तेरी कितनी जल रही है सब समझ मे आ गयी
चलो D का नाम नही बताया तू ने
VऔरR का नाम बताने मे क्या परेशानी थी?
3 मिनिट मे विडिओ हटा दिया तो तेरे पास अगर है तो दिखा देता तो हम भी समझ लेते की CDS रावत को किसने नशे मे VP सिंग बोल दिया।
और जिस महिला को भारत मे घुसने नही दिया जा रहा वो महिला
कौन है,क्या करती थी,कौन सा NGO चलाती थी हम सब जानते है।
तेरी मालकीन फिल्ड मार्शल जनरल सॅम माणेकशा के अंतिम विदायी पर खुद तो नही गयी लेकिन किसे जाने भी नही दिया।
तेरा मालिक जिसके नाम का पट्टा गले मे डाल के भौक रहा है ना वो तेरा मालिक 26/11 हमले के वक्त देश जुझ रहा था और वो पार्टी
कर रहा था। तेरी दुसरी मालकीन जिसके तू तलवे चाटके साफ करता है वो तेरी मालकीन देश
CDS जनरल बिपीन रावत को आखरी विदायी दे रहा था तब वो गोवा मे डान्स कर रही थी।
अगर तेरे पास वो विडिओ नही है तो बेकार मे जनता का ध्यान भटकाने की क्या जरूरत है?लेकिन 2014 से पहले यही काम तुम हमेशा करते
आये हो।अभी वक्त बदल गया है,तेरी और तेरे पार्टी की दाल अब नही गलने वाली
आईने मे झाक के देख ले तेरे ही चेहरे पे जो चेहरा है वो नकाब बेपर्दा हो गया है।
चुल्लूभर पानी ले और उसमे डुबा ले खुद को
चल हट bsdk
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Former Brahmos chief A Sivathanu Pillai writes in his book ‘The Path Unexplored’ that army commanders tried their best to sabotage the Brahmos cruise missile - India's most successful weapon. (He doesn't name them but it's the Chandigarh Lobby)
Pillai reveals that these senior military commanders wanted to scuttle the BrahMos project by declaring its performance unsatisfactory. Their plan was to continue India’s dependency on imports, which would result in more kickbacks for middlemen.
The Chandigarh Gang is not exclusively based in Chandigarh,but is only centered there. Its elements exist in different parts of the country. Army chief General VK Singh broke the back of the Chandigarh Gang, but it continues to survive.General Rawat was known to be incorruptible.
ये लो जबरदस्त फट रही है अभी से
सुनो लो हिंदुओ अगर मोदी योगी के साथ रहोगे तो भविष्य सुधर जायेगा
आप सोच रहे है कि आप योगी जी को 2024 मे PM बना देंगे।नही पहले 2022 में योगी जी को UP का का CM तो बनाकर दिखाओ। लगभग पूरी दुनिया को पता है कि योगीजी का दोबारा CM बनना मतलब हिन्दूओं का हिन्दूराष्ट्र बनने का रास्ता साफ करना तय है।भ्रम मत पालना मन मे कि योगीजी का CM बनना इतना आसान है।
पूरी दुनिया के इस्लामिक देशों से फंडिंग हो रही है योगी जी को रोकने के लिए । 2022 के चुनाव में देश विदेश से सभी सनातनी हिन्दू के दुश्मन 1 हो रहे है।बंगाल याद है या भूल गए ? वो तो सिर्फ पिक्चर का ट्रेलर था पूरी फिल्म तो UP मे रिलीज होगी। असली खेला तो 2022 के चुनाव मे होगा।
आता जो xमुस्लिम ही कम्युनिटी किंवा जगभरात चाललेला ,विस्तारीत असलेला ट्रेंड बघितला तर वाटेल की हे हल्लीच सुरू झालंय,पण दारा शुकोह
हा ही xमुस्लिम होता.सत्तेत वाटेकरी नको हे त्याच्या हत्येचे कारण बनले फक्त.त्यावेळेस आणि आता ही जो इमान पासून बाजूला होतो त्याला behead करण्याची परंपरा
आहेच,पण आताच्या SM च्या जमान्यात ही कम्युनिटी स्वतःचा जीव वाचवून स्वतःच्या विचारधारेबद्दल कुणासमोर व्यक्त न होता आपली ओळख लपवून,जीवाची रक्षा करून मन मोकळे करायला शिकलीय.त्यात एखादा विश्वासू भेटला की समोरासमोर व्यक्त ही होतात.माझे असे 4 मित्र xमुस्लिम आहेत,पण मोहल्ल्यात
मुस्लिम आहेत.त्यांच्या मते संपूर्ण भारतात किमान 50लाख तरी xमुस्लिम असावेत,कारण त्यांच्या माहितीत आमच्याच तालुक्यात किमान 1000 आहेत व त्यातील 4 माझे मित्र आहेत.
सरकारने जर निर्णय घेतला की जो नास्तिक असेल मग तो कोणत्याही धर्माचा असेल त्याच्या जीवाची,कुटुंबाची सिक्युरिटी सरकार बघेल.
कