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ग्रीक इतिहास में एक नाम है प्रोक्रुस्टीस। मान्यता यह है कि जब भी कोई यात्री उसके क्षेत्र से निकलता तो वह उसे अपने महल में ले जाता और बेहतरीन ख़ातिरदारी करता। शाम होने पर यात्री को प्रोक्रुस्टीस के घर ही सोना होता जो ख़ातिरदारी की अनिवार्य शर्त थी। 1/n
पेंच यह था कि प्रोक्रुस्टीस के इस बेड में यात्री को पूरी तरह फिट आना होता था। ऐसा ना होने पर प्रोक्रुस्टीस यात्री को ज़बरदस्ती बेड के साइज़ का बनाया करता था। जो यात्री लंबा होता था उसके पैर काट दिये जाते और जो यात्री छोटा होता उसके शरीर को खींच कर बेड जितना लंबा कर दिया जाता।2/n
यह भी कहा जाता है कि प्रोक्रुस्टीस के पास दो बेड थे, एक लंबा और एक छोटा। वह लंबे यात्री को छोटे बेड पर लिटाता और छोटे यात्री को लंबे बेड पर। इस प्रकार कोई भी यात्री सुबह बचकर वापस नहीं जाता था।
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एक दिन थीसियस नामक एक महान योद्धा प्रोक्रुस्टीस के क्षेत्र से गुजरा तो अनिवार्यतः उसे भी प्रोक्रुस्टीस का मेहमान बनना पड़ा। थीसियस महान योद्धा होने के साथ साथ बहुत तेज बुद्धि वाला भी था। जब रात को खाने के साथ शराब का दौर चला तो उसने प्रोक्रुस्टीस को नशे में धुत्त कर दिया। 4/n
सोने की बारी आई तो थीसियस ने चालाकी से प्रोक्रुस्टीस को अपने बेड में सुला दिया। बेड उसके शरीर से छोटा निकला तो थीसियस ने शर्त मानते हुए प्रोक्रुस्टीस के दोनों पैर काट दिये। प्रोक्रुस्टीस दर्द से चिल्लाने लगा तो थीसियस ने उसे दर्द ना हो इसलिए उसका गला भी काट दिया। 5/n
इस प्रकार 'जैसा अपराध वैसी सजा' का सिद्धांत लागू हुआ।

सवाल यह है कि क्या हम सब अपने अपने जीवन में प्रोक्रुस्टीस नहीं हैं? संसार की कोई भी मान्यता, कोई भी जानकारी, कोई भी सिद्धांत, कोई भी चरित्र जब हम तक पहुँचता है तो हम क्या करते है ? 6/n
उसे अपनी बुद्धि के बेड पर लिटाते हैं और अपनी बुद्धि के अनुसार उस विचार को या तो काट कर छोटा कर देते हैं या फैलाकर विस्तार देने लगते हैं। क्या हम कोई भी विचार जैसा है उसी प्रकार ग्रहण करने को तैयार हैं? 7/n
यदि नहीं, तो हमारी सजा क्या होगी? एक बिना पैरों की और सिरकटी लाश जैसी सोचने समझने की ताक़त? क्योंकि जैसा अपराध है सजा तो वैसी ही मिलेगी।n/n

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Nov 9
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@elonmusk is taking humanity forward in giant leaps, through solar panels, electric cars, trucks, space exploration and robots. The purchase of Twitter is his latest project. It pissed a lot of people off and they’ve missed the point of this opportunity for all of us.
1. How we got to this point (quick and dirty)

Papa Elon originally got asked to join the Twitter board. He said yes. All the tech bros high-fived each other. Elon changes his mind and decides not to join the board.
In a bold power move Elon says “I’m buying the whole damn company, doncha know.”

Twitter celebrates with a roar. It’s heaven on earth.

Elon then accuses Twitter of having too many bots pretending to be humans. He cancels the deal and risks a huge billion-dollar penalty.
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