हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी किसान हितैषी हैं और उनके नेतृत्व में किसानों के पक्ष में एक के बाद एक निर्णय लिए जा रहे हैं। आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में खरीफ की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया गया है और कई फसलों में यह बढ़ोतरी 62% तक है।
खरीफ की फसल जिसमें मुख्य रूप से धान तो है ही, साथ ही दलहन और तिलहन भी शामिल है। अभी हमें दलहन का आयात करना पड़ता है। अरहर, ज्वार, बाजरा, रागी, मूंग, उड़द, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल व कपास का समर्थन मूल्य बढ़ाने से किसानों को लाभकारी मूल्य मिलेगा, उनके पसीने की कीमत मिलेगी।
इससे फसलों के विविधीकरण को भी बल मिलेगा, विशेषकर दलहन और तिलहन का उत्पादन बढ़ाने का भी किसान प्रयास करेंगे। देशहित में किये गए इन फैसलों के लिए हम प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का हृदय से अभिनंदन करते हैं।
धान (सामान्य) की MSP 2020-21 में रु. 1,868 थी, जिसे 2021-22 में बढ़ाकर रु.1,940 किया गया है। इसी प्रकार धान (ग्रेड ए) की MSP रु. 1,888 से बढ़ाकर रु. 1,960 की गई, ज्वार (हाइब्रिड) की MSP रु. 2,620 से बढ़ाकर रु. 2,738 की गई, ज्वार (मलडंडी) की MSP रु.2,640 से बढ़ाकर रु.2,758 की गई।
बाजरा की एमएसपी रु. 2,150 से बढ़ाकर रु. 2,250 की गई, रागी की एमएसपी रु. 3,295 से बढ़ाकर रु. 3,377 की गई, मक्का की एमएसपी रु. 1,850 से बढ़ाकर रु. 1,870 की गई, तुअर (अरहर) की एमएसपी रु. 6,000 से बढ़ाकर रु. 6,300 की गई, मूंग की एमएसपी रु. 7,196 से बढ़ाकर रु. 7,275 की गई।
उड़द की एमएसपी रु. 6,000 से बढ़ाकर रु. 6,300 की गई, मूंगफली की एमएसपी रु. 5275 से बढ़ाकर रु. 5,550 की गई, सूरजमुखी के बीज की एमएसपी रु.5,885 से बढ़ाकर रु. 6,015 की गई, सोयाबीन (पीली) की एमएसपी रु. 3,880 से बढ़ाकर रु. 3,950 की गई, तिल की एमएसपी रु. 6,855 से बढ़ाकर रु. 7,307 की गई।
नाइजरसीड की एमएसपी रु. 6,695 से बढ़ाकर रु. 6,930 की गई, कपास (मध्यम रेशा) की एमएसपी रु. 5,515 से बढ़ाकर रु. 5,726 की गई और कपास (लंबा रेशा) की एमएसपी, जो वर्ष 2020-21 में रु. 5,825 थी, इसे वर्ष 2021-22 में बढ़ाकर रु. 6,025 किया गया है।
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दिग्विजय सिंह जी, हम जानते हैं कि आपके मन में धारा 370 हटने का दर्द है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी हैं, उनके पीछे पूरा देश खड़ा है!
क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर का विकास और प्रगति न हो?
क्या दिग्विजय सिंह जी यह चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा मिले?
क्या दिग्विजय सिंह जी यह नहीं चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अमन और चैन कायम रहे?
