क्या शिवलिंग रेडिएटर हैं? #nuclear हाँ 100% सच!! #jyotirling भारत का रेडियो एक्टिविटी मैप उठाएं, हैरान रह जाएंगे आप! भारत सरकार की परमाणु भट्टी के बिना सभी ज्योतिर्लिंग स्थलों में सर्वाधिक विकिरण पाया जाता है।
शिवलिंग और कुछ नहीं परमाणु भट्टे हैं, इसीलिए उन पर जल चढ़ाया जाता है,
2…. ताकि वे शांत रहें।महादेव के सभी पसंदीदा भोजन जैसे बिल्वपत्र, अकामद, धतूरा, गुड़ आदि सभी परमाणु ऊर्जा सोखने वाले हैं।
क्योंकि शिवलिंग पर पानी भी रिएक्टिव होता है इसलिए ड्रेनेज ट्यूब क्रॉस नहीं होती।भाभा अनुभट्टी की संरचना भी शिवलिंग की तरह है।
नदी के बहते जल के साथ ही शिवलिंग
3…पर चढ़ाया गया जल औषधि का रूप लेता है।इसीलिए हमारे पूर्वज हमसे कहा करते थे कि महादेव शिवशंकर नाराज हो गए तो अनर्थ आ जाएगा।देखें कि हमारी परंपराओं के पीछे विज्ञान कितना गहरा है।जिस संस्कृति से हम पैदा हुए,वही सनातन है।विज्ञान को परंपरा का आधार पहनाया गया है ताकि यह प्रवृत्ति बने
4.... और हम भारतीय हमेशा वैज्ञानिक जीवन जीते रहें।आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में केदारनाथ से रामेश्वरम तक एक ही सीधी रेखा में बने महत्वपूर्ण शिव मंदिर हैं। आश्चर्य है कि हमारे पूर्वजों के पास ऐसी कौन सी विज्ञान और तकनीक थी जो हम आज तक समझ नहीं पाए? उत्तराखंड के केदारनाथ,
5.... तेलंगाना के कालेश्वरम, आंध्र प्रदेश के कालेश्वर, तमिलनाडु के एकम्बरेश्वर, चिदंबरम और अंत में रामेश्वरम मंदिर 79°E 41'54" रेखा की सीधी रेखा में बने हैं।
ये सभी मंदिर प्रकृति के 5 तत्वों में लैंगिक अभिव्यक्ति दिखाते हैं जिन्हें हम आम भाषा में पंचभूत कहते हैं। पंचभूत का अर्थ
6... है पृथ्वी, जल, अग्नि, गैस और अवकाश। इन पांच सिद्धांतों के आधार पर इन पांच शिवलिंगों की स्थापना की गई है।तिरुवनैकवाल मंदिर में पानी का प्रतिनिधित्व है,
आग का प्रतिनिधित्व तिरुवन्नामलाई में है,काल्हस्ती में पवन दिखाई जाती है,कांचीपुरम और अंत में पृथ्वी का प्रतिनिधित्व
7.... हुआचिदंबरम मंदिर में अवकाश या आकाश का प्रतिनिधित्व!
वास्तुकला-विज्ञान-वेदों का अद्भुत समागम दर्शाते हैं ये पांच मंदिर
भौगोलिक दृष्टि से भी खास हैं ये मंदिर इन पांच मंदिरों का निर्माण योग विज्ञान के अनुसार किया गया है और एक दूसरे के साथ एक विशेष भौगोलिक संरेखण में रखा गया
8..... है। इसके पीछे कोई विज्ञान होना चाहिए जो मानव शरीर को प्रभावित करे।
मंदिरों का निर्माण लगभग पांच हजार साल पहले हुआ था, जब उन स्थानों के अक्षांश को मापने के लिए उपग्रह तकनीक उपलब्ध नहीं थी। तो फिर पांच मंदिर इतने सटीक कैसे स्थापित हो गए? इसका जवाब भगवान ही जाने।
केदारनाथ
9.... और रामेश्वरम की दूरी 2383 किमी है। लेकिन ये सभी मंदिर लगभग एक समानान्तर रेखा में हैं। आखिरकार, यह आज भी एक रहस्य ही है, किस तकनीक से इन मंदिरों का निर्माण हजारों साल पहले समानांतर रेखाओं में किया गया था।
श्रीकालहस्ती मंदिर में छिपा दीपक बताता है कि यह हवा में एक तत्व है।
10...तिरुवनिक्का मंदिर के अंदर पठार पर पानी के स्प्रिंग संकेत देतेहैं कि वे पानी के अवयव हैं।अन्नामलाई पहाड़ी पर बड़े दीपकसे पता चलता है कि यह एक अग्नि तत्व है।कांचीपुरम कीरेती आत्म तत्व पृथ्वी तत्व और चिदंबरम की असहाय अवस्था भगवान की असहायता अर्थात आकाश तत्व की ओर संकेत करती है।
11.. अब यह कोई आश्चर्य नहीं है कि दुनिया के पांच तत्वों का प्रतिनिधित्व करने वाले पांच लिंगों को सदियों पहले एक ही पंक्ति में स्थापित किया गया था।
हमें अपने पूर्वजों के ज्ञान और बुद्धिमत्ता पर गर्व होना चाहिए कि उनके पास विज्ञान और तकनीक थी जिसे आधुनिक विज्ञान भी नहीं पहचान सका।
