#Mandsaur: What happened 12 hrs before homes of 3 Muslims razed:
- After a WhatsApp forward, over 1000+ ppl gathered in village.
- Under police nose, stones pelted on Muslim locality, a truck of Ansar khan set on fire.
- "Police refused to lodge FIR, threatened on contrary."
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With 12 Hours of the FIR, Mandsaur Dist Admin pasted 'building permission' notices outside the houses of 3 accused.
And within 24 hrs of the notices, all 3 houses were razed to the ground.
Cash, jewellery & expensive goods were destroyed and thrown away with debris.
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"Adequate time was given to the accused to present their side," said SDM Sandeep Shiv.
What a joke !
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A WhatsApp message circulated in groups of nearby villages that Muslims attacked the Garba pandal at Surjani village, assaulting women and damaging the idol of deity.
Even though over 200 cops deployed, the mob entered the village but refrained from entering Pathan Mohalla.
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"When SP visited the site, he observed the stones were #planted not pelted," claimed a local who was accompanying SP.
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Clash broke out after 32-YO Shivlal objected to 14-YO Salman for rash driving in the village.
When Shivlal complained to his grandfather Hafiz Khan (62), he slapped Salman in front of the villagers but it didn't prevent the incident.
Detailed story here.
"After the scuffle, we urged the SDM to shift 29 Muslim families to a Muslim dominated village in a bid to prevent such untoward incident and injustice," said a local leader over the call. "Patidar of our village wants us to leave."
MP: On allegations of pelting stones at #Garba event, Mandsaur Police booked 19, arrested 7 & #razed homes of Zafar, Raies & Salman within 2-day of incident.
Admin said, their homes were illegal.
Alleged stone pelting occurred on Sunday night in Surjani village of Sitamau PS.
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Mandsaur SP Anurag Sujania said 19 people were booked under section 307 & 147 of the IPC & 7 arrested.
The illegal homes were identified and razed by the Revenue Department which is worth over 4 Cr.
हिन्दू संगठनों ने ख़बर फैलाई के MP के रतलाम ज़िले में दर्जनों मुसलमानों ने हिंदू धर्म अपना लिया।
तो पता यह चला के बंजारा समाज के लोग जो मोहल्लों में फकीरों के भेस में मांग चांग कर खाते थे कुछ के नाम मुस्लिम, कुछ के हिंदू, कभी मस्जिद नहीं गए नमाज़ नहीं पढ़ी वो अपना शुद्धीकरण..
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करवा रहे हैं।
किसी का नाम धर्मवीर शाह, राजू शाह, अरुण शाह तो किसी का मोहम्मद शाह और रमजानी। महिलाओं का नाम आशा बाई, मीनू बाई और रंजिता बाई।
उनका कहना हैं कि वो हिन्दू धर्म में ही थे बस नाम मुस्लिमों जैसा था और मुस्लिम फकीरों जैसे कपड़े पहन कर मांग कर खाते थे और ताबीज देते थे
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ख़ैर, स्वामी आनंदगिरी महाराज के देख रेख में भीमनाथ मंदिर के पास बने कुंड में पूरे परिवार को गोबर, गोमूत्र से स्नान कराया।
जनेऊ धारण कर भगवा वस्त्र पहनाकर जयश्री राम, जय महाकाल और सनातन धर्म के जयघोष के नारे भी लगाए।
एक ने तो भास्कर को पीछे छोड़ते हुए 18 की जगह 55 लिख दिया।
टोपी पहन कर सब्ज़ी मण्डी (बस स्टैंड) से जा रहे दो भाइयों को 1 बाइक सवार ने धर्म सूचक गलियां दी, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो बाइक सवार समेत सब्ज़ी/फल बिक्रेताओ ने धारदार हथियार से हमला किया।
दोनों अस्पताल में भर्ती। DM/ SP मौके पर।
दंगे के लगभग 2 महीने बाद भी खरगौन ने हालात सामन्य नहीं हुए हैं। आज की हिंसा बताती हैं कि लोगों के अंदर नफरत और दूसरे को लेकर हीन भावना बड़ गई है।
इसकी मुख्य वजह हैं घटना के अगले दिन से प्रशासन की एकतरफा कार्यवाही।
सरकार/प्रशासन को हालात सामान्य करने की कोशिश करनी चाहिए। @DGP_MP
शांति का टापू कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में सितंबर 2020 से आख़िर क्यों दंगे भड़क रहे हैं, आख़िर इन दंगो से किसे फायदा और किसे नुक्सान हो रहा हैं !!
MP: संवेदनशील बुरहानपुर शहर में चांद रात @BJP4MP नेता प्रहलाद पटेल के भतीजे सतीश दिवाकर ने दंगा भड़काने की नियत से शहर के बड़े गणेश मंदिर की मूर्ति की आंखे फोड़ दी। थोड़ी दूरी पर स्थित भगवान राम देव की मूर्ति का हाथ तोड़ दिया।
उसी गणेश मूर्ति को तोड़ने पर 2008 में दंगा हुआ था+++
इससे पहले की अफ़वाह फैले पुलिस ने CCTV के माध्यम से सतीश की पहचान कर सिर्फ़ धारा 294 के अंदर FIR कर गिरफ़्तार कर लिया।
चांद रात, अक्षयतृतीया और परशुराम जयंती होने की वजह से उस वक्त शहर में 1 लाख+ भीड़ मौजूद थी।
वहा के पूर्व MP @MPArunYadav ने भी PC कर राज फाश किया। ++
इस घटना पर पुलिस की चुप्पी भी खतरनाक हैं। अगर अभियुक्त उर्दू नाम का होता तो पूरे परिवार को रोड पर लेआते आज ज़ुबान...!
ज्ञात हो की बुरनपुर से खरगोन की दूरी 160-KM हैं और 2018 के चुनाव में BJP को यहां भी करारी शिकस्त मिली थी।
2008 में जब दंगा हुआ उस साल भी चुनाव था। @newsclickin