बैंकर करोना से मानसिक तौर पर लड़ रहे हैं क्योकि उनको हर शाम अपने परिवार के पास जाने मे डर लगने लगा है कि कहीं ग्राहको को सेवा देने के दौरान पता नही कोई संक्रमण तो नही ले लिया अनजाने मे, कहीं कोई किसी नोट मे कहीं किसी स्लिप मे कोई संक्रमण तो नही लेकर आ रहा है #BankersFightCorona
बैंकर करोना से शारीरिक तौर पर लड़ रहे हैं क्योकि एक शाखा मे 200-300 ग्राहको को सेवा देना और सेवा देने के साथ ही साथ संभावित संक्रमण से बचने के लिये सभी जरूरी ऐहतियात जैसे कि "दिन मे 20 बार हाथ धोने के लिये उठना इत्यादि वाकई मे थका देने वाला काम है, #BankersFightCorona
बैंकर करोना से आर्थिक तौर पर लड़ रहे है क्योकि कई बैंकर घरो से 40-50 किमी दूर तक रह रहे है और अब उन्हे अपने निजी वाहनो से आवागमन करना पड़ रहा है, कई लोग ऐसे है जिनके पास या तो वाहन नही है या वो खुद चलाना नही जानते ऐसे मे दूसरो के भरोसे भी रहना पड़ रहा है #BankersFightCorona
बैंकर करोना से वैचारिक तौर पर लड़ रहे हैं क्योकि कई जगहों पर ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमे आवश्यक सेवाओ से संबंधित लोगो को विशेषकर किराये के घरो मे रहने वालो को परेशान किया जा रहा है, कई जगहो पर सोसाइटी मे आने जाने पर भी पाबंदी लगायी जा रही है #BankersFightCorona
बैंकर करोना से भावनात्मक तौर पर लड़ रहे है जब उन्हे शाखा से आने जाने के दौरान परेशान किया जा रहा है,उनपर लाठिया बरसाई जा रही हैं, उनकी गाड़िया तक सीज की जा रही हैं। कई मामलो मे उच्च प्रशासन को थाने स्तर पर बकायदा हिदायत देनी पड़ी कि बैंक वालो को अनावश्यक रूप से परेशान ना किया जाए
बैकंर करोना से विभागीय स्तर पर लड़ रहे हैं जब उनका खुद का प्रबंधन अपने अपने केबिन मे सुरक्षित बैठ कर ब्रांचो मे काम कर रहे लोगो रोज नये नये टारगेट दे रहा है कि बीमा पाॅलिसी बेचो, क्रेडिट कार्ड आनलाइन कैंपेन चलाओ नये ग्राहक लेकर आओ, नया लोन करो #BankersFightCorona
बैंकर अपने खुद के बैंक द्वारा बनायी गयी उस सोशल मीडिया पाॅलिसी से भी लड़ रहे हैं जो उन्हे उनके शोषण की आवाज को दबाने को मजबूर कर रही है, संविधान का अनुच्छेद 19(1) हमे अभिव्यक्ति की आजादी तो देता है लेकिन वो आजादी हमे हमारे कार्यालयो मे नही मिल सकती, क्यो?? #BankersFightCorona
बैंकर करोना के साथ साथ उस व्यवस्था से भी लड़ रहा है जो ये समझती है कि बैंकर किसी अन्य ग्रह के प्राणी है और 3-4 लोगो की शाखा दिन मे 300 लोगो को पैसा भी बांट सकती है, और साथ ही साथ बैंक के बाहर खड़ी कभी ना खत्म होने वाली भीड़ को नियंत्रित भी कर सकती है #BankersFightCorona
बैंकर करोना के साथ उन चंद नौकरशाहो से भी लड़ रहे हैं जो ये समझते है कि बैंकर लोगो को पैसा बांटने के साथ साथ सरकार द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम भी संचालित कर सकते है और लोगो को राशन पानी भी बांट सकते है, 1000 लोगो को घर घर जाकर सहायता राशि भी मुहैया करा सकते हैं #BankersFightCorona
बैंकर करोना के साथ साथ उस व्यवस्था से भी लड़ रहा है जहां देश के गृह सचिव द्वारा बैंको के बाहर भीड़ नियंत्रण की पूरी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को दिये जाने के बाद भी हर दूसरे दिन स्थानीय प्रशासन शाखा प्रबंधक के विरुद्ध ही मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहा है #BankersFightCorona
बैंकर करोने से लड़ने के साथ साथ उन चंद लोगो से भी लड़ रहा है जो बिना किसी आवश्यक काम के ब्रांचो मे भीड़ लगा रहे हैं पासबुक प्रिटिंग, बैलेंस पूछताछ के नाम पर। उन लोगो की संख्या बैंको मे अच्छी खासी है जो पढ़े लिखे होने के बावजूद ना तो एटीएम इस्तेमाल करते है ना ही अन्य तकनीकी उत्पाद
कुछ लोगो को बैंको के बाहर लोगो की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने की शिकायत करना याद रहता है लेकिन वही लोग ये भूल जाते हैं कि बैंक के अंदर बैठे बैंककर्मी सुबह से शाम तक उनकी ही सेवा मे व्यस्त हैं और कोशिश मे रहते है कि कोई भी बैंक से बिना पैसे निकाले ना जाए #BankersFightCorona
सुबह घर निकलने से लेकर रात को घर आने तक बैंकर लगभग हर कदम पर कहीं ना कहीं डरता है परिवार के लिये, लड़ता है अपने काम के लिये, मार खाता है आना जाने के लिये फिर भी आज तक ऐसा कोई बैंकवाला नही मिला होगा जो ये बोल दे कि मै ये काम नही करूंगा क्योकि इसमे संक्रमण का खतरा है।
बैंक वालो को आज तक जो भी काम मिला उसे पूरा किया है चाहे वो पूरे देश की नोटबंदी हो, या 38.18 करोड़ जनधन खाते खोलना या 2.17 करोड़ लोगो को अटल पेंशन सुरक्षा देना या 6.81करोड़ जीवन ज्योति बीमा, 18.2 करोड़ जीवन सुरक्षा बीमा, 23.72 करोड़ मुद्रा योजना लाभार्थी, सब कुछ निस्वार्थ भाव से!
