दिन खास है क्योंकि आज के ही दिन एक अदने से अश्वेत को एक ट्रेन से धकिया कर प्लेटफार्म पर पटक दिया गया। साफ शब्दों में अश्वेतों को उनकी औकात याद दिलाई गयी।
फिर वही छोटू #दीवार बन गया। शोषितों और शोषकों के बीच, दुनिया की सबसे मजबूत दीवार। आज भी #संघर्ष देख लो, उसके तरीके ही
पूरे दुनिया में कापी पेस्ट हो रहे। आगे अलग अलग देशों के राष्ट्रनायकों से लेकर अल्बर्ट आइन्सटीन तक '#हीरो' मानने लगे, "#मसीहा" बोलने लगे। अरे उसने कब कहा कि उसे ये सब बोलो?
तुम नहीं जानते, मत जानो।
जो तुम नहीं मानते, तो मत मानो।
#बोस ने "#राष्ट्रपिता" बोल दिया।पाप तो नहीं किया कोई पर ये बात दूसरे पक्ष के बर्दाश्त के एकदम बाहर।
तुम्हें पिछले 5-10 सालों में #व्हाटसएप्प और #फेसबुक के माध्यम से अपना राजनीतिक हित साधने के उद्देश्य से ये बताया गया कि वो #बंटवारे का जिम्मेदार है और सारी परेशानियों की जड़ है.
सोचना जरा कि इस समय ये "#ज्ञान" किस राजनीतिक उद्देश्य से बांटा जा रहा है। #UPSC की तैयारी करवा रहे क्या ये लोग तुम्हें?
मैं बस ये पूछना चाहता हूं कि #देश को एक रखने की जिम्मेदारी उसे दी किसने? किसने उसे इस जाॅब पर रखा? भगवान् ने उसे इस काम पर ही भेजा था क्या?
देश को एक रखना उस अकेले की ही जिम्मेदारी थी क्या?
और तुम्हारे नेता क्या कर रहे थे?हिंदू मुस्लिम की आग लगा रहे थे।
मतलब जो आग बुझाने की कोशिश में #शहीद हो गए, उसपर तुम्हारे सारे इल्जाम, पर जिन्होंने बकायदे क्रेडिट लेकर आग लगाई, वो बाइज्जत बरी।
टूव्हीलर की हिम्मत तो देखो वो CM के कॉन्वॉय के आगे चल रहा था, ठीक है चल रहा था पर बड़े साईज का ट्यूब और उसमें भी गेस भर के चल रहा था, अगर ये सब सच में हो रहा था तो हमारे वैज्ञानिक के मन में जिज्ञासा होना भी स्वाभाविक था, अब जब सवाल मन में आ ही गया तो काफिला रुकवाया गया,
और पूछा गया इस ट्यूब में क्या है? जवाब आया इसमे नाले की गैस भर कर दुकान जा रहा हूँ जिससे चाय बनाऊंगा ।
ये सुलेमानी आइडिया सुनते ही हमारा वास्को-ढीमाका ताबड़तोड़ गन्तव्य तक पहुंचा और सूट बूट में बैठे अतिथियों को जैसा सुना था वैसा ही किस्सा सुना दिया ,
और देखते ही देखते हॉल तालियों से गुंजायमान हो गया।
अब जिज्ञासा मेरी भी जाग गई , मैंने खोज शुरू की तो एक ठेले के सहारे मुझे वैसा ही ट्यूब दिख गया ,मैंने पूरी घटना सुनाकर उससे पूरी जानकारी मांगी तो साले ने मेरे कान के नीचे एक कंटाप लगाते हुए कहा तू तो पढ़ा लिखा दिखता है ??
ये जितेंद्र सिंह बहका रहे हैं पर तुम अपने वाले अखण्ड पर अड़े रहना
जापान में "मां के कदमो के नीचे जन्नत है" नहीं बोलते फिर भी वो मातृत्व के लिए सबसे बढ़िया देश है.
डेनमार्क "सत्यमेव जयते" का नारा नहीं लगाता पर भ्रष्टाचार उनके यहां न के बराबर है.
ऑस्ट्रेलिया में स्त्री को "देवी" नहीं माना जाता मगर वो महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित देशों में से एक है.
नीदरलैंड "वासुधैव कुटुम्बकम" नहीं गाता फिरता लेकिन अधिकतर देशों को बिना किसी वीजा के अपने यहां रहने की परमीशन देता है.
अमेरिकन "सारे जहां से अच्छा" का दावा नहीं करते पर स्पोर्ट्स से लेके मिलट्री पावर तक अधिकतर चीज़ों में वे सबसे बेहतर हैं.
हम ये सब नारे रोज़ दोहराते हैं पर हकीकत में इनमे से हम है क्या ??
