@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 अप्सराएं देवलोक में रहने वाली अलौकिक सौंदर्य की स्वामिनी ,अनेकों कलाओं में पूर्ण दिव्य स्त्रियां होती हैं।

शास्त्रों के अनुसार देवलोक अर्थात स्वर्ग में हजारों अप्सराएं थीं जिनमें से १०८ प्रमुख और उनमें भी ११ सबसे प्रमुख थीं।

#कृतस्थली #पुंजिकस्थला #मेनका #रम्भा #प्रम्लोचा
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 #अनुम्लोचा #घृताची #वर्चा #उर्वशी #पूर्वचित्ति और #तिलोत्तमा

इनमें सबसे प्रमुख चार जो अलौकिक रूप सौंदर्य तथा सभी कलाओं में दक्ष मानी जाती हैं वह हैं #रंभा #उर्वशी #मेनका और #तिलोत्तमा

इन सभी अप्सराओं में #प्रधान अप्सरा रंभा मानी जाती है।

समुद्र मंथन से माता लक्ष्मी के साथ ही
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 रंभा रूमा तारा वारुणी सुंदरियां भी निकलीं।

रंभा को इंद्रदेव ने देवलोक में प्रथम स्थान दिया।
अपनी असाधारण सुंदरता , अत्यंत विनम्र व्यवहार तथा शिष्टाचारी होने से स्वर्ग में प्रधानता मिली।

स्वर्ग में इंद्र व इंद्रसभा को आनंद प्रदान करने के लिए ये अप्सराएं नृत्य कला द्वारा उन्हें
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 आनंदित करती हैं।

तीनों लोकों में अपने सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध इन अप्सराओं का देवराज ऋषिमुनियों के तप को भंग करने के लिए भी प्रयोजन करते हैं।

जैसा रंभा को ऋषि विश्वामित्र के तप को भंग करने भेजा गया और क्रोधित ऋषि ने रंभा को पत्थर शिला बनने का श्राप दे दिया जिससे एक हजार वर्ष
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 उसे इसी अवस्था में रहना पड़ा और शिव कृपा से वापिस अपना नारी रूप पाया।

इसी प्रकार एक समय की बात है जब इंद्रदेव नंदनवन में विराजमान थ। अप्सरा रंभा नृत्य करके इंद्रदेव का मनोरंजन कर रही थी। अचानक ध्यान भंग होने की वजह से रंभा के नृत्य में बाधा आ गई जिससे नाराज होकर इंद्र ने श्राप
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 दे दिया कि वह है रूपहीन होकर मृत्युलोक में निवास करें। इंद्रदेव का श्राप मिलने के पश्चात रंभा पृथ्वी पर गिर गई और रोने लगीं। उसी समय वहां से नारद मुनि गुजर रहे थे। जब उन्हें रंभा से सारी बातों का पता चला तब उन्होंने रंभा से कहा कि तुम महाकाल वन जाओ वहां पर तुम्हें एक शिवलिंग
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 मिलेंगे जो मनोकामना पूर्ण करने वाले हैंउस शिवलिंग की पूजा आराधना करने से तुम्हें फिर से स्वर्ग लोक की प्राप्ति होगी ।नारददेव की आज्ञा मानकर अप्सरा रंभा ने भी उन शिवलिंग की आराधना आरंभ की।अप्सरा रम्भा की कठोर तपस्या से भगवान् भोलेनाथ प्रसन्न हुए और रम्भा को यह वरदान दिया कि वह
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 इंद्र की सबसे प्रिय अपसरा बनेगी।और जिस लिंग की उन्होंने पूजा की है उसे हमेशा अप्सरेश्वर महादेव के नाम से पूजा जाएगा।

अप्सरा रंभा के नाम से ज्येष्ठ महीने के शुक्लपक्ष की तृतीया का व्रत किया जाता है। इसे रंभा तीज कहा जाता है। इसको करने से सौभाग्य और संतान सुख मिलता है और पति की
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 उम्र भी बढ़ती है। इसके अलावा भगवान विष्णु की कृपा से कार्तिक महीने के कृष्णपक्ष की एकादशी को रम्भा एकादशी व्रत किया जाता है। जो कि चातुर्मास की आखिरी एकादशी होती है। इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। ये व्रत भी खासतौर से महिलाओं के लिए है।
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 कुछ पुराणों में प्रसिद्ध अप्सरा रंभा का स्थान कुबेर की सभा में माना गया है।

