Associate Editor -@Thelallantop। Ex-ABP| IIMCan|AU। भारत का रहने वाला हूं,भारत की बात सुनाता हूं।शब्द ही शजरा। पक्का इलाहाबादी।
Jul 15, 2022 • 5 tweets • 1 min read
ALT न्यूज के मोहम्मद ज़ुबैर को जमानत देते हुए कोर्ट ने जो टिप्पणी की है, वो काबिल-ए-गौर है।पूरा पढ़िएगा। कोर्ट ने कहा-
''एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए असहमति के स्वर आवश्यक हैं।इसीलिए महज़ किसी राजनैतिक दल की आलोचना के संबंध में IPC की धारा 153 A और 295 A लगाना न्यायोचित नहीं है"
हिंदू धर्म सबसे प्राचीन और उदार धर्मों में से एक है. बड़ी संख्या में हिंदू अपने प्रतिष्ठानों और बच्चों के नाम देवी देवाताओं के नाम पर रखते हैं. ऐसा करना तब तक 153A और 295A के तहत नहीं आएगा, जब तक मकसद में खोट न हो।
तारीख़ 12 मई 1991।तमिलनाडु के थिरवलूर में वीपी सिंह की रैली हो रही थी।लोकसभा के चुनाव सिर पर थे। रैली में पर्याप्त भीड़ के बीच एक अनजाना व्यक्ति पत्रकार के भेष में बैठा था। उसके साथ एक महिला भी आई थी। वो व्यक्ति..
आगे की सीट पर चश्मा लगाए बैठा था। उसकी एक आँख नहीं थी। नाम था शिवरासन। One eye Jack। बम बनाते वक्त पहले कभी उसकी एक आँख चली गई थी। ये था लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के प्लान को एग्जीक्यूट करने वाला मास्टर माइंड। वीपी सिंह की रैली में उस दिन मानवबम धनु भी आई थी। जानते हैं क्यों ?
Dec 29, 2021 • 14 tweets • 4 min read
पहाड़ की गैया
गैया का भैया..
Dec 29, 2021 • 20 tweets • 5 min read
मॉल रोड से इतर जो शिमला वो अद्भुत है। ❣️
घूमने का शौक रखते हैं, एक्सप्लोर करने में मजा आता है तो आइए शिमला के जंगल, गांव और गांव की कुछ एंटीक चीजें दिखाता हूं...
चलते- चलिए...
कल जन्मदिन पर कईयों ने वाजपेयी जी को याद किया और कई जगहों पर क्रिसमस प्रोग्राम को खंडित किया गया,आयोजकों को डराया-धमकाया गया।इस वाजपेयी होते तो क्या करते ? आडवाणी क्या सोच रहे होंगे ?
थोड़ा पीछे चलते हैं।साल 1999। वाजपेयी सरकार।
ईसाई तब भी भारत की जनसंख्या में 3% से कम थे, आज भी हैं। यूं तो अतिवादी हिंदू को कभी ईसाइयों के शारीरिक बल से वैसा खतरा महसूस नहीं हुआ,जैसा कि मुसलमानों से होता है। लेकिन RSS लंबे समय से मिशनरी की तरफ से होने वाले धर्मांतरण को संदेह की नजर से देखा रहा है।
और..
Sep 28, 2021 • 8 tweets • 2 min read
#इति_श्री_इतिहास
आजादी की लड़ाई में शहीद तो बहुत हुए, सीने पर गोली झेली, बहुतों की गर्दन ने फांसी झूली।
मगर मात्र 23 साल का एक लड़का शहीद-ए-आजम कैसे हुआ ? सोचा है कभी ?
वजह ये नहीं थी कि हथियार उठाया, वजह ये थी कि उन्होंने एक हाथ में हथियार,दूसरे में किताब उठाई।भगत सिंह तो...
खुद कहते थे।
"क्रांति शब्द का अर्थ प्रगति के लिए परिवर्तन की भावना और आकांक्षा है। हथियार और गोला बारूद क्रांति के लिए कभी-कभी आवश्यक हो सकते हैं लेकिन इंकलाब की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है।"
भगत सिंह साफ लिखते हैं कि
"बम और पिस्तौल क्रांति के पर्यायवाची नहीं हैं"
Jun 27, 2021 • 27 tweets • 8 min read
कई दिनों बाद #इतिश्रीइतिहास
जन्म जयंती से ठीक एक दिन पहले बात आज उस प्रधानमंत्री की जिसने असल मायने में हिंदुस्तान की तकदीर बदलकर रख दी। वो प्रधानमंत्री जिसके पास पूरी ताकत नहीं थी,जो आधा शेर था। फिर भी हिंदुस्तान के ख्वाबों की ताबीर बदल दी।
1/24 Thread
वो जिनके व्यक्तित्व में नेहरू, इंदिरा, राजीव जैसा करिश्मा नहीं था, ना ही मोदी जैसा जादुई भाषण देना आता था। लेकिन फिर भी वो सब कर गए जिसकी ऋणि पीढ़ियां रहेंगी...वो प्रधानमंत्री जिसे यश की जगह अपयश मिला, उसे अच्छे की जगह बुरे कामों के लिए याद किया गया...
