Sandeep VS State Profile picture
Second-Class Citizen with a Y chromosome .
Dec 6 5 tweets 2 min read
The government has been intruding into people’s bedrooms since 1961.

In 1961, the Dowry Prohibition Act was enacted, under which both giving and taking dowry were declared criminal offences. Ironically, not a single person in India has ever been jailed for giving dowry. Even after this law was introduced, neither the so-called dowry practices stopped, nor did the alleged harassment of women. Instead, the Act was widely misused by women.

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Then in 1983–84, IPC 498A was introduced, again with the same flimsy reasoning that it would prevent the physical & mental harassment of married women. IPC 498A went on to become the most misused section of the IPC. In 2005, the Supreme Court even labelled IPC 498A as legal terrorism. Even after its introduction, harassment of women did not stop instead, women widely misused this section as well.

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Jun 3, 2020 7 tweets 3 min read
मैं बहुत दिनों से sec 9 और RCR पर लिखना चाह रहा था चलिये आज बताते है यह sec 9 है क्या ?

HMA मे सबसे बकवास सबसे बेकार और अगर कोई घटिया धारा है तो वो हैं SEC 9 . इसको करके समय और पैसा दोनो ही बरबाद होते है ।

498A लगने से पहले या 498A लगने के बाद ज्यादातर वकील SEC 9 दर्ज करवाने की सलाह देते है । और उन वकीलों का तर्क यह होता है की यह बकवास धारा आपको आसानी से जमानत दिला देगी । जबकि ऐसा कुछ है नही । जो वकील ऐसा करते है वो केवल आपसे पैसा कमाने के लिये इस बेकार धारा को दर्ज करवाते है ।
Jun 1, 2020 16 tweets 4 min read
498A हैं क्या ? 498A क्यों दर्ज होता है ?

इसे ज्यादातर वही औरते दर्ज करवाती है जिन्हे ससुराल में अपनी बातें मनवाने का शौक होता है । जो पत्नियां दिमाग से कमजोर होती है अपना भला बुरा नही सोच सकती है दुसरो की बातों मे आकर 498A को दर्ज करवाती है पत्नियां पैसे ऐठने के लिए भी 498A दर्ज करवाती है ।
May 31, 2020 7 tweets 2 min read
महिला थाना , CAW अगर आपको कॉल करे तो आप क्या करेंगे ? ?

घबराने की जरूरत नही जो भी कॉल कर रहा है उससे आराम से बात करिये और बोलिये की महिला थाना आपको लिखित सम्मन भेजे आप उस तारीख पर हाजिर हो जायँगे ।

ना घबराने की जरूरत है और ना ही सामने वाले को कानून पढ़ाने की जरूरत है । अगर आप उस तारीख पर नही जा सकते है तो आप अपना जवाब बनाइये और उसे स्पीड पोस्ट से महिला थाने को भेज दिजीए ।

वापस आपको डरना नही है क्योंकि महिला थाना या कोई भी थाना आपको कम से कम दहेज के मुकदमे मे फाँसी नही चडा सकता है ।
Apr 17, 2020 6 tweets 8 min read
Mar 19, 2020 7 tweets 5 min read
मैं कोई मसीहा नही हूँ आप जैसा ही इंसान हूँ । जो भी लोग मेरा नंम्बर मांगते है उन्हें मैं बता दूँ जंग और जिंदगी दोनो आपकी है लड़ना आपको है । कानून पढ़िये और तब तक पढ़िये जब तक समझ ना आ जाये ।

हमेशा एक बात धयान रखना

'वक़्त अभी थमा नही है और मैं अभी हारा नही हूँ ' #498A #FakeCases फ़र्ज़ी 498A लड़ना एक कला है और इसमे सबसे जरूरी है सब्र । आप सब्र खोये और सामने वाला गैंग आप पर हावी हो जायेगा । फर्ज़ी 498A की FIR आप सभी 100 दफा पढ़िये हर बार आपको एक नया और अलग सुबूत मिलेगा ।

अगर वकील अच्छे होते तो मैं आज ट्वीटर पर ऐसा नही लिख रहा होता
#FakeCases #498A #DV