इन्द्र ने देवताओं से रंभा को अपनी राजसभा के लिए प्राप्त किया था।

स्वर्ग में अर्जुन के स्वागत के लिए रंभा ने नृत्य किया था।महाभारत में इसे तुरुंब नाम के गंधर्व की पत्नी बताया गया है।
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 रंभा कुबेर के पुत्र नलकुबर के साथ पत्नी की तरह रहती थी

रावण संहिता में बताया है कि रावण ने रंभा के साथ बल का प्रयोग करना चाहा था जिससे उसने रावण को श्राप दिया था

किंतु पुराणों की अपनी भाषा है जिसमे बहुत सी प्रतीकात्मक बातें हैं।बहुत से क्षेपक हैं।एक ही शब्द के अनेक अर्थ हैं
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 अतः सत्य शोध का विषय रहा है।ज्यादातर लोग जल से निकलने के कारण इन्हें जलपरी या जल से संबंधित मानते हैं।महाभारत में अप्सराओं को ऋषि कश्यप की संतान बताया गया है।

हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार अप्सरा देवलोक में रहने वाली अनुपम, अति सुंदर, अनेक कलाओं में दक्ष, तेजस्वी और अलौकिक
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 दिव्य स्त्री हैं। वेद और पुराणों में उल्लेख मिलता है कि देवी, परी, अप्सरा, यक्षिणी, इन्द्राणी और पिशाचिनी आदि कई प्रकार की स्त्रियां हुआ करती थीं। उनमें अप्सराओं को सबसे सुंदर और जादुई शक्ति से संपन्न माना जाता है। 

भारतीय पुराणों में यक्षों, गंधर्वों और अप्सराओं का जिक्र आता
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 रहा है। यक्ष, गंधर्व और अप्सराएं देवताओं की इतर श्रेणी में माने गए हैं।

लिखा तो ऐसा भी है कि इन्द्र ने 108 ऋचाओं की रचना कर अप्सराओं को प्रकट किया। 

अपनी व्युत्पति (अप्सु सरत्ति गच्छतीति अप्सरा:) के अनुसार ही अप्सरा जल में रहने वाली मानी जाती है। अथर्ववेद तथा यजुर्वेद के
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 अनुसार ये पानी में रहती हैं।अथर्ववेद के अनुसार ये अश्वत्थ तथा न्यग्रोध वृक्षों पर रहती हैं जहां ये झूले में झूला करती हैं और इनके मधुर वाद्यों (कर्करी) की मीठी ध्वनि सुनी जाती है। ये नाचगान तथा खेलकूद में निरत होकर अपना मनोविनोद करती हैं।अप्सराओं की कोई उम्र निर्धारित नहीं है।
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @ChandanSharmaG @SathyavathiGuj1 @SimpleDimple05 @Pratyancha007 @Prerak_Agrawal1 @BablieVG @babulal13072344 @DamaniN1963 @kalpanadubey76 @NandiniDurgesh5 @amarlal71 @Hanuman65037643 @tny1986 इनको चिरयौवना अलौकिक सुंदर व अनेक कलाओं में दक्ष माना जाता है।

प्रणाम बाबूजी 🙏🙏🌹🌿🌹
राधे राधे

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with मैत्री सनातनी

मैत्री सनातनी Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @Radhika_chhoti

Mar 30
नौमी तिथि मधु मास पुनीता
सुकल पच्छ अभिजित हरिप्रीता

मध्यदिवस अति सीत न घामा
पावन काल लोक बिश्रामा।

आप सभी को राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी
हरषित महतारी,मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी Image
लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषन बनमाला, नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी ॥

कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता ।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता ॥ Image
करुना सुख सागर, सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता ।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता।

ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहै ।
मम उर सो बासी, यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै। Image
Read 5 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Don't want to be a Premium member but still want to support us?

Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal

Or Donate anonymously using crypto!

Ethereum

0xfe58350B80634f60Fa6Dc149a72b4DFbc17D341E copy

Bitcoin

3ATGMxNzCUFzxpMCHL5sWSt4DVtS8UqXpi copy

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!

:(