#SaveShikharJi जैन साहब, बरमूडा ट्रायंगल वाले। Profile picture
#SaveShikharJi #SaveGirnarJi #Jainism | #हिंदुत्व और #देशभक्त विचारधारा।
Jul 6, 2022 4 tweets 3 min read
#Jainism
केरल में जैन धर्म तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व चंद्रगुप्त और आ. भद्रबाहू द्वारा लाया गया था।
ये मैसूर श्रवणबेलगोला से आए थे ।
बाद में और भी जैन साधु तमिलनाडु से आए और उनकी प्रेरणा से #चेर वंश के लोगो ने जैन धर्म अपना लिया । #शिल्पप्दिकारम के लेखक महाकवि इलांगो अडिगल चेरा … राजवंश के राजकुमार थे । केरल में उनकी मौजूदगी का एकमात्र प्रमाण ये है की केरल के कई हिंदू मंदिर मूल रूप से जैन मंदिर है ।
मातिलकाम का मंदिर मूल रूप से जैन मंदिर था जो की अब। हिंदू मंदिर के रूप में है उत्तर मालाबार के कई मंदिर मूल रूप से जैन मंदिर थे कभी जैन धर्म यहा फलता फूलता …
May 25, 2022 7 tweets 7 min read
#Jainism
#जैन #तीर्थ
जय जिनेन्द्र बंधुओं आज की हमारी भाववन्दना एक ऐसे क्षेत्र की है,, जहां पर कई दशको से हजारों की संख्या में जैन प्रतिमाएं निकलती रही हैं। सबसे खास बात तो यह है इस गांव के निवासी इन खंडित जैन प्रतिमाओं की पूजा करके अपने आप को धन्य मानते हैं।
आइये जानते हैं,… इस क्षेत्र के बारे में
इटावा जिले में यमुना नदी के किनारे बसा गांव आसई देश दुनिया का एक ऐसा गांव माना जा सकता है, जहां के निवासी खंडित मूर्तियों की पूजा में विश्वास करते हैं। इस गांव के लोग किसी मंदिर में पूजा अर्चना नहीं करते हैं बल्कि हर घर में जैन प्रतिमाएं पाई जातीं हैं।…
May 24, 2022 8 tweets 8 min read
#Jainism
जय जिनेन्द्र मित्रो, आज की भाववन्दना मुरैना जिले में एक ऐसे रहस्यमयी स्थान की है । जहां पहाड़ों के बीच घने जंगल मे प्राकृतिक झरने के सामने चट्टानों पर १००० वर्ष प्राचीन भगवान श्री शांतिनाथ, कुंथुनाथ व अरनाथ की दुर्लभ व अतिशयकारी प्रतिमा बनी हुई है । यहां एक प्रतिमा… श्री पार्श्वनाथ भगवान की भी है, इस स्थान के बारे में कम ही लोगो को जानकारी उपलब्ध है ।

आइये इस स्थान के बारे में जानते हैं । ---

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में, कैलारस से करीब 30 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में स्थित जंगल मै टिकटोली दूमदार पंचायत मे थाना निरार के अंतर्गत आने …
Jun 6, 2021 18 tweets 7 min read
#Jainism गोवा और कोंकण में जैन धर्म
#Jainism_In_Goa
सप्तकोंकण का क्षेत्र कभी जैन धर्म का गढ़ और जैन बहुल क्षेत्र था। कदंब, चालुक्य, राष्ट्रकूट, यादव और शिलाहार जैसे जैन राजवंशों ने इस क्षेत्र पर शासन किया। जैन ग्रंथों में इस क्षेत्र के विभिन्न राजाओं के नामों का उल्लेख मिलता है… जो जैन धर्म के महान श्रावक थे। प्राचीन जैन ग्रंथों में एक प्राचीन रत्न बहुत क्षेत्र का उल्लेख किया गया है जिसमें एक महान जैन राजा द्वारा नियंत्रित एक बड़ी हीरे की खान शामिल है।
गोवा और कोंकण की जैन जातियां जो आज धर्मान्तरित हो चुकी है
1.शेणवी गौडा/गौड़…
Jun 5, 2021 5 tweets 5 min read
#BanAnoopMandal
जागो जैनियो अब तो जागो यह स्थान राता महावीर जी के पास आदिवासी इलाकों का है जहाँ पर कल रात्रि में इन आदिवासियों द्वारा आधी रात को यह जुलूस निकाला गया और जैन धर्म और जिनशाशन को जम कर शर्मनाक किया गया हमारे साधु संतों का पुतला जलाया गया जब प्रदेश में धारा 144 … लगी हुई है फिर इतने व्यक्ति कैसे इक्कठे हो गए यह सोचनीय बात है और हम सिर्फ ज्ञापन देने जाते हैं तो 20 आदमियों को इक्कठे होने में हमे जोर आता है विचार करे सोचे मंथन करे अब तो ये पंथ वाद छोड़ दो और सब एक होकर हमारा शक्ति प्रदर्शन कर जिनशाशन का अपमान करने वाले ऐसे व्यक्तियों से…
Jun 5, 2021 4 tweets 8 min read
#Jainism
हैहयवंशी जैन थे,खत्तिय थे, खेती-बाड़ी करते और राज्यसंचालन भी।
#हैहयवंशी_जैन
जब तक जैन रहे तब तक एक रहे, संगठित रहे।

जैन-धर्म छोड़ते ही बिखर गए,खत्तिय से शूद्र बन गए,जातियों में बंट गए,आज कलार,कासार,धनगर,यादव,बघेल दर्जनों गुट बने है।

अहिंसा धर्म का पालन करते… हुए हैहयवंशियो ने उत्तर से लेकर सूदूर दक्षिणावर्त, सदियों तक राज्य किया।

अपने मूल पुरुष सहस्त्रार्जुन से प्रेरणा लेकर हैहयवंशी खारवेल ने कलिंग के सहारे पूरे भारत को एक किया,मगध जैसे विशाल साम्राज्य को तहस-नहस कर दिया।

उत्तर भारतीय हैहयवंशियो की शाखा आज कलार, ताम्रकार,…
Sep 7, 2020 20 tweets 5 min read
#Jainism सम्मेद शिखर जी सम्पूर्ण वंदना।

1----गौतम गणधर ----35 चरण है
24 तीर्थंकरो के व 10 पारसनाथ भगवान के गणधर के सफेद वर्ण के है व गौतम गणधर के श्याम वर्ण के है
विशेषता इस कूट की विशेषता है कि यह स्थान पर्वत पर समतल भूमि पर है
इस कूट से एक साथ 9 टोंक के दर्शन और होते है
पॉच टोंक दायी और व चार टोंक बाई और है
2----इस टोंक पर 35 चरण बने है
जिनमे 34श्वेत वर्ण के व एक श्याम वर्ण के है

2----कुंथुनाथ जी ---ज्ञानधर कूट ----श्याम वर्ण के चरण है
3---नमि नाथ जी ------मित्रधर कूट
शंयाम वर्ण के चरण है ----
4----अरहनाथ जी ----नाटक कूट ---