Jun 11, 2021 • 6 tweets • 3 min read
ST वर्ग के एक टोले में लालू यादव पहुंचते हैं,पूरा टोला भागकर आता है,उसमें 30 साल की महिला।वो लालू के नजर आना चाहती थी, नजर पड़ी तो लालू बोले-सुखमनिया तुम यहां ?तोहरा बिहाय यहां हुआ है ?
साथ में खड़े शिवानंद तिवारी अचंभित कि इसे कैसे जानते हैं ?यही लालू का करिश्मा है वो जिससे...
एक बार मिल लें उसे भूलते नहीं। वो महिला पटना के वेटरनरी कॉलेज के पास किसी टोले में रहती थी। लालू तब से उसे जानते थे।आशीर्वाद दिया,उसकी बहन का नाम लेकर पूछा, वो कहां है ? हाल-चाल लिया। हाथ में 500 रुपए रखे और चल दिए। यही बातें लालू प्रसाद यादव को आम लोगों का नेता बनाती है।
Jun 9, 2021 • 4 tweets • 2 min read
देश आज BJP के इन कर्मठ कार्यकर्ताओं को बहुत मिस कर रहा है।
₹68 का पेट्रोल था
जगह-भोपाल
तारीख 5Nov 2011
पेट्रोल इतना महंगा लग रहा था कि फांसी लगा बताए,अब इस महंगाई से मर जाएंगे
@brajeshabpnews कुछ याद आया सर? 102 के पेट्रोल में कैसे हैं ये सब,किसी ने समाधि तो नहीं ले ली ?
वीडियो में पीछे @brajeshabpnews सर की आवाज है। ऐसी रिपोर्टिंग करने का मौका आखिरी बार कब मिला था सर ?
May 27, 2021 • 5 tweets • 2 min read
#इति_श्री_इतिहास
''एक सपना अधूरा रह गया,एक गीत मौन हो गया और एक लौ बुझ गई।दुनिया को भूख और भय से मुक्त करने का सपना,गुलाब की खुशबू,गीता के ज्ञान से भरा गीत और रास्ता दिखाने वाली लौ। कुछ भी नहीं रहा''
पं.नेहरू को श्रद्धाजंलि देते हुए ये वाजपेयी जी के शब्द थे। आगे कहते हैं...
''यह एक परिवार,समाज या पार्टी का नुकसान भर नहीं है। भारत माता शोक में है क्योंकि उसका सबसे प्रिय राजकुमार सो गया। मानवता शोक में है क्योंकि उसे पूजने वाला चला गया।दुनिया के मंच का मुख्य कलाकार अपना आखिरी एक्ट पूरा करके चला गया।उनकी जगह कोई नहीं ले सकता''
मई 1964 में जब...
May 5, 2021 • 5 tweets • 2 min read
लखनऊ में Era Medical college है, मीसम अली खान इसके कर्ताधर्ता हैं। हमारे RSS वाले अंकल यहीं से कोरोना को हराकर लौटे हैं। अंकल बताते हैं- अस्पताल अद्भुत है, यहां जो नर्सें हैं, शाहीन हों या शबनम या और कोई एकदम फ्लोरेंस नाइटिंगेल का रूप।मरीज को अपने हाथ से खाना तक खिलाती हैं। 1/2
करते हैं ऐसा सेवाभाव कहीं देखा ही नहीं। इससे पहले वो बलराम जिला अस्पताल में एडमिट थे, वहां की जो हालत थी उसे बताते हुए डर जाते हैं। मगर Era की इतनी तारीफ करते हैं कि पूछिए मत। नफरतों के दौर में मोहब्बतों ऐसे पैगाम जिंदगी के रौशनदान खोलते हैं।आदमी गलत हो सकता है कौम नहीं। 🙏
Apr 7, 2021 • 9 tweets • 3 min read
#इति_श्री_इतिहास
सोवियत संघ के लेलिनग्राद में बालशोई बैले ग्रुप का डांस चल रहा था,मंच पर 'स्वैन लेक' की परफॉर्मेंस हो रही थी।सामने बैठा एक भारतीय मेहमान असहज हो रहा था,कह सकते हैं लजा रहा था।क्योंकि नर्तकियों की टांगे नग्न थी
छोटे कद और ऊंचे विचार का ये व्यक्ति कोई और नहीं 1/9
गृहमंत्री के तौर पर वहां मौजूद लालबहादुर शास्त्री थे। बगल में उनकी पत्नी जिन्हें अम्मा कहते थे, वो भी बगल में बैठी थीं तो लजाने की वजह दोगुनी हो गई थी।
इस पर मध्यांतर के वक्त उनके सूचना सलाहकार रहे कुलदीप नैय्यर ने पूछ लिया कि
नृत्य कैसा लगा ?
शास्त्री जी बोले-बड़ी शर्म आ रही..
Apr 3, 2021 • 18 tweets • 6 min read
आरोप लगाया जाता है कि पं. नेहरू ने जम्मू कश्मीर को जानबूझ कर अतिरिक्त छूट दी(370),जबकि सरदार पटेल इसके खिलाफ थे। तो आइए सच्चाई जान लेते हैं #इति_श्री_इतिहास
पहली बात तो लोगों को ये समझना चाहिए कि जब आज के गृहमंत्री 370 को निष्प्रभावी करने का प्रस्ताव संसद में पेश करते हैं 1/19
तो तब के गृहमंत्री पटेल 370 लागू करने से भला कैसे दूर रहें होंगे। कॉमन सेंस की बात है। अब इतिहास में आते हैं
बात तब कि है जब जम्मू कश्मीर का विलय भारत में हो चुका था, शेख अब्दुल्ला वहां के प्रीमीयर बन चुके थे, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और जो कहा...
Apr 1, 2021 • 7 tweets • 3 min read
#1232KMs
ऐसा नहीं है कि हम इन्हें जानते नहीं,पहचानते नहीं, यहीं हमारे आस-पास ही तो रहते हैं, कहीं मजदूरी करते हैं, कहीं रिक्शा चलाते हैं, मां रोटी लाती है पत्थर तोड़कर, बच्चे खाते और सो जाते हैं जमीन बिछा,आसमान ओढ़कर।... 1/7
बड़े-बड़े शहरों में जिन ऊंची-ऊंची इमारतों को इन्होंने अपने पसीने के घोल से बनाया, उन्हीं इमारतों के किसी लिजलिजे तहखानों पड़े रहते हैं, बिल्कुल चुपचाप दीन-हीन-मलीन, कभी दिखते हैं, कभी हम देखना नहीं चाहते। मुफलिसी के हाथों हमेशा से मजबूर थे और जब
Mar 28, 2021 • 7 tweets • 2 min read
सीधे रोमांच पर आते हैं
कॉमरेड ओगिलवी ने 3 साल की उम्र में तीन को छोड़कर सारे खिलौने तोड़ डाले।जो खिलौने उन्होंने रखे वो थे..ढोल,छोटी मशीनग और हेलिकॉप्टर।
6 वर्ष की आयु में वो बाल जासूसों के सरदार बन गए।9 की उम्र में अपने राष्ट्रदोही चाचा को उन्होंने पुलिस के हवाले कर दिया 1/7
17 साल की उम्र में कॉमरेड ओगिलवी सेक्स विरोधी लीग के जिला संयोजक बन गए। 19 की उम्र में उन्होंने ऐसा हथगोला बनाया जिसे शांति मंत्रालय (जो कि अशांति फैलाता था) ने देशहित में उपयोग के लिए स्वीकार कर लिया। जब उन हथगोलों का पहली बार प्रयोग किया तो उससे 31 यूरेशियन सैनिक मारे गए...
Mar 27, 2021 • 5 tweets • 3 min read
जिज्ञासा हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
एक किताब मिल गई जिसमें 1971 में पीएम मोदी के जेल जाने का जिक्र है। मगर यहां जिक्र थोड़ा अलहदा है।
ऐंडी मरीनो लिखते हैं कि 1971 में RSS के लोग सेना में शामिल होने का अधिकार मांग रहे जबकि तब RSS पर बैन था...
लेकिन युद्ध के मोर्चे पर भेजने के बजाय सरकार ने हमें गिरफ्तार कर लिया। ऐसा ऐंडी मरीनो से पीएम मोदी कहते हैं।
अबतक जनसंघ के प्रदर्शन की बात आई थी, मगर ये नई और रोचक बात है।
मरीनो लिखते हैं कि उनकी कैद चंद दिनों की थी और नरेंद्र को जल्द ही रिहा कर दिया गया। जिससे यह संकेत साफ..