बीते संसद सत्र को लगातार ठप करने, अदानी घोटाले में जवाबदेही से मुंह मोड़ने के बावजूद नरेंद्र मोदी सरकार की किरपा सेठ पर बनी हुई है।
हाल में अदाणी सेठ ने 2.57 बिलियन डॉलर की पूंजी जुटाने का जब ऐलान किया तो हैरान
निवेशकों ने पूछा कि इतना पैसा कहां से लाओगे? सेठ चुप रहा।
अब पता चला है कि हिन्डेनबर्ग की रिपोर्ट और अदानी सेठ को 50 बिलियन डॉलर का नुकसान होने के बावजूद बैंकों ने उसे 2.3 बिलियन डॉलर का लोन दिया है। जाहिर है इसमें भारतीय बैंक भी होंगे।
किसके कहने पर? किसकी गारंटी पर? उस एक व्यक्ति का नाम अब दुनिया जानती है।
अदाणी सेठ अभी भी 100 बिलियन डॉलर के घाटे में है। लेकिन उसे सीमेंट सेक्टर से काफी उम्मीदें हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय और नितिन गडकरी दोनों उसके लिए प्रोजेक्ट बनाने और दिलाने में बहुत मदद कर रहे हैं।
एक दिन मेरे पास एक फोन आया। आपका डेविड कार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा अगर आपने तुरन्त kyc अपडेट नही किया तो। इसलिए आप कृपया तुरंत बैंक से सम्पर्क कर kyc अपडेट करवाएं।
मैंने पूछा कि तुरन्त kyc अपडेट के लिए मुझे क्या करना होगा? उधर से बताया गया कि आप चाहें
तो ऑनलाइन भी kyc अपडेट करवा सकते हैं। आपसे बस कुछ सवाल किए जाएंगे और आपका kyc अपडेट हो जाएगा।
मेरे ऑनलाइन अपडेट के लिए सहमति देने पर उधर से मेरे डेविड कार्ड का नम्बर पूछा गया।
मैंने कहा कि भाई अभी तो मेरे पास मेरा एटीएम कार्ड नही है। आप थोड़ी देर बाद फोन कीजिये।
थोड़ी देर बाद फिर उनका फोन आया। तब तक मैंने एक काल्पनिक नम्बर सोच लिया था।
मैंने उन्हें नम्बर बताया तो उन्होंने नम्बर रिपीट करने को कहा।
मैंने फिर नम्बर रिपीट किया।
इस पर उधर से कहा गया कि आप गलत एटीएम नम्बर बता रहे हैं। आपका जिस बैंक का एटीएम है ये उसका नम्बर नही।
गाँव में हमारे पड़ोस का तेली बहुत ही धूर्त व्यापारी मानसिकता का था और येन केन केवल अपनी कमाई के लिए तत्पर रहता था।
एक बार उसने बिगड़ैल गधा खरीद लिया क्योंकि सस्ता मिल गया, वो उस गधे को एक दिन भूखा रखता, अगले दिन चारा डालता लेकिन जरूरत
से कम फिर कभी थोड़ी सी पसंद की चीज खिला देता और गधा सिर्फ अपने खाने , चारे मे इतना व्यस्त रहने लगा कि भला गधा बन गया ।
आपदाओं की बहुलता मे हम देश की सबसे बड़ी आपदा की बात भी नही करते जो मणिपुर की आड़ में नज़र नही आ रही, कुछ सूत्र कह रहे है कि मायनमार के कुछ हिस्से,
नागालैंड और कुछ और तोड़ जोड़ कर नागालिंगा की मांग होने लगी है या हो सकती है !
नागा विद्रोही आज़ादी से पहले से ही बगावत और आज़ादी के लिए लड़ रहे थे क्योंकि उनके अनुसार वर्तमान नार्थ ईस्ट जो आसाम था कभी हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं रहा और मुगल काल में इसे जबरदस्ती मिला लिया गया
राजदण्ड- माउन्टबेटन- राजगोपालाचारी- सब किस्सा पूर्णतः फर्जी प्रमाणित हुआ है।
द हिन्दू, जो निश्चित रूप से गोदी मीडिया नही है, औऱ विश्वसनीय रहा है, उसने इस गप पर मुहर लगाई थी। अब उसके चेयरमैन का इस्तीफा आ गया है, क्योकि दूसरे बोर्ड मेम्बर ने उस डेट का
हिन्दू अखबार की कॉपी निकालकर चेयरमैन को शर्मसार कर दिया।
दरअसल तमिलनाडु के एक मठ ने निजी रूप से नेहरू को एक कमरे में मुलाकात कर ये डंडा गिफ्ट किया था, और फोटो खिंचवाए थे।
वही फोटो अपने मठ के प्रचार में, विज्ञापन बतौर अखबारों में छपवाए थे। उसी फोटो को टाइम मैगजीन ने उठा लिया,
और एक लेख में उसे लगाकर नेहरू की व्यंग्यात्मक आलोचना की थी।
मिलने आये सन्तो के शिष्टमंडल का तोहफा, एक मिनट हाथ मे लेने के बाद, नेहरू में उसे म्यूजियम में भिजवा दिया था। अब वहीं से निकालकर लाया गया, गप बनाई गई।