जानते हो, सबसे बुरा क्या होता है?
एहसासों का मर जाना... घुट घुट कर तड़प कर आत्महत्या कर लेना.. अंदर के इंसान का मर जाना, देह त्यागने से बहुत पहले ही..
जानते हो, सबसे अच्छा क्या होता है?
सबसे अच्छा होता है, मरे हुए जज़्बातों में जान फूँकना..
सबसे अच्छा होता है किसी और को उससे ही प्यार करना सिखाना..
सबसे अच्छा होता है, किसी का बचपन लौटाना.. बचपन याने वो बहती हुई नाक और आधे टूटे दाँतों से भी छन्न के आती हँसी वापस लौटना.. दुनिया की परवाह से अनजान...
सबसे खूबसूरत जानते हो क्या होता है?
किसी को अपने सामने टूट के बिखरता हुआ देखना, उसे रोने की इजाज़त देना, और बताना की रोना जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण क्रिया है, और रोने की इजाज़त माँगना ही दरअसल सबसे बड़ा झोल है दुनिया का.. सबसे खूबसूरत वही पल होता है जिसमे रोते हुए को
थाम लिया जाता है.. दोनो बाहों में जकड़ कर बताया जाता है, दिखाया जाता है, समझाया जाता है की उस एक शख्स के बिना जिंदगी बेरंगी सी ही है.. जब एक दिल में एहसासों को जिंदा किया जाता है ना, वो पल सबसे ख़ूबसूरत होता है..
जानते हो कि सबसे प्यारा कौन होता है?
जो बचपन के पिटारे से ढूँढ़ लाता है वो एक हँसी जो तब भी आती थी जब प्लास्टर चढ़े हाथ को लेकर बैठे रहते थे, और तब भी आती है जब टूटे हुए दिल को लेकर बैठे होते हैं. उस एक मुस्कान पे जो सब कुछ न्यौछावर करने को तैयार रहता है, वो सबसे प्यारा होता है
सबसे अज़ीज़, सबसे प्यारा, सबसे खूबसूरत, और सबसे अच्छा वही होता है जो हमें खुद से प्यार करना सिखाता है, खुद के लिए थोड़े से लम्हें चुराना सिखाता है, खुद के लिए जीना सिखाता है..
सबसे बुरा एहसासों का मर जाना होता है, पर उससे भी बुरा उस शख्स का चले जाना होता है...