#HindiThread
हे माता, आपका फ़ोटो देखकर हृदय प्रफुल्लित हो उठता है।
ऐसे मनोहारी फ़ोटो देखकर ऐसा प्रतीत होता है,
जैसे मानो चारों ओर बादल छा गए हों,
मोर नाचने लगी हो;
कोयल मधुर गीत गाने लग गई हो....
हे माता,
आप अलौकिक सुंदरता के मालिक हैं; आपके मुख और बदन पर इतना तेज है
जरूर ही आपका रूप में किसी देवी देवता ने अवतार लिया है।
आप इसी तरह दर्शन देकर हम जैसे लोगों को धन्य करतें रहें.....
अंततः नैनों को सुख प्रदान करने वाला चित्र है आपका , जो लोगों का चित्त हरने का काम भी करती है।
कोई भी zoom करके देखे वैगेर रह नहीं सकता और क्या बोलूँ...?
दीदी, आप ये सब कैसे कर लेती हैं!?आपका चित्र देखकर ऐसा प्रतीत होता है की निश्चित ही कोई देवी/देवता आपके ऊपर विराजमान हैं।
आपका अकल्पनीय वस्त्र शैली देखकर मेरा मन अभिभूत हो गया।
आपकी प्रसंशा में कोई त्रुटि रह गई हो तो क्षमा करें।
#HindiThread:-
हम भारतीय बड़े विचित्र लोग हैं। एक तरफ हमने दुनिया को जाति जैसा घिनौना और अमानवीय सिस्टम दिया, दूसरी ओर हम शांतिपूर्ण सह अस्तित्व यानी जियो और जीने दो का नारा भी देते रहे हैं।
मज़े की बात यह कि इस नारे को हमने इन्सानों तक ही महदूद नहीं रखा।
हम सांपों तक को दूध पिलाने वाले लोग हैं। ये अलग बात है, कि सांप दूध नहीं पीता। चूहे, कीड़े वगैरह खाता है।
बहरहाल, पहले हम बिना ज़हर वाले या कम ज़हरीले सांपों को ही दूध पिलाया करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में हमने बहुत ज़हरीले सांपों को दूध पिलाया है।
इससे सांपों की तादाद भी बढ़ी है, और उनका ज़हर भी। अभी ये सांप दूध न पिलाने वालों को ज़्यादा काट रहे हैं, लेकिन जल्द ही दूध पिलाने वालों को भी काटने लगेंगे। डसना तो सांप का धर्म है। इतने धार्मिक देश और धार्मिक माहौल में सांप अपना धर्म कैसे भूल सकते हैं।