If I say He was the greatest man of the 19th century who showed the power of spirituality to the world.
As a country we are doomed as we have not learnt anything from him besides celebrating his birthday as #NationalYouthDay while many scientists of the world learnt from him.
Swami ji with Nicola tesla,
In 1895 swami ji shared Nicola the idea of energy and matter to be one and requested him to prove mathematical expression over it but he could not but 10 year later Einstein proved it by E equals to Mc^2.
Tesla started learning vedic scriptures and he started writing sanskrit words as it is in the sanskrit,
When Tesla died he was working on Scalar interferometer in sanskrit which is known as Brahmastra but as he promised Swami ji he did not share it with US army.
Its unfortunate for India that we are just celebrate the birthdays only of our legends,there is no meaning of celebrating their birthday if we can not follow them.
Just imagine the man who inspired Tesla,J.D. Salinger,Leo Tolstoy,Sarah Bernhardt and S.N. Bose.
All perceptible matter come from primary substance,or tenuity beyond conception,filling all space,The "Akasha"or luminiferous either,Which is acted upon by the life giving Prana or creative force,calling into existence,in never Cycles All things and phenomena - Nikola Tesla 1907
There is a famous quote of swami ji
- अगर मुझे 100 ऊर्जावान युवा मिल जायें तो मैं भारत को बदल दूंगा
He really meant it.
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#प्रवासी_भारतीय_दिवस
यह प्रतिवर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन गान्धी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत भेजे गये थे।
मूलत: उनको भारत भेजने का उद्देश्य था उस समय प्रथम विश्व युद्ध चल रहा था और अंग्रेजों की फौज में भारतीय सम्मिलित नहीं हो रहे थे
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क्योंकि गान्धी की छवि उस समय भारतीयों के लिये अच्छी बनी थी अत: अंग्रेजों ने इसी छवि का लाभ लेते हुये इनको इस काम पर लगाया ताकि गान्धी भारतीयों की भर्ती करा सकें और प्रलोभन दिया कि अंग्रेज प्रथम विश्व युद्ध के बाद भारत को आजाद कर देंगे।
फलस्वरूप झांसे में आकर भारतीय अंग्रेजों की फौज में शामिल हो गये और युद्ध समाप्ति के बाद भारतीय वही गुलाम के गुलाम रहे और गान्धी को अंग्रेजों के द्वारा एक उपाधि दे दी गयी
जो कि रानी विक्टोरिया के अतिरिक्त किसी को भी न दी गयी थी और वो उपाधि थी केसर-ए-हिन्द।
RSS जिसे आम बोलचाल की भाषा में संघ कहा जाता है, इसकी स्थापना विजयादशमी के दिन हुई थी। 27 सितम्बर 1925 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना इनके संस्थापक डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में की थी। #RSS_स्थापना_दिवस #RSSVijayadashami2022
आरएसएस की स्थापना (rss ki sthapna) बिलकुल ही अलग तरीके से हुई थी। डॉक्टर जी ने अपने घर 15-20 चुनिंदा लोगों को बुलाया और उनसे कहा कि आज से हम संघ शुरू कर रहे है और संघ शुरू हो गया। संघ शुरू करने का केवल एक ही मकसद था कि ब्रिटिशराज भारत में हिंदुओं को संगठित करना।
शुरुआत में संघ के सदस्यों को सभासद कहा जाता था और सारे सभासदों से इतनी उम्मीद रखी जाती थी कि वे पर्याप्त मात्रा में व्यायाम करें और सप्ताह में एक बार सभी सभासद इकट्ठा हो।
Property.. 1- Indian Army - 18 lakh Acre 2- Indian Railway - 12 Lakh Acre 3- Waqf board - 8 lakh Acre
And you will be surprised In 2009 waqf board has 4 lakh acre land
that means in just 13 year they have doubled their property.
How?
वक्फ बोर्ड की शुरूआत 1947 में नेहरू लियाकत समझौते से हुयी..
जहां ये तय किया गया कि जो जमीन मुसलमान अपनी भारत छोड़कर पाकिस्तान जायेंगे वो सारी सम्पत्ति वक्फ बोर्ड की होगी।
दूसरे मायनो में बंटवारा तो हुआ लेकिन मुसलमान उसी तरह भारत की जमीन पर अपना हक जताते रहे जैसा वो पूर्व में किये
1954 में वक्फ बोर्ड का गठन हुआ जहां एक ओर पाकिस्तान ने तो नेहरू लियाकत समझौते को लतिया दिया लेकिन भारत उस पर मेमने की भांति अडिग रहा पता नहीं क्या डर था भारत को।
खैर 1995 में नरसिम्हा राव आये और बाहें खोलकर वक्फ को सब लुटा दिया।
Project Tiger,
You started modi ji completed
Project lion
You started modi ji completed
Project leopard
You started modi ji completed
Sardar sarovar dam
You started modi ji completed after 60 year
GST
You thought modi ji brought
Aadhar
You thought modi ji brought
संयोग ही है कि आज ही महान शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जी की जयन्ती है और आज ही @narendramodi जी का जन्मोत्सव यूं कहें तो आधुनिक भारत के शिल्पकार का जन्मदिवस।
माननीय प्रधानमन्त्री जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाइयां।
मोदी जी आप अमर तो हो ही गये हैं अपने कार्यों से बस आपसे इतनी विनती है कि अपने ही जैसे विचारों और कार्यों के नेता हर राज्य में दे दीजिये ताकि हर राज्य आपस में प्रतिस्पर्धा कर समग्र रूप से भारत को नवीन ऊंचाइयों तक ले जाये। #HappyBirthdayModiji
तीन तरीके के मनुष्य धरा पर होते हैं,
पहले जो कार्य प्रारम्भ ही न करते
दूसरे जो कार्य प्रारम्भ कर बीच में छोड़ देते
तीसरे वो जो कार्य सम्पन्न करके ही दम लेते।
और @narendramodi जी की खासियत ये है कि वो कार्य सम्पन्न करके ही दम लेते यही खासियत उनको विशिष्ट बनाती है।
जैसे --