12.... माना जाता है कि सिर्फ ये पांच मंदिर ही नहीं बल्कि इस लाइन में कई मंदिर होंगे जो केदारनाथ से रामेश्वरम तक सीधी लाइन में आते हैं।इस पंक्ति को 'शिवशक्ति अक्षरेखा' भी कहते हैं, शायद ये सभी मंदिर 81.3119° ई में आने वाली कैलास को देखते हुए बने हैं!?इसका जवाब सिर्फ भगवान शिव ही
13.... जानते हैं
आश्चर्यजनक कथा 'महाकाल' उज्जैन में शेष ज्योतिर्लिंग के बीच संबंध (दूरी) देखें।
उज्जैन से सोमनाथ - 777 किमी
उज्जैन से ओंकारेश्वर - 111 किमी
उज्जैन से भीमाशंकर - 666 किमी
उज्जैन से काशी विश्वनाथ - 999 किमी
उज्जैन से मल्लिकार्जुन - 999 किमी
14.... उज्जैन से केदारनाथ - 888 किमी
उज्जैन से त्र्यंबकेश्वर - 555 किमी
उज्जैन से बैजनाथ - 999 किमी
उज्जैन से रामेश्वरम - 1999 किमी
उज्जैन से घृष्णेश्वर - 555 किमी
हिंदू धर्म में कुछ भी बिना कारण के नहीं किया जाता है।
सनातन धर्म में हजारों वर्षों से माने जाने वाले उज्जैन को
15.... पृथ्वी का केंद्र माना जाता है। इसलिए उज्जैन में सूर्य और ज्योतिष की गणना के लिए लगभग 2050 वर्ष पूर्व मानव निर्मित उपकरण बनाए गए थे।
और जब एक अंग्रेज वैज्ञानिक ने 100 साल पहले पृथ्वी पर एक काल्पनिक रेखा (कर्क) बनाई तो उसका मध्य भाग उज्जैन गया। उज्जैन में आज भी वैज्ञानिक
16.. सूर्य और अंतरिक्ष की जानकारी लेने आते हैं।
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1….कश्मीर ने पाकिस्तान को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया आजादी के बाद एक दशक तक पाकिस्तान कश्मीर भूल चुका था और वह दौर पाकिस्तान का स्वर्णिम दौर था और उस दौर में पाकिस्तान ने बेहद तेज रफ्तार से तरक्की किया था पाकिस्तान की ग्रोथ भारत से 3 गुनी ज्यादा थी पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन
2…यानी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस विश्व की श्रेष्ठ एयरलाइन में गिनी जाती थी पाकिस्तान अनाज उत्पादन से लेकर मैन्युफैक्चरिंग और सभी चीजों में बहुत तेजी से तरक्की कर रहा था फिर आया जनरल याह्या खान और जनरल अयूब खान का दौर और उन्होंने कश्मीर का मुद्दा उठाया और ऑपरेशन जिब्राल्टर
3…किया जो अंत में 1965 का युद्ध शुरू हुआ फिर 1971 का युद्ध हुआ नतीजा पाकिस्तान का 40% हिस्सा जो पाकिस्तान की जीडीपी में 70% योगदान देता था और जिस पूर्वी पाकिस्तान की कमाई से पूरा इस्लामाबाद बसाया गया वह पूर्वी पाकिस्तान अलग हो गया उसके बाद 80 के दशक में पाकिस्तान ने जिहादियों को
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लगभग पूरे विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया या ज्यादातर विपक्षी नेता देश छोड़ चुके हैं क्योंकि तमाम विपक्षी नेताओं ने यही कहा था कि जेलेंस्की का नाटो में शामिल होने का फैसला बिना संसद में बहस किए लिया गया और अच्छा होता कि अगर
2.... जेलेंस्की रूस के साथ बैठकर इस मामले को डिस्कस करते तो कोई ना कोई हल जरूर निकल जाता और इस तरह देश की बर्बादी नहीं होती क्योंकि जिस नाटो में शामिल होने के लिए आज हमारा देश लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो गया उसी नाटो ने हमारी कोई मदद नहीं की फिर कल यूक्रेन के एक बड़े पादरी जो
3... ऑर्थोडॉक्स चर्च के हैं उन्होंने भी सार्वजनिक तौर पर कहा कि रूस के लोग भी हमारे अपने हैं हम दोनों एक ही नस्ल के हैं लेकिन हमने अपनों पर भरोसा ना करके पश्चिम पर भरोसा किया जिसके नतीजे में हमारे मुल्क की बर्बादी हो गई अच्छा होता अगर जेलेंस्की नाटो की सदस्यता के मामले पर रूस के
1...“अरे बुढ़िया तू यहाँ न आया कर, तेरा बेटा तो चोर-डाकू था,इसलिए गोरों ने उसे मार दिया“ जंगल में लकड़ी बीन रही एक मैली सी धोती में लिपटी बुजुर्ग महिला से वहां खड़े व्यक्ति ने हंसते हुए कहा“नही चंदू ने आजादी के लिए कुर्बानी दी हैं“ बुजुर्ग औरत ने गर्व से कहा।उस बुजुर्ग औरत का नाम