अक्सर देखा गया है कि दिग्विजय सिंह जी और पाकिस्तान के नेताओं के वक्तव्य एक समान होते हैं। देशविरोधी ताकतों का समर्थन करना उनकी बहुत पुरानी आदत है। दिग्विजय सिंह जी ने सदैव तुष्टीकरण की राजनीति की है। खबरों में बने रहने के लिए वे किसी भी हद को पार कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के सशक्त नेतृत्व में कृषक बन्धुओं की आय दोगुना करने व उनके जीवनस्तर में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी निर्णय लिए जा रहे हैं। नए कृषि कानून किसानों के लिए समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत करेंगे। #ProsperousFarmers
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में सरकार ने एमएसपी में लगातार बढ़ोतरी की है। एक ओर जहाँ खरीदी अधिक हो रही है, वहीं भुगतान भी अधिक हो रहा है। एमएसपी का लाभ अब केवल कागज़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लाभ अब सीधे किसानों तक पहुँच रहा है। #ProsperousFarmers
नए कृषि कानूनों के अंतर्गत अब किसान अपने उत्पाद एपीएमसी मंडियों के साथ ही बाहर बेचने के लिए स्वतंत्र हैं। यह मौजूदा मंडी प्रणाली का पूरक है जिससे किसान अपनी पसंद की कीमत पर कभी भी, कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं। #ProsperousFarmers
हमारे धर्म में प्रकृति के संरक्षण एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने की विशेष परंपराएँ है। हमारी संस्कृति और जीवन पद्धति प्रकृति से अटूट सबंध और वृक्षों के प्रति श्रद्धा के भाव का निर्माण करती है और इसलिये हमारी सनातन परंपरा में वृक्षों की पूजा का विशेष विधान है।
वट वृक्ष या बरगद के पेड़ को हिंदू धर्म में विशिष्ट माना गया है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, वट वृक्ष या बरगद के पेड़ के तने में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा तथा शाखाओं में शिव का वास होता है। वट वृक्ष को त्रिमूर्ति का प्रतीक माना गया है।
पचमढ़ी में आज वट सावित्री व्रत के शुभ दिन पर बरगद का पौधा लगाया। विशाल एवं दीर्घजीवी होने के कारण वट वृक्ष की पूजा लम्बी आयु की कामना के लिए की जाती है।
आज बहनों ने अपने पतियों की लंबी आयु के लिये वट सावित्री की पूजा की, इस अवसर पर मैं सभी बहनों को बधाई देता हूँ।
मैं पिछले कई दिनों से देख रहा हूँ की कांग्रेस की और से, ख़ास कर श्री @RahulGandhi जी द्वारा हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के ख़िलाफ़ और भारत के ख़िलाफ़ एक सोचा-समझा अभियान सा चलाया जा रहा है!
एक ऐसा अभियान जिसकी जड़े सिर्फ़ झूठ से निकली हुई है।
ये इस बात का प्रमाण है जो मैं हमेशा कहता आया हूँ कि राहुल जी झूठ बड़ी सफ़ाई से बोलते है। उनमें अभी राजनीतिक परिपक्वता की कमी है।
वो हमारे ऐसे प्रधानमंत्री को पता नहीं किस-किस नाम से बुला रहे है, जिन प्रधानमंत्री की वीरता और निडरता का लोहा आज पूरा विश्व मान चुका है!
मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या आप को ये पता नहीं है कि श्री @narendramodi ने ही सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था?
उन्होंने ही विदेशी आतंकवादियों की कमर तोड़ दी है? देश में ही छिपे देश के दुश्मनों को सजा दिलायी है? ये सब आप आसानी से भूल गए @RahulGandhi जी?
एक तरफ तो कांग्रेस सरकार के नेता मंत्री ही संसद द्वारा बनाये गये कानून के विरोध में प्रदर्शन करते हैं और अगर हज़ारों लोग इसके समर्थन में बाहर निकलें तो उन्हें पीटा जाता है! #IndiaSupportsCAA
मैं किसी भी कीमत पर इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं कर सकता।
मैं 22 जनवरी को राजगढ़ आकर वहाँ के निरपराध लोगों के साथ प्रशासन द्वारा की गई बर्बरता के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा। #IndiaSupportsCAA
ये बात कुछ वर्षों पहले की है, जब मैं मुख्यमंत्री था और इंदौर दौरे पर गया था तब श्री शंकर लालवानी, जो आज इंदौर से सांसद है कुछ सिंधी परिवारों को एरपोर्ट पर मुझसे मिलवाने लाए थे।
ये वो परिवार थे, जो पाकिस्तान में प्रताड़ित हो कर अपना सब कुछ गँवा कर, अपनी माँ-बहनों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, अपने धर्म की रक्षा के लिए भारत में शरणार्थी बन कर आए थे, और उन्हें उनके वीज़ा की अवधि समाप्त होने पर वापिस भेजा जा रहा था।