#मातृ_दिवस
माँ - दुःख में सुख का एहसास है,
माँ - हर पल मेरे आस पास है ।
माँ - घर की आत्मा है,
माँ - साक्षात् परमात्मा है ।
माँ - आरती, अज़ान है,
माँ - गीता और कुरआन है ।
माँ - ठण्ड में गुनगुनी धूप है,
माँ - उस प्रभु का ही एक रूप है ।
माँ - इस जहाँ में हमें लाई है,
माँ - की याद हमें अति ही आई है ।
माँ - मैरी, गौरी और दुर्गा माई है,
माँ - ब्रह्माण्ड के कण-कण में समाई है ।
"अंत में मैं बस ये इक पुण्य का काम करता हूँ,
दुनिया की सभी माँओं को दंडवत प्रणाम करता हूँ ।"
#विश्वगुरु_शिवसर्वज्ञाचार्य_शास्त्रार्थसभा