1- सनातनी शास्त्रों में हमें लोभ और अहंकार आदि से दूर रहने की चेतावनी दी गई है..
साथ ही ये बताया गया है कि.. ये दोनों हमारे विनाश का कारण है..👌👍
यहाँ ध्यान देने योग्य बात है कि.. हमारे शास्त्र हिन्दी नहीं बल्कि संस्कृत में लिखे गए हैं..
तो, शास्त्रों में लोभ या अहंकार..
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2- शब्द नहीं बल्कि 'मोह' और "मद" शब्द लिखा गया है..🤔
इस तरह उसे सही अर्थों में पढ़ने से पता चलता है कि हमारे शास्त्र "मोह+मद" से हमें दूर रहने को बता रहे हैं और उसके बारे में चेतावनी दे रहे हैं कि अगर उन्हें नहीं त्यागा तो वे तुम्हारे सर्वनाश का कारण बन सकते हैं..
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3- अब चूँकि... शास्त्र काफी पुराने हो चुके हैं और "मोह+मद" के काफी अनुयायी भी हो चुके हैं..
इसीलिए, अब शास्त्रों की उक्ति को "मोह+मद एवं उनके अनुयायियों को त्यागने" के संबंध में समझा जाना चाहिए..!!😳😜
वो क्या है न कि.. ज्ञान प्राप्त करने हेतु हर समय रात के अंधेरे में..
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4- में घर-द्वार छोड़ना या हिमालय में तपस्या करना ही जरूरी नहीं होता है..
बल्कि, कभी कभी.. बैठे ठाले मुझसे जुड़कर भी ऐसे ज्ञान प्राप्त हो जाया करते हैं!!😜😂