☝️भगवान श्रीकृष्ण भी लंबे समय से कुरुक्षेत्र में हुए इस महाभारत के महायुद्ध को टालने का प्रयास कर रहे थे***
☝️मगर हालात ऐसे हो गए कि जब हर कोई युद्ध के मैदान पर पहुंच चुका था...
☝️अर्जुन के मन में तब भी यह मूर्खतापूर्ण विचार उठ रहा था कि वह पीछे हट सकता है,
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☝️उस धर्मयुद्ध में बिना लड़े भाग सकता है और शांति से जंगल में जीवन बिता सकता है...
☝️जबकि यदि वह ऐसा करता तो कौरव उसके पीछे जरूर जाते, जिस जंगल में अर्जुन अपने परिवार सहित रहते उस जंगल को जला भी सकते थे और शायद उसे मार भी सकते थे...
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☝️और सिर्फ उसे ही नहीं, वे उसकी पूरी सेना का संहार कर सकते थे,
👉जो उसके मैदान से पीछे हट जाने पर नेतृत्व विहीन हो जाती👈
☝️जब महाभारत की रणभूमि सज चुकी तो अपने सामने अपने परिवार के बड़ों को युद्ध भूमि में देख अर्जुन परेशान था...
☝️इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने उसे समझाया...
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☝️ये युद्ध "धर्म और अधर्म" के बीच है और धर्म के मार्ग में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस संसार के लिए उस कांटे की भांति है जो कमल तक नहीं पहुंचने देता। सभी रिश्ते नातों से बढ़कर धर्म है...
☝️आज तुम्हारे पितामह भीष्म और गुरुद्रोण जैसे योद्धा धर्म के मार्ग को रोक रहे हैं...
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☝️ऐसे में शस्त्र उठा कर "न्याय और धर्म की स्थापना" के लिए युद्ध अनिवार्य है...
☝️भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कि ये युद्ध किसी के स्वार्थ का हिस्सा नहीं है बल्कि समाज के कल्याण हेतु इस युद्ध का होना अनिवार्य है...
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☝️भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कर्मयोगी बनो पार्थ इसी में सबका कल्याण हैं। यदि तुम अपने कर्तव्य के पालन से भागोगे तो फिर अपने "कर्तव्यों का पालन" कौन करेगा❓
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☝️भगवान श्रीकृष्ण के गीता ज्ञान से अर्जुन के मन में युद्ध से पूर्व पैदा होने वाली तमाम शंका धीरे-धीरे खत्म हो गईं..
☝️अर्जुन को अब यकीन हो गया कि इस युद्ध में अपनों के विरुद्ध नहीं बल्कि "अधर्म के विरुद्ध" युद्ध कर रहा हूं...
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☝️आखिर कब तक उनके मजहब की चर्चा करते रहोगे❓
👉उन्होंने अपनी किताब से मारना काटना सीखा ,वह शिद्दत से वही कर रहे...
☝️तुम भी कभी अपने धर्मग्रंथ उठाकर आत्मरक्षा के उपाय पढ़ लो या फिर तुमने सिर्फ कायरता के साथ मरना, कटना ही अपना लिया...😡😡😡
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☝️उनकी किताब में क्या लिखा❓
👉उसकी जांच तुम करो,कोई बात नहीं...
☝️परंतु तुम्हारे धर्मग्रंथ आत्मरक्षा की क्या शिक्षा देते हैं❓
☝️तुम्हारा इतिहास और अतीत तुम्हें क्या सबक देकर गया❓
☝️उसकी पड़ताल और उस पर अमल कब करोगे❓
☝️या फ़िर तुमने सिर्फ अब तक कटना ही सीखा❓
😡😡😡
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☝️जब नौबत यह आनपड़े कि 25 करोड़ का झुंड😡 100 करोड़ पर भारी पड़े तो समझ लो*
☝️तो दिक्कत 100 करोड़ में है ना कि उन 25 करोड़ में🤔
☝️जब एक व्यक्ति 10 पर भारी पड़ने लगे तो उन 10 को कायरता से बाहर आकर स्वयं को सिद्ध करना होगा
☝️लेकिन 1 को कटते देख बाकी 9 मूकदर्शक बने रहते हैं😡
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जिस संस्था को बरबाद करना है वहां लोगों के एक्सपेक्टेशंस को वहां लेकर जाओ जहां उसके डूबने के अलावा और कोई रास्ता नहीं हो.