2... था जगरानी देवी और इन्होने पांच बेटों को जन्म दिया था, जिसमें आखिरी बेटा कुछ दिन पहले ही आजादी के लिए बलिदान हुआ था। उस बेटे को ये माँ प्यार से चंदू कहती थी और दुनिया उसे आजाद ... जी हाँ ! चंद्रशेखर आजाद के नाम से जानती है।हिंदुस्तान आजाद हो चुका था, आजाद के मित्र सदाशिव राव
3....एक दिन आजाद के माँ-पिता जी की खोज करते हुए उनके गाँव पहुंचे। आजादी तो मिल गयी थी लेकिन बहुत कुछ खत्म हो चुका था।चंद्रशेखर आज़ाद के बलिदान के कुछ वर्षों बाद उनके पिता जी की भी मृत्यु हो गयी थी। आज़ाद के भाई की मृत्यु भी इससे पहले ही हो चुकी थी।अत्यंत निर्धनावस्था में हुई उनके
1..It is believed The best way to destroy your enemy is to destroy the knowledge their culture possesses. To do that destroy their libraries. It will take a long time for them to recover from that because The future generations won't have such easy access to their pride filled
2... cultural stories and wisdom.We had the Best Universities in the World (Taxilla–During its times this university, where the students from all across the world used to come to attain specialization in over 64 different fields of study like vedas, grammar, philosophy, ayurveda,
3... agriculture,surgery, politics,archery,warfare, astronomy,commerce, futurology,music,dance,etc. There were even curious subjects like the art of discovering hidden treasure, decryption encrypted messages, etc)Further centers include Odantapuri, in Bihar(circa550–1040),
मुझे फिलिस्तीन के समर्थन में और इजराइल के विरुद्ध प्रदर्शन करने दो ।
* मुझे पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने दो ।
* मुझे आतंकी को शहीद बता कर उसके जनाजे में 5 लाख की भीड़ जुटाने दो, उसकी कब्र को मजार बनाने दो ।
* मुझे संविधान की मां बहन करते हुए अपना अलग कानून चलाने दो ....मुझे
अपने मौज अपने कानून से और सजा संविधान के अनुसार चाहिए ।
* हम पर और नीच काफिरों पर समान नियम नही होना चाहिए...हम विशेष दर्जे वाले हैं और रहेंगे ।
* हमें संगठित षडयंत्र कर काफिरों की मूर्ख बेटियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन कराने दो ।
* हमें अवैध हथियार, मादक पदार्थों
की तस्करी, जाली नोट के धंधे में एकाधिकार बरकरार रहना चाहिए ।
* हमे जहां मन करे पत्थरबाजी, बम विस्फोट करने दो।
* बिहार–UP हो या महाराष्ट्र, हर जगह सबसे बड़ा गुंडा–माफिया हमारा आदमी हो ।
* हमे बांग्लादेश और म्यांमार से आने वाले हमारे रिश्तेदारों को भारत नामक धर्मशाला में बसाने दो ,
21 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र संघ अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाता है इसका उद्देश्य पूरी दुनिया में हर एक एरिया की हर एक समुदाय की मातृभाषा को संरक्षित करना और उसे आगे बढ़ाना है अब आप सोच रहे होंगे कि यह अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 21 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है ??इसकी कहानी
2...बड़ी दिलचस्प है पाकिस्तान बनाने के बाद पाकिस्तान की अपनी कोई भाषा नहीं थी दरअसल तक पश्चिमी पाकिस्तान में पंजाब प्रांत में पंजाबी सिंध में सिंधी बलोची औरअलग-अलग क्षेत्रीय भाषाएं बोली जाती थी और पूर्वी पाकिस्तान में बांग्ला भाषा बोली जाती थी पाकिस्तान में सबसे ज्यादा संख्या में
3...बिहार और उत्तर प्रदेश से उर्दू बोलने वाले मुसलमान गए और यह उर्दू भाषी मुसलमान बड़ी संख्या में पाकिस्तान की सेना में भी थे फिर इन उर्दू भाषी मुसलमानों ने मोहम्मद अली जिन्ना को इस बात के लिए समझा दिया की क्योकि हमने अपने धर्म के नाम पर अपना देश ले लिया है तो हमारी भाषा भी