बैंकर वो सब कर रहे हैं जो उनके बस मे है, वो भी जो उनके कार्य क्षेत्र मे आता है और वो भी जो उनके कार्य क्षेत्र मे नही आता है, बिना किसी व्यक्तिगत पूर्वाग्रह के हम लोग समाज के हर तबके को समान रूप से सेवा प्रदान कर रहे हैं।
As many of you may be aware that Centre drafted the rules for ""Minimum Wage Code Bill 2019" which was passed in RS on 2.8.2019. Lok Sabha passed bill on 30.7.2019. Lets try to understand what happened in it for Bankers & how IBA & UFBU made us fool thehindu.com/news/national/…
On 7th July 2020 eGazette was published for "Code on Wages Bill, 2019" which seeks to amend & consolidate laws relating to wages, bonus & matters connected therewith.
✔The Code subsumeed,
✔Min Wages Act
✔Payment of Wages Act
Payment of Bonus Act &
✔Equal Remuneration Act.
Now coming the interesting part, in the middle of worldwide pandemic & more than 6 Month's hibernation, Indian Bank association wake up & issued letter on 10th July ( Just 3Days later) for "Wage Negotiations Meeting" on 22nd July. Coincidence???? Apparently not!! Stay tuned;
Total paid up capital in all CPSEs as on 18-19 stood at ₹2,75,697 Cr as compared to ₹2,53,977 Cr 17-18 (339 CPSEs), showing a growth of 8.55%. Total Fin Investment in all CPSEs stood at ₹16,40,628 Cr as on 31.3.19 as compared to ₹14,31,008 Cr as on 31.3.18
Capital Employed in CPSEs stood at ₹26,33,956 crore as on 31.3.2018 as compared to ₹23,57,913 crore as on 31.3.18 showing a growth of 11.71%. Total gross revenue from CPSEs during 2018-19 stood at ₹25,43,370 Cr as compared to ₹21,54,774 Cr in 17-18. #GarbageChetanBhagat
Total income of all CPSEs during 2018-19 stood at ₹24,40,748 Cr as compared to ₹20, 32,001 Cr in 2017-18, showing 20,12% growth. Profit of CPSEs (178 CPSEs) stood at ₹1,74,587 Cr during 2018-19 as compared to ₹1,55,931 Cr in 2017-18 showing 11.96% growth #GarbageChetanBhagat
During the Global Meltdown India performed well compare to many developed countries like UK/US just because of that potential liquidity in system increased by Rs.5.6 trillion or 9.5 percent of the GDP. Average of daily Call money rates under impact of reduction in CRR
& Repo Rate declined from 9.9 percent in October-08 to 3.17 in May-2008. Although RBI increased liquidity significantly, the utilization of liquidity by banking system was limited because of the low credit demand from the Market & #StopPrivatization #BJPkilledPSUs
Defensive approach of mostly Nationalized Banks to lend money during recession makes Indian financial sector emerged with dismal damage all because of then Strong regularity framework of RBI. Bt since present Govt is adamant at policy level future seems Uncertain!! #BJPkilledPSUs
In six years to 2019-20, 10 states have announced farm loan waivers totaling Rs 2.4 lakh crore--which amounts to four times the 2019-20 budget for the Rural Jobs Programme or 9% of the 2019-20 Union budget--as per a Sep 2019 report on Agri credit by RBI. #PvtLtdSarkar #SaveIDBI
In these 6 years, 2017-18 saw most waivers, reaching 12% of gross fiscal deficit (total Exp in excess of income) 7States- Andhra Pradesh, Telangana,Tamil Nadu, Maharashtra, UP, Punjab & Karnataka. Altogether, they provided nearly ₹49K Cr budgets for loan waivers during 17-18.
Surprisingly 2017-18 happenes to be the year for various state assembly elections also & Parties used debt waiver as Vote Bank Tools
Andhra Pradesh- 4/2019
Telangana- 12/2018
Tamilnadu - 6/2016
Uttar Pradesh- 2/2017
Punjab - 2/2017
Karnaraka- 5/2018
Maharashtra- 10/2019 #SaveIDBI
11thBPS Events till today
✔3 Reminders (in 2016)from @DFS_India
✔Charter of Demand Submitted in May 2017
✔23 Rounds of meeting with Full Negotiation Committee
✔UFBU leader met Honourable @FinMinIndia on 21/3/18
✔First offer made by IBA on 5/5/18 (185Days Delay)
In 20 Month of Shameless Percentage game started from 2%, then further improved to 6%, then 8% then 10% & finally the latest offer (before march 2020 strike call) of 12.5% was made on 13.01.2020!! They turned Bankers Bipartite Settlements into a Bhindi Bazar!!! #NoMoreDelay
✔Total 42 Rounds meeting have been done,
✔Half Dozen strikes have been called
✔3 massive Demonstration have been held at Delhi
✔Countless agitation programmes held nationwide
Still @DFS_India unable to Resolve a very simple Wage Negotiation process for Bankers?? #NoMoreDelay