Mar 26, 2021 • 6 tweets • 3 min read
मैं ये नहीं कहता कि पीएम संघर्ष में जेल नहीं गए होंगे। मगर ये 1000% दावे के साथ कह सकता हूं कि आपने गुजराती में लिखी 'संघर्षमां गुजरात' नहीं पढ़ी होगी।
मगर मैंने 227 पन्नों का हिंदी अनुवाद दो बार पढ़ी।पूरी किताब 1975 की इमरजेंसी पर है,इसमें कहीं भी 1971 का जिक्र नहीं है
मैं ये दावे के साथ कह सकता हूं BJP के तमाम नेता और तमाम प्रबुद्ध लोग इस किताब को खोल के देखे तक नहीं होंगे। देखे होते तो ये इस किताब को 'टूल किट' की तरह ना इस्तेमाल करते। दुर्भाग्य से आप भी इस 'टूल किट' का शिकार हो।पढ़ता-लिखता रहता हूं, लजाने की जरूरत मुझे नहीं पड़ेगी। 🙏🙏
Mar 26, 2021 • 10 tweets • 3 min read
आइए एक किस्सा सुनाता हूं, WhatsApp University की दुनिया समझने में आसानी होगी..
एक आदमी ने 1995 में अमेरिका में दो बैंक लूटे।दोनों जगह वह बिना चेहरा ढके गया और बैंक से पैसा लूटने के बाद मुस्कराता हुआ सिक्योरिटी कैमरा के सामने जाकर खड़ा हो गया। कैमरे के सामने बड़े आराम से काफी..
देर उसको मुंह चिंढ़ाता रहा, फिर वह भाग गया। पर रात होते तक पुलिस ने उसकी पहचान कर के उसको गिरफ्तार कर लिया।
लुटेरा अपनी गिरफ्तारी पर स्तब्ध था। उसको समझ नहीं आ रहा था कि उसकी पहचान कैसे हुई। पुलिस वालों ने उसको बताया कि भइया, हमें पहचान करने में कोई दिक्कत नहीं आई थी...
Mar 24, 2021 • 38 tweets • 8 min read
शहीद-ए-आजम भगतसिंह की फांसी के लिए गांधी जी को ना जाने क्या कुछ कहा जाता है, आजकल तो सावरकर से भी संबंध जोड़े जाने लगे हैं तो ऐसे #इति_श्री_इतिहास क्या कहता है?
बात 28 अक्टूबर 1928 की,साइमन कमीशन का लाहौर में तगड़ा विरोध हुआ,बौखलाए अंग्रेजों ने क्रूरता की लाठियां चलवा दी 1/40
उप निरीक्षक सांडर्स ने लाला लाजपत राय जी पर सीधी लाठी चलाई, एक सीने पर, दूसरी कंधे और तीसरी सिर पर लगी। बुजुर्ग लाला जी लाठियों की मार से पूरे 18 दिन लड़े
और 17 नवंबर को देह त्याग दिया। लाला जी की नीतियों से भगतसिंह भले ही खिलाफ हो गए थे, मगर लाला जी पर पड़ी लाठियों ने...
Mar 23, 2021 • 13 tweets • 4 min read
#इति_श्री_इतिहास
अंग्रेजी यातना सहकर एक चाचा स्वर्णसिंह की मौत हो चुकी थी, दूसरे चाचा अजीत सिंह अंग्रेजों से बचने के लिए विदेश में फरारी
काट रहे थे।घर में एक चाची विधवा थीं,दूसरी ना विधवा,ना सधवा। वो गोद में लेकर 3 साल के भगत सिंह को प्यार करती और नजरें मिलते ही रो पड़तीं 1/13
कहते हैं पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं, तो भगत के भी दिखने लगे थे। दुधमुहे दातों वाले 3 साल के भगत सिंह बड़ी चाची के गले में बाहें डालकर कहते
'रोओ मत , मैं अंग्रेजों को मार भगाऊंगा और चाचा जल्द लौट आएंगे। दूसरी चाची से कहते- मैं अंग्रेजों से बदला लूंगा।...
Mar 17, 2021 • 32 tweets • 8 min read
आरोप लगता है कि नेहरू की वजह से कश्मीर समस्या है,पटेल की जगह नेहरू ने इसे अकेले हैंडल किया इसलिए सब गुड़गोबर हो गया, UN जाकर सत्यानाश किया।सच क्या है? #इति_श्री_इतिहास में लाल चौक पर झंडा फहराकर भीड़ के बीच खड़े पं.नेहरू की तस्वीर देखते हुए आज थोड़ा धैर्य पढ़िएगा
अब तथ्य 1/30
सितंबर का महीना,1949। कश्मीर घाटी में एक बेहद खास सैलानी पहुंचते हैं, नाम था पंडित जवाहर लाल नेहरू। झेलम नदी इस बात की गवाह है कि पं.नेहरू और शेख अब्दुला उसकी गोद
में थे। दोनों ने करीब 2 घंटे तक खुले आसमान के नीचे नौकाविहार किया।आगे-पीछे खचाखच भरे शिकारों की कतार थी...