Dharmendra Pant धर्मेन्द्र पंत Profile picture
दिल से पहाड़ी, कर्म से कलम का खिलाड़ी। तीन पुस्तकों ‘सचिन के सौ शतक’, ‘उत्तराखंड की लोकभाषाएं : दशा और दिशा’ और ‘क्रिकेट विज्ञान’ का लेखक। पेशे से खेल पत्रकार।
Jul 4, 2021 10 tweets 5 min read
(1) यह थ्रेड उन सभी मित्रों के लिये जो भू_कानून को सरल शब्दों में समझना चाहते हैं। कुछ मित्र #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून के उद्देश्यों और लाभ के बारे में भी सवाल कर रहे थे। उत्तराखंड की स्थापना नौ नवंबर 2000 को की गयी थी …क्रमश:
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून (2) वर्ष 2002 में प्रावधान किया गया था कि उत्तराखंड में बाहरी व्यक्ति 500 मीटर जमीन ही खरीद सकता था। इस सीमा को वर्ष 2007 में घटाकर 250 मीटर कर दिया गया। सरल शब्दों में कहें तो तब कोई बाहर का व्यक्ति यहां की कृषि योग्य भूमि नहीं खरीद सकता था ...क्रमश:
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून