बंगाल मे president rule का सीधा मतलब कश्मीर हमेशा के लिए खो देना और भाजपा हमेशा के लिए खत्म हो जाना ...
भारत मे वर्तमान राजनीति और सत्ता पाने की जद्दोजहद सत्ता न मिलने के बीच दुश्मन मोदी
तो कैसे निपटाने की चाहत के चक्कर मे भारत की
ही दुश्मन बनी कांग्रेस और विपक्ष 🙏
महत्वपूर्ण सूचनाओं पर आधारित कुछ तथ्य
मित्रो चुनाव 2019 लोकसभा और उससे पहले मोदी पर हमले के लिए राफेल का सौदा जो भारत की सुरक्षा के लिए अतिआवश्यक लेकिन राफेल के सौदे को हर कीमत पर रद्द करने पर तुली कांग्रेस ने 2019 के चुनाव को राफेल के इर्दगिर्द रखा और नारा दिया चौकीदार चोर है
नारा मीडिया में खूब चला मोदी की साख इतनी ज्यादा थी कि जनता के बडे वर्ग ने इसे नाकारा और मोदी बडी संख्या लेकर संसद पहुंचे और अमित शाह बने HM और फिर दोर शुरू हुआ ताबडतोड फैसले लेने का क्यों कि मोदी अमित शाह को HM बनाकर आंतरिक सुरक्षा से चिंता मुक्त थे इसी सब फैसले
मे 3 महत्वपूर्ण फैसले थे तीन तलाक 370 और CAA इन 3 फैसलो ने भारत के एक ऐसे वर्ग की बैचेनी बडा दी जो मोदी के सत्ता मे आने के बाद भी बहुत ताकतवर था आंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका बडा दखल था बडे देशो की सरकारों मे वह सब अचानक आपनी जमीन खिसकते देखने लगे और यह सब कांग्रेस के पास
जाकर स्थिति को तुरंत हाथ मे लेने का आग्रह किया कांग्रेस इस इकोसिस्टम का मुखिया है मौत से जूझ रही सोनिया गांधी ने तुरंत राम लीला मैदान में रैली की और CAA पर लोगो को सडको पर उतरने को कहा और फिर शाहीन बाग खडे किऐ गये जगह जगह दंगे हुए कांग्रेस साथ खडी दिखी संविधान की रक्षा के नाम
पर वो सब किया गया जो संविधान के खिलाफ था अराजकता फैलाई गई और सोनिया गांधी ने आर पार की लडाई ऐलान किया था। इन 3 फैसलो मे एक बात काँमन थी। वो था मुस्लिम समुदाय CAA पर उनका विरोध धारा 370 कश्मीर से और तीन तलाक, मुस्लिम समुदाय कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर भारत की चुनी सरकार
को हर पल चुनौती के लिए खडी हुई क्योंकि कश्मीरी की वजह से दो देशो का अपना हित जुडा, और एक नया त्रिकोण बना। भारत सरकार के खिलाफ काम करने लगा। इसी योजना में चीन की लद्दाख मे घुसपैठ हुई। कांग्रेस ने इसपर खूब झूठ बेचा मोदी डरपोक है, डरा हुआ है, मोदी की छबी खराब करने की पूर्ण कोशिश और
दूसरी और योजना बनी कि अब सरकार को उलझा कर रखना जिससे सरकार बचे बडे मुद्दे निपटा न सके
सरकार का बडा मुद्दा NRC देश भर में लागू करना कांग्रेस,मुस्लिम,पाकिस्तान,चीन नहीं चाहते कि NRC।क्योंकि वर्तमान मे बंगाल चुनाव मे हार सिर्फ इस लिए हुई है कि अवैध रूप से रह रहे
बंगलादेशी रोहिंग्या की संख्या 50लाख से एक करोड़ के आसपास है इतना बड़ा वोट बैंक बनाने के बाद खेला तो होगा ही चुनाव के बाद हुई हिंसा भी इसी समस्या का हिस्सा है।
लेकिन कांग्रेस बहुत ही सावधानी से सिर्फ लोकसभा चुनाव पर फोकस कर रही हैं इसलिए वह राज्यों में दूसरी पार्टियों को खुली
छूट दे रही है लेकिन साजिश बहुत गहरी है इस साजिश का एक सिरा चीन से जुडा है और चीन की शह पर जो कोरोना जनवरी में लगभग खत्म हो गया था वह अचानक मार्च मे एक हफ्ते में इतना फैला कि भारत के कई राज्यों मे हाहाकार मच गया और मीडिया ने बडी चालाकी से सारी जिम्मेदारी मोदी पर डालना शुरू कर दिया
आज भारत मे उसी स्थिति में खडा हे जहा पिछली बार अमरीका खडाथा और जो स्थिति डोनाल्ड ट्रंप की थी आज मोदी की स्थिति है और लोग सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री को गाली दे रहे हैं दूसरी ओर बंगाल चुनाव मे कांग्रेस ने TMC को चुनाव खुलकर मदद की है लेकिन शर्त यह है कि चुनाव बाद भारी मात्रा
मे दंगों का माहोल बनाना जिससे मोदी सरकार को विवश करना कि वह कोई कार्यवाही करे तो मोदी सरकार को लोकतंत्र के नाम पर आंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेरा जा सके और बताया जा सके कि मोदी हारने का बदला ले रहा संविधान खत्म कर रहा है और आंतरराष्ट्रीय बिरादरी मे कमजोर करना और अगर मोदी कोई कार्यवाही
नही करता तो कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर होगा और उनमे आक्रोश बडेगा जिससे फायदा मिलेगा और अगर कार्यवाही हुई तो दंगों मे बंगाल को झोकना जिससे भारत की आंतरिक सुरक्षा खतरे मे हो। कोरोना चल रहा है दिल्ली का नाकारा मुख्यमंत्री सेना की मदद मांग रहा उसी सेना से जिसे वह बलात्कार और सबूत
मांगता है यह सब एक ही कडी से जुडे
वैक्सीन और वैक्सीनेशन मे लगातार रूकावट डालना और किसी भी प्रकार से भारत को स्थिर न होने देना है पी चिदंबरम का बोलना लोग सडको पर क्यों नहीं आ रहे कांग्रेस भारत के अंदर ग्रहयुद्ध की पठकथा लिखी हैं और जब भारत ग्रहयुद्ध मे उलझा हो तभी चीन लद्दाख मे
हमला करे और पाकिस्तान भी,और एक बडी हार हो भारत की जिससे मोदी पूर्ण रूप से समाप्त हो जाय साथ में बीजेपी भी लम्बे समय के लिए दफन हो जाऐगी और जो काम वह 2008 मे भगवा आतंकवाद को पूर्ण नहीं कर पाऐ वह अब किया जा सकता है
जनता भी नाराज होने की वजह से भारत के अंदर माहौल शांत रहेगा
इस साजिश का मै पर्दाफाश कर रहा हूँ और सरकार से अनुरोध करता हूँ कि इनके मनसूबों को पूरा न होने दे और जनता से अपील है कृपया इस थ्रेड को ज्यादा से ज्यादा RT करे 🙏🏻🙏🏻
जय हिंद
जय मा भारती
वंदे मातरम
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मेरा अनुरोध है कि राजनीति और पूर्वाग्रहों से ग्रसित हुए बिना कालक्रम के घटनाक्रम पर विचार करें
1फेब्रुवारी 2021 तक सब कुछ शानदार लगने लगा था, मॉल्स , शॉपिंग सेंटर, स्कूल दुबारा खुल
गये थे और ज़िन्दगी धीरे धीरे सामान्य होने लगी थी।
भारतीय वैक्सीन के चर्चे दुनिया में होने लगे थे और 87 देशों में इसका निर्यात हुआ। वास्तव में हमारी वैक्सीन विश्व बाजार मे चीन से स्पर्धा में थी और हमारी वैक्सीन को ज्यादा पसंद किया जाने लगा
किसानों का आंदोलन करीब करीब समाप्त हुआ था और किसी प्रकार का बड़ा विरोध दिखाई नही दे रहा था
फेब्रुवारी के अंत तक भारत चीन वाद कुछ मुद्दे छोडके बातचीत द्वारा लगभग हल हो गया था
मार्च मे देश के रक्षा उपकरण बनाने वाली कंपनियों और रक्षा मंत्रालय में बड़े सौदों पर साइन हुए
7एप्रिल को बड़ा माओवादी आक्रमण हुआ,दिल्ली में एक बड़ी मीटिंग बुलाई गई जिसमें नक्षल पॉलिसी पर पुनर्विचार
रुक जाओ दीपक जी 1 वाक्या सुनाता हू
फिर सोच् लेना के ऐसे काँग्रेसी से क्या अपेक्षा रख सकते है?गुलामो की बात नही कर रहा हू,गुलाम हमेशा तलवे ही चाटेगा।हम तो भक्त है,और जिसकी भक्ती करते है,उसको सवाल भी करारा ठोकते है।
बात 1991 की है तब चंद्रशेखर जी देश के प्रधानमंत्री हुआ
करते थे। चंद्रशेखर की सरकार मात्र 60 सांसदों की सरकार थी जिसे बाहर से काँग्रेस पार्टी का समर्थन प्राप्त था। चंद्रशेखर ने 10/11/1990 को PM पद की शपथ ली थी।
पर जैसा कि @INCIndia हमेशा से करती आई है, 4महीने बाद ही राजीव गांधी ने चंद्रशेखर की सरकार से समर्थन वापस ले लिया।
चंद्रशेखर के पास पद से त्यागपत्र देने के अलावा और कोई चारा नहीं था। 6/3/1991 को उन्होंने अपने करीबी साथियों के साथ गुड़गांव के भोंडसी आश्रम में बैठक की जिसमें यह तय किया गया कि चंद्रशेखर राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति श्री आर.वेंकटरमन को अपना त्यागपत्र सौंप देंगे।
यदि वर्तमान समय मे @INCIndia सरकार होती और @RahulGandhi देश के PM होते तो हमारे देश में कोरोना से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं होती. इस बीमारी में लगने वाले इंजेक्शन की पेटियां हर मोहल्ले में रखी रहती. ऑक्सीजन की तो बात ही मत पूछो इतना उत्पादन होता कि वेस्टेज ऑक्सीजन को समुद्र में
बहा दिया जाता.हर गाँव में एक AIIMS होता और डॉक्टर की तो पूछो ही मत आधे डॉक्टर और नर्स तो फ्री ही बैठे रहते. हर कोरोना मरीज ठीक होने के बाद जब अपने घर जाता तो उसे BMW कार से घर तक छुड़वाने की व्यवस्था होती और उसे मोटी रकम का चेक दिया जाता.
पूरे देश में चारों ओर खुशियां ही खुशियां होती और तो और देश के हर घर के आंगन में मोर नाचते.
बस यहीं तक मैंने देखा और मेरी नींद खुल गयी
अब इसके आगे कल फिर देखूँगा.
मला
कोरोना संकटातून देशाला तसेच जनतेला पैलतीरावर न्यायचंय
कोरोना काळातही देशाची अर्थव्यवस्था मजबूत ठेवायचीय
देशाला गृहयुद्धापासूनही वाचवायचेय
देशाला विश्वगुरूचा दर्जा पुन्हा मिळवून द्यायचाय
देशद्रोही विपक्षी व पत्रकार लोकांना जोडीला घेऊन केले जाणारे आंतरराष्ट्रीय कारस्थानाला
चारी मुंड्या चीत करून देशाची अर्थव्यवस्था 5 ट्रीलीयन ला घेऊन जायचीय
मला जाणीव आहे की देशात 70 वर्षे सत्ता राबवून माझ्या धर्माची,आस्थेची सातत्याने गळचेपी करून
वेगळाच निगेटिव्ह नेरेटिव्ह माझ्या धर्माबद्दल येणाऱ्या पिढीला पुरवून माझ्याच धर्माची पिढी नको तितकी सेक्युलर करून ठेवलीय
जर मी कायदेशीर भूमिका न घेता कडक भूमिका घेऊन सर्व देशद्रोही मंडळींना पिंजऱ्यात टाकले तर देशाची जनता नक्कीच मोकळा श्वास घेईल ह्याची मला खात्री आहे,पण मी काहीच केले नाही तरीही आज नाहीतर उद्या हा देश गृहयुद्धाकडे नक्कीच जाणारेय,पण त्यावेळेस 18%शी मुकाबला नसेल
माझ्या धर्मबांधवाना
अभि 4 दिन पहले बंगाल मे इलेक्शन जीतके पॉवर मे आने के बाद @MamataOfficial के पार्टीके समर्थको का जो नंगा नाच और हिंसा,बलात्कार चल रहे है,उन सभी घटनाओ को पोलिटिकल पार्टी मॅटर का लेबल चिपकाके justified किया जा रहा है।
लेकिन बेवजह की गयी हिंसा किसिभी मायने मे जस्टीफाइड नही हो सकती।
ये तो सीधे हिंदू नरसंहार ही प्रतीत हो रहा है।
लेकिन हम लोग@narendramodi @BJP4India को क्रीटीसाइज कर रहे है,और तगडे जवाब की मनीषा कर रहे है ये सरासर गलत है।
थोडेसे अलग कोन से देखेंगे के इस हिंसा के पिछे कौन है तब सारी बात समझ मे आ जायेगी के मोदी सरकार ने धरने देने से
परहेज क्यू नही किया। सारा देश ताबडतोड जवाब देके बरखास्त करने की मांग कर रहा था और मोदी सरकार धरना दे रही थी। @MLAchandana_ @SuvenduWB जब बात समझ मे आयी तो मोदीजी की दूरदृष्टी और देश प्रति और देश के नागरिको के प्रति जो भाव दिखे उसके लिये मै खुद मोदीजी को फिर 1 बार salute करता हू।
*बंगाल हिंसा में देखा किसी ने कि वहाँ के हिंदुओं को उनकी जाति पूछकर मारा, वहाँ की महिलाओं के साथ जाति पूछकर बलात्कार किया?*
*नहीं ना..!*
*तो आपकी जाति क्या काम की? अगर आपकी जाति से आपको ही लाभ नहीं है..।*
*इसलिए कहते हैं हिंदू बनो।*
मेरे जैसे कुछ लोग चाहते है कि @narendramodi जी भी कांग्रेस की तरह तानाशाह बन जाएं और देश को गृह युद्ध की आग में झोंक दे!
परंतु वास्तविकता ये है की हम गृह युद्ध की विभीषिका झेलने को तैयार ही नहीं है!
दिल्ली देखिए, बंगाल देखिए! क्या हुआ वहां ?
क्या हम अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम नहीं है!
अरे हम एकजुट भी नहीं है!
हमारी बहुत बड़ी आबादी उन्मादी भीड़ व चंद गुंडों का मुकाबला तक नहीं कर सकती! हम भागते है, हम छिपते है! मदद की गुहार लगाते है!
यही तो हो रहा है!
कैराना वाले हिन्दुओ पोस्ट पढ़ रहे हो तो बताना