कोविद ने ज़्यादातर लोगों के लंग्स और हार्ट को कमजोर कर दिया है। इन्फेक्शन अभी भी जारी है और एक बड़ी आबादी को इन्फेक्टेड होने का पता भी नहीं चला है।
सर्दियों में दो और बातें होती हैं – वायु प्रदूषण बढ़ जाता है और हार्ट फेल होने के मामले भी बढ़ जाते हैं। हार्ट फेल होने का एक कारण सर्दियों में लोगों का पानी कम पीना और चाय-कॉफी ज्यादा पीना भी है, इससे डिहाइड्रेशन हो जाता है और खून गाढ़ा और चिपचिपा हो जाता है।
इस साल चाय-कॉफी की जगह गरम पानी पिये।
शहरी वायु प्रदूषण का बड़ा कारण, जिसे हम अक्सर गिनते भी नहीं हैं – हमारी अपनी कार और सांस है। सांस लेना कम नहीं किया जा सकता है लेकिन कार के उपयोग को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।
सांस लेने के कारण घर के अंदर की हवा बाहर की हवा से ज्यादा प्रदूषित होती है, इसलिए खिड़कियाँ खुलते रहना चाहिए, आउटडोर जाते रहना चाहिए।
सर्दियाँ धूप लेने के लिए भी अच्छी होती हैं, लेकिन धूप का सही फायदा निर्वस्त्र होने पर ही मिलता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि सबको अपना कार्डियो-रेस्पिरेटरी-रिजर्व बढ़ाना होगा, अन्यथा एक मामूली सा वायरस वेंटिलेटर पर पहुंचा सकता है, जानलेवा हो सकता है।
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
इसलिए अनेक विदेशी आक्रांताओं की नजर भारत की संपत्ति पर थी ।
✍ विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत को आकर लुटा तो है साथ में भारतीय सनातन संस्कृति को विकृत भी कर दिया और #हिंदुओं_का_कत्ल भी किया और #महिलाओं_के_साथ_बलात्कार भी किये और भारत के मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें भी
पिछले *4* सालों में *7* से *19* राज्यों में पैर पसारते *BJP* से सहमे हुए हैं!
ओड़िशा-बंगाल से तमिलनाडु तक की राजनीति में मोदी की धमक से डरे हैं! उन्हें मालूम है कि अगले दो सालों में अगर मोदी जी के विजयरथ को नहीं रोका गया, तो 2025 तक *RSS* - *विहिंप* - *HUV* जैसे हिन्दुवादी संगठनों के झंडे के नीचे, हिन्दू इतने शक्तिशाली हो जायेंगे
कि उन्हें दबाना नामुमकिन हो जायेगा!
उनके लिए तो अगला वर्ष अस्तित्व की लड़ाई के हैं!
हिन्दू वोट बैंक को क्षत - विक्षत करने का हर हथकंडा अपनाया गया! बरसों की जातिवादी और तुष्टिकरण की राजनीती को यूँ बर्बाद होते देखना उनके लिए असहनीय है!
10 दिन की जद्दोजहद के बाद एक आदमी अपनी कोरोना नेगटिव की रिपोर्ट हाथ में लेकर अस्पताल के रिसेप्शन पर खड़ा था।
आसपास कुछ लोग तालियां बजा रहे थे, उसका अभिनंदन कर रहे थे।
जंग जो जीत कर आया था वो।
लेकिन उस शख्स के चेहरे पर बेचैनी की गहरी छाया थी।
गाड़ी से घर के रास्ते भर उसे याद आता रहा "आइसोलेशन" नामक खतरनाक और असहनीय दौर का वो मंजर।
न्यूनतम सुविधाओं वाला छोटा सा कमरा, अपर्याप्त उजाला, मनोरंजन के किसी साधन की अनुपलब्धता, कोई बात नही करता था और न ही कोई नजदीक आता था।
खाना भी बस प्लेट में भरकर सरका दिया जाता था।
कैसे गुजारे उसने वे 10 दिन, वही जानता था।
घर पहुचते ही स्वागत में खड़े उत्साही पत्नी और बच्चों को छोड़ कर वह शख्स सीधे घर के एक उपेक्षित कोने के कमरे में गया, जहाँ माँ पिछले पाँच वर्षों से पड़ी थी ।
सेकुलर लिबरल गैंग की घ्राण शक्ति बहुत मजबूत है ।
वे आसन्न खतरों को पहचान लेते हैं । सोनिया -अहमद पटेल -येचुरी- राजदीप सरदेसाई- सागरिका घोष ने वर्ष 2000 में भांप लिया था कि उनके सत्तर साल पुराने इको सिस्टम को नरेन्द्र मोदी ध्वस्त कर देगा
क्योंकि वह स्थापित राजनैतिक धारा के विपरित चलने वाला है ।
वह परिवार से दूर है ,घोर हिंदूवादी है ,प्रचंड इमानदार है।
उसे रोकने का मौका मिला 2002 के दंगों में ।
क्या क्या कुचक्र नहीं रचे गए , तत्कालीन गृहमंत्री को तो जेल में बंद किया ही गया
,इशरत जहां एनकाउंटर केस में आई पी एस बंजारा सहित एस आई टी की सारी टीम को सस्पेंड कर दिया गया। और सी बी आई ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली में सात सात घंटे बेंच पर बिठा कर रखा गया । राणा अय्यूब ने वाशिंगटन पोस्ट में Butcher of Gujarat नामक लेख लिखा
एबीपी न्यूज़ से लेकर आज तक तमाम चैनलों पर कपिल शर्मा के उस शो को बार-बार दिखाया जा रहा है जिसमें उसने अरनव के शो का मजाक उड़ाया था
दरअसल जब आप किसी की सफलता को पचा नहीं सकते हैं तब आप सिर्फ उसका मजाक उड़ा कर अपने आप को एक सांत्वना ही दे सकते हैं
और आश्चर्य इस बात का कि ये तथाकथित मसीहा पत्रकार चाहे रुबिका लियाकत हो चाहे राजदीप सरदेसाई हो या चाहे रजत शर्मा हो या कोई टीवी चैनल हो इन्हें आज तक रवीश कुमार की एकतरफा रिपोर्टिंग नहीं नजर आती.. वह बंदा पिछले 6 सालों से पूरे भारत में सिर्फ अंधेर गर्दी उदासी बर्बादी इत्यादि का
ही महिमामंडन कर रहा है ऐसा लग रहा है जैसे पिछले 6 सालों में भारत एकदम बर्बाद हो गया 6 साल पहले तक भारत सोने की चिड़िया हुआ करता था हर आदमी कलेक्टर हुआ करता था सबके पास मर्सिडीज बीएमडब्ल्यू गाड़ियां थी फिर नरेंद्र मोदी आए और सब का छीन लिया