उद्योगों को बरबाद करना था तो मजदूरों को बताया गया कि तुमको और बेहतर सैलरी मिलनी चाहिए,लाभ जो है वह तुम्हारा हक मार कर कमाया जाता है,
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लाभ में हिस्सा मांगो... बल्कि फैक्ट्रियों के मालिक खुद बनो..
परिवार को तोड़ना है तो स्त्रियों को नारीवाद की घुट्टी पिलाई जाती है कि परिवार नाम की संस्था में तुम्हारी दासता है... तुम्हें मुक्ति चाहिए...परिवार तोड़ो और उन्मुक्त हो जाओ.
☝️अभी हिंदुत्व के साथ वही किया जा रहा है...
☝️वर्षों तक हिंदुत्व को निशाने पर रखकर, हिंदुत्व को टॉक्सिक और वायलेंट बताकर बात नहीं बनी तो अब खेल बदलकर खेला जा रहा है.
👉नया खेल है...संघ हिंदुत्व का शत्रु है,भाजपा हिंदुत्व की शत्रु है,मोदी हिंदुत्व का शत्रु है...
हिंदुत्व के अकेले पुरोधा सिर्फ हम हैं😡
हिंदुत्व के सारे नायक
आज भी विदेशियों की दलाली करने वाले,
क्या कभी अंग्रेज़ों से लड़े होंगे -
जब कांग्रेस के जमीन तैयार कर रहे हैं
BBC और जॉर्ज सोरोस -
तो कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता
कैसे हो सकती है -
कांग्रेस आज पूरी तरह हिंडनबर्ग, BBC और जॉर्ज सोरोस के टूल किट पर काम कर रही है और
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दोनों मिलकर कांग्रेस के लिए वैसी ही “Pitch” तैयार कर रहे हैं जैसी योगेंद्र यादव और टिकैत ने अखिलेश यादव के लिए की थी उत्तर प्रदेश चुनाव में -
हिंडनबर्ग, BBC और जॉर्ज सोरोस, सभी विदेशियों के तलवे चाटती कांग्रेस को देख कर कोई कह सकता है कि कांग्रेस ने कभी अंग्रेज़ों
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के खिलाफ देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी होगी - कांग्रेस भले ही छोड़ गया कपिल सिब्बल मगर खून में कांग्रेस के Genes मर नहीं सकते, वह भी तड़प रहा है और कह रहा है कि -
Attack:
Soros
BBC
Supreme Court
Where will this end ?
☝️एक गाँव में एक बार कुछ धूर्तों ने, जो राजा से जलन रखते थे, भाँग का एक बड़ा सा गट्ठर गाँव के एक कुएं में डाल दिया। अब सारा गाँव उसी कुएं का पानी पीता था, सो पगला गया*
☝️हर कोई रोज वही पानी पीता और रोज पागलों जैसे हँसता रोता***
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यानी कि सब कोई अपनी दुनिया में मस्त,कब-कहाँ-क्या-क्यों-कैसे हो रहा❓
☝️कोनऊ मतलब नहीं बस उन्होंने कहा दिया तो कह दिया...
क्योंकि उन्होंने कहा तो सच ही कहा होगा***😡😡😡
☝️एक दिन गाँव के धूर्तों ने चौपाल पर हंगामा कर दिया कि जो हमारा राजा है वह पागल हो गया है***
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☝️उसको हमें राजा के पद से उतार देना चाहिए***
☝️वह अब हमारे जैसा ही नहीं है भाईयों, या तो वो पागल हो गया है या किसी दूर यूरेशिया देश का घुसपैठिया हो गया है आदि-आदि इत्यादि-प्रत्यादी*
☝️और ताज्जुब की बात तो देखो वो सभी इस बात को मान भी गए,