👉दूसरा कारण बताया की हेलेन विदेशी शत्रुओ की बेटी है, उसकी #निष्ठा
कभी भी भारत के साथ नहीं हो सकती...
👉तीसरा कारण बताया की हेलेन का बेटा #विदेशी माँ का पुत्र होने के नाते उसके #प्रभाव से कभी #मुक्त नहीं हो पायेगा और #भारतीय माटी(मिट्टी),भारतीय लोगो के प्रति पूर्ण #निष्ठावान नहीं हो पायेगा...
☝आज जब हमें #आचार्य_चाणक्य की तरह ही चाणक्यनीति को अपनाकर #सर्वश्रेष्ठ नेतृत्वकर्ता #मोदीजी❤ के रूप में मिला है तो हमारे भाई-बहन उनका ही #विरोध करते नजर आते हैं😠😠😠
☝ये हमारे लिए #दुःखद नहीं बल्कि तुम्हारे लिए ही है...
☝क्योंकि हम सभी का #फैसला तो बहुत पहले हो चुका है, हम किस तरफ हैं...
☝️एक बहुत बड़ी हवेली थी,उस हवेली की बहुत दूर-दूर तक प्रसिद्धि फैली हुई थी,उस हवेली की प्रसिद्धि को देखकर और सुनकर उस हवेली पर कुछ हमलावरों ने हवेली के ही अकबर और एंथोनी के साथ मिलकर एक षड्यंत्र के तहत हमला बोल दिया,जो कि हवेली पर अपना मालिकाना हक चाहते थे,
1/2
और कुछ समय के चलते ऐसा हो भी गया,धीरे-2 हवेली जर्जर होने लगी और असली मालिकों को हवेली के बार खदेड़ दिया गया और वह सब हवेली के बाहर टेंट लगाकर रहने लगे...
हवेली के असली मालिकों से अब हवेली की दुर्दशा और अपने कुटुंब की हालत नहीं देखी जा रही थी, हवेली के असली सभी वारिसों ने
2/3
मिलकर पीढ़ी दर पीढ़ी बहुत से अपनी उस हवेली के लिए अनगिनत बलिदान दिए और पीढ़ी दर पीढ़ी उसकी रक्षा करते रहे...
आखिरकार हवेली की हालत में बहुत सुधार हो गया और उसकी हालत अब सुधरने लगी, फिर एक दिन हवेली के नकली मालिक जो बनकर बैठे हुए थे,उन्होंने हवेली के असली वारिसों से लड़ने में
3/4
1:- *उन्होंने अनुच्छेद 25 द्वारा धर्मांतरण को वैध बनाया।*
2:- *उन्होंने अनुच्छेद 28 के माध्यम से हिंदुओं से धार्मिक शिक्षा छीन ली लेकिन अनुच्छेद 30 में मुसलमानों और ईसाइयों को धार्मिक शिक्षा की अनुमति दी***
3:-उन्होंने एचआरसीई अधिनियम 1951 बनाकर हिंदुओं से सभी मंदिरों और मंदिरों का पैसा छीन लिया...
4:-उन्होंने तलाक कानून, हिंदू कोड बिल के तहत दहेज कानून द्वारा हिंदू परिवारों को नष्ट कर दिया,
लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ को छुआ तक नहीं...उन्हें बहुविवाह की अनुमति दी ताकि वे अपनी जनसंख्या
☝️"द केरल स्टोरी" की एक प्रमुख ख़ासियत यह भी है कि उस बच्ची के माँ बाप ने बाक़ायदा इस फ़िल्म में इंटरव्यू भी दिया है जिसको बहकाकर सीरिया में "सेक्स स्लेव" बनाकर बेच दिया गया...
☝️उस ईसाई लड़की ने भी फ़िल्म में इंटरव्यू दिया है जो अपने विचारों पर अडिग होने के कारण
Read👇👇👇
☝️उन जिहादी कीड़ों के रेप का शिकार हुई थी और एक ऐसा डरावना रेप जिसमें 18-20 लोग रोज़ाना नियम से बलात्कार करते थे😡😡😡
☝️इस फ़िल्म के माध्यम से न केवल एक भयावह सच्चाई सामने आ रही है,
☝️बल्कि वे चेहरे भी बेनक़ाब होने वाले हैं जो इस पूरे साज़िश में सक्रिय अथवा मौन समर्थक बने रहे।
☝️यह फ़िल्म इतना बारीकी से बनाया गया है कि एक औसत अथवा औसत से कम बुद्धि की भी हिंदू अथवा ईसाई लड़की को यदि इस फ़िल्म को अधिकतम दो बार दिखा दिया जाय तो वह आगे से कभी भी इस ट्रैप में नहीं फँसेंगी***
1/2
पहलवानों के धरने के पीछे जॉर्ज सोरस,
मोदी को हटाने के लिए विदेशी खेला शुरू...
आज से दो महीने पहले जब अमेरिका के पूंजीपति जॉर्ज सोरस ने बिलखते हुए कहा था कि अदानी के मुद्दे पर मोदी ने जवाब नहीं दिया,
मोदी को संसद में जवाब देना होगा।
उस वक्त जॉर्ज सोरस ने मोदी को तानाशाह
Read👇
बताते हुए ये कहा था कि वो मोदी को हराकर भारत के अंदर दोबारा लोकतंत्र को बहाल करेंगे।"
जॉर्ज सोरस के अंदर राष्ट्रवादियों के प्रति काफी घृणा है।
जॉर्ज सोरस ने अमेरिका में ऐलान करके ट्रंप को हराने के लिए अपना खजाना खोल दिया था।
जॉर्ज बुश की अगुवाई वाली रिपब्लिकन पार्टी को भी
जॉर्ज सोरस ने ऐलानिया हराया था।
जॉर्ज सोरस एंटी मोदी एनजीओ संगठनों को खूब पैसा दे रहा है,
मोदी विरोधी वकीलों को भी फंडिंग हो रही है और इसका असर अब दिखना शुरू हो गया है।
कर्नाटक में 10 मई को वोट पड़ने वाले हैं और जंतर-मंतर पर मोदी विरोध का नया मंच तैयार हो गया है।
एक कुएं में बहुत सारे मेंढक रहते थे। उन मेंढकों के राजा का नाम गंगदत्त था। गंगदत्त बहुत ही चिड़चिडे और झगड़ालू स्वभाव का था। उस कुँए के आसपास दो-तीन और कुए थे।
उन कुओं में भी बहुत सारे मेंढक रहते थे। हर कुँए का एक अलग राजा था।
Read👇👇👇
गंगदत्त किसी ना किसी कारण सभी राजाओं से झगड़ा करता ही रहता। जब वह अपनी मूर्खता के कारण कोई ना कोई गलती करता तो बुद्धिमान एवं समझदार मेंढक जब उसे रोकने का प्रयास करते तो गगदत्त द्वारा पाले गए कुछ गुंडे मेंढकों द्वारा उनकी जमकर धुलाई की जाती।
सभी मेंढको में गंगदत्त के प्रति गुस्सा
बढ़ता ही गया।वह अपनी गलती का दोष हमेशा किसी ना किसी और पर लगाता रहता।
एक बार गंगदत्त का झगड़ा पड़ोसी कुए के राजा से हो गया। उन दोनों में खूब तू-तू मैं-मैं हुई। झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि गंगदत्त ने उस राजा से बदला लेने का निश्चय किया।
वह अपने कुएं में आया और सभी मेंढकों को बुला