Nov 12, 2020 26 tweets 5 min read
1/ 25: कहते हैं कि नेता जो अच्छा होता है, उसके किए कार्यों को जनता तक पार्टी के अन्य रणनीतिकार और नेतागण कैसे पहुँचाते हैं, ये मायने रखता है। वाजपेयी काल में तमाम ताम-झाम के बावजूद BJP ऐसा नहीं कर पाई थी। बिहार में जब भूपेंद्र यादव को प्रभारी बना कर भेजा गया था, तब... 2/ ...सभी को लगा था कि पता नहीं राजस्थान से आया ये व्यक्ति कितनी जल्दी राजनीतिक रूप से जटिल इस राज्य को समझ पाएगा। लेकिन, उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव और 2020 विधानसभा चुनाव में दिखा दिया कि वो राम माधव, धर्मेंद्र प्रधान और कैलाश विजयवर्गीय के साथ BJP के रणनीतिकारों की...
Nov 9, 2020 15 tweets 3 min read
1/ 15: कुछ महीनों पहले मैं जब भी कोरोना की बातें करता था तो मेरे डिजाइनर दोस्त तुरंत केरल की बातें करने लगते थे। कुछ भी बोलो तो 'केरला मॉडल'। मोदी ने इतने करोड़ लोगों को अनाज दिया तो 'केरला मॉडल'.. अमेरिका जैसे देशों के मुकाबले लॉकडाउन सही समय पर सही सख्ती के साथ... 2/ ...लगाया तो 'केरला मॉडल'। जबकि मैं शुरुआत से ही कहता आ रहा था कि ये झूठा 'केरला मॉडल' कुछ है ही नहीं। कोरोना वायरस से निपटने का दुनिया के सबसे सटीक नमूनों में से एक है यूपी मॉडल। जी हाँ, मैं अभी आँकड़े देता हूँ।
Nov 4, 2020 19 tweets 4 min read
1/ 19: कुछ लोग ऐसे हैं जो #ArnabGoswami की गिरफ़्तारी का जश्न मना रहे हैं। उनमें वही लोग हैं जो दिन भर बैठ कर हिन्दू देवी-देवताओं को गाली देने वाला ह₹।मखोर पंकज कनौजिया पर एक FIR भी दर्ज हो जाती है तो नरेंद्र मोदी को फासिस्ट बता कर अपना रोना चालू कर देते हैं। सफूरा... 2/ ...जरगर और उमर खालिद जैसे दंगाइयों के लिए आँसू बहाने वाले आज अर्णब गोस्वामी के लिए ठहाके लगा रहे हैं। ये वही लोग हैं, जो कुछ महीनों पहले तक शिवसेना को गाली देते नहीं थकते थे। असली फासिज्म पर ताली पीटने वाले दंगाइयों पर कार्रवाई को फासिज्म बताते हैं।
Nov 2, 2020 4 tweets 1 min read
लालू यादव चुनावी जनसभाओं में अपनी ताकत झोंकने के लिए जाने जाते थे। 2015 विधानसभा चुनाव में लड़खड़ाते हुए, किसी तरह माइक पकड़ कर बोलते 68 वर्षीय 'जंगलराज के मसीहा' ने रोज 7-8 रैलियाँ की..

पर तेजस्वी यादव का 24 घण्टे में 19 जनसभाएँ करना बड़ी बात है..उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है। बिहार भाजपा के नेताओं को डूब मरना चाहिए। न किसी का जनाधार है न कोई मेहनत करना चाहता है। साधारण नेता भी 'राम मंदिर' के नाम पर वोट माँग रहे हैं।

एक बात याद रखो निकम्मों, भले अबकी मोदी तुम्हें बचा ले लेकिन हर चुनाव में जंगलराज का डर काम नहीं आएगा।

धो देगा तेजस्वी किसी दिन तुम्हें।
Oct 26, 2020 21 tweets 4 min read
1/ 21: हिमाचल प्रदेश में दुर्गाष्टमी के दिन दिन एक IAS अधिकारी #RitikaJindal सलोन स्थित माँ शूलिनी देवी के मंदिर में आ धमकती है। वो मंदिर में 'निरीक्षण' करने गई थी और 'व्यवस्थाओं का जायजा' भी लेना था। जाए भी क्यों ना, आखिर IAS-IPS अधिकारियों के बाप-दादाओं के ही तो... 2/ ...गुलाम हैं हिन्दू और और ये सारी सम्पत्तियाँ उनकी ही तो है। वहाँ IAS अधिकारी मंदिर में घुस कर पंडितो से बहस करती है और जबरन हवन में बैठ जाती है। फिर मीडिया में आकर Patriarchy और हिन्दुओं के 'रूढ़िवाद' पर ज्ञान देती है। जनता वाह-वाह कर उठती है।
Oct 25, 2020 14 tweets 3 min read
1/ 14: हिन्दू पर्व-त्यौहारों पर ज्ञान देने का सिलसिला कम तो हुआ है लेकिन रुका नहीं है। अब दीवाली आ रही है। जल्द ही पटाखों का रोना शुरू होगा। फिलहाल नवरात्रि चल रही है। रेप की बातें चलाई जा रही हैं कि जिस देश में देवी की 9 दिन पूजा होती है, वहाँ बाकी दिन लड़कियों का... 2/ ...बलात्कार किया जाता है। दशहरा आते रावण को न जलाने की बातें की जाती हैं। नवरात्रि में महिषासुर को मूलनिवासी बताया जाता है। होली में रंगों को लेकर और पानी की बर्बादी का ज्ञान दिया जाता है। न्यू ईयर में सारे ज्ञान कहीं और घुस जाते हैं।