राफेल पूजक चाचा राजनाथ सिंह के देखे गए ख्वाब का मीडिया इवेंट बनानेके लिए आदरणीय पारस पति जी का हार्दिक धन्यवाद🙏
बहनों भाइयों कथित रूप से गू थम भाईके लिए बनाए जाने वाले कथित एशियाके सबसे बड़े हवाई अड्डे से पहले क्या कोई पूछ सकता है कि जब भारत को उत्तर कोरिया सरीखा ही बनाना है
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तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट की क्या जरूरतहै?
भारत में रहने वाली पंजाबी आबादी के लगभग बराबरही पंजाबी कनाडामें रहतेहैं और यदि उसमे भारतीय गुजरातीभी जोड़ दिए जाएंतो संख्या बहुत बढ़ जाएगी
लेकिन क्या कोई इस ज्ञानी महामानवसे पूछ सकताहै कि"कनाडा"से भारतके लिएe Visa क्यों बन्द किए हुएहैं ?2
पाकिस्तान, नेपाल, चीन सहित इजरायल को छोड़कर कौनसा देश है जिससे इसने सम्बन्ध सुधारे हो या सम्मान जनक स्थिति में हो ?
यदि यहूदियों को तावान देना बंद कर दें तो वो भी जड़े खोद देंगे क्योंकि किसान का बैल अगर हल नहीं जोतेगा तो पिटेगा भी और पिछवाड़े में आर भी घुसेगी।
3 @BramhRakshas
आज प्राइमिनिस्टर ने, सन्सद के सेंट्रल हाल में खड़े होकर, अपनी काली जुबान से, सम्विधान दिवस के पवित्र मौके को भी कलुषित कर दिया। मौका कोई हो, विदेशी मंच, सरकारी कार्यक्रम या समवैधानिक फोरम। प्रधानमंत्री के कदम रखते ही,उसकी गरिमा
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शून्य हो जाती है।वो दुराग्रह, तूतू मैंमैं और घटिया राजनीति वाली चुनावी रैली में बदल जाता है।
आज यह उगला गया, की देश की दूसरी पार्टियां लोकतांत्रिक नही हैं। प्रश्न यह होना चाहिए कि क्या उनकी पार्टी लोकतांत्रिक है??क्या भाजपा का अध्यक्ष, उसका कोर ग्रुप, उंसके राज्य से लेकर मंडल
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तक का पदाधिकारी चुनकर आते हैं??
अगर नही,तो भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी होने का दावा कैसे करती है ??
लेकिन इसके पहले,सवाल होना चाहिए कि क्या भाजपा कोई राजनैतिक पार्टीहै भी या नही??
भाजपा की अपनी कोई विचारधारा नही। कोई आर्थिक, सामाजिक दर्शन,कोई स्वतंत्र कार्यक्रम नही।ये पार्टी,
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देश की सारी सम्पत्ति हम बेचेंगे, छुपा कर रखी सम्पत्ति या बचा कर रखी सम्पत्ति हम बेचेंगे।
मशहूर क्रांतिकारी यह नज़्म दक्षिण एशिया के किसी भी सरकार विरोधी प्रदर्शन में जरूर गाई जाती हैं जिसमे "हम देखेंगे "वाक्य आता है लेकिन भारत सरकार द्वारा जिस प्रकार
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तेजी से देश को एसेट्स बेची जा रही है उसे देखकर शब्दो की बाजीगरी जायज़ लगती हैं।
भारत सरकार द्वारा युद्ध एवम् आपदा काल के लिए सुरक्षित रखा गया क्रूड ऑयल का आधा रिजर्व बेचने का फैसला निसंदेह भारतीयों के चौंकाने वाली खबर होनी चाहिए क्योंकि विश्व के 29देश अपने पास रिजर्व क्रूड ऑयल
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का भंडारण करतेहै जिनमे भारत भी एक अहम देशहै।
IEAके अनुसार इन देशोंका कुल रिजर्व71.4 करोड़ बैरलहै जिसमे भारत के पास3.69 करोड़ बैरल तेल रिजर्व होताहै जो भारत की कुल खपत के9 दिन की जरूरत पूरी कर सकता है, इसके अतिरिक्त तेल कम्पनियों के पास भी 64 दिन की खपत के बराबर रिजर्व रहता है
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तीन बार जल समाधि लेने की प्रतिज्ञा की लुटिया डुबाने वाले महंत बाबा कह रहें हैं कि तीनों कृषि कानून किसानों के हितमे है।
महंत ने कहा कि ये तीनों कानून, जिसे पीएम मोदी ने वापस ले लेने की बात कही है,किसानों के लिए काफी लाभदायकहै।इस कानून को
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जनमत संग्रह करवाकर फिर से लाया जाएगा। इस कानून के पक्ष में देश के 90 प्रतिशत किसान पीएम मोदी के साथ खड़े हैं।
परमहंस ने कहा कि अगर राकेश टिकैत कृषि कानूनों के बारे में बता दें तो वो उन्हें एक करोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि टिकैत को कृषि कानूनों को लेकर कोई जानकारी नहीं है,
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वो सिर्फ देश तोड़ने का काम कर रहे हैं। इसके लिए टिकैत को जबरदस्त फंडिंग मिल रही है।
बाबा देश निर्माण के लिए भाजपा से टिकट भी मांग रहें हैं।
#pegasus
एप्पल कम्पनी भारत सरकार से ज्यादा जिम्मेदार निकली :
फोन निर्माता कंपनी Apple ने पेगासस Pegasus पर मुकदमा ठोका ।
एप्पल फोन (iPhone) यूजर्स के फोन में घुसपैठ करने और भविष्य में एप्पल फोन में इस प्रकार की घुसपैठ पर स्थाई प्रतिबंध लगाने के लिए यह मुकदमा ठोका गया है ।
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कैलिफॉर्निया की संघीय अदालत में यह मुकदमा दाखिल किया गया है।
ठीक भी है क्योंकि पेगासस की चपेट में
आए दुनिया के लगभग सभी राजनीतिज्ञ, पत्रकार, एक्टिविस्ट ,बुद्धिजीवी एप्पल फोन का ही इस्तेमाल करते हैं ।
आपको याद होगा कि इस्रायल की जासूसी उपकरण बनाने वाली कंपनी NSO द्वारा
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निर्मित पेगासस स्पाइवेयर का विभिन्न देशों की सरकारों ने अपने नागरिकों के फोन पर निगरानी रखने के लिए इस्तेमाल किया। कम्पनी यह स्पाइवेयर केवल सरकारों को बेचती है, व्यक्तियों को नहीं।
अपने यहां तो सरकार बहादुर ने माना ही नहीं है कि देश के पत्रकारों ,
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1950के दशक में हावर्ड यूनिवर्सिटी के विख्यात साइंटिस्ट कर्ट रिचट्टर ने चूहों पर एक अजीबोगरीब शोध किया था।
कर्ड ने एक जार को पानी से भर दिया और उसमें एक जीवित चूहे को डाल दिया।
पानी से भरे जार में गिरते ही चूहा हड़बड़ाने लगा औऱ
जार से बाहर निकलने के लिए लगातार ज़ोर लगाने लगा।
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चंद मिनट फड़फड़ाने के पश्चात चूहे ने जार से बाहर निकलने का अपना प्रयास छोड़ दिया और वह उस जार में डूबकर मर गया।
कर्ट ने फ़िर अपने शोध में थोड़ा सा बदलाव किया।
उन्होंने एक दूसरे चूहे को पानी से भरे जार में पुनः डाला। चूहा जार से बाहर आने के लिये ज़ोर लगाने लगा।
जिस समय चूहे
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ने ज़ोर लगाना बन्द कर दिया और वह डूबने को था..ठीक उसी समय कर्ड ने उस चूहे को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया।
कर्ड ने चूहेको उसी क्षण जार से बाहर निकाल लिया जब वह डूबने की कगार पर था।
चूहे को बाहर निकाल कर कर्ट ने उसे सहलाया..कुछ समय तक उसे जार से दूर रखा और फिर एकदमसे उसे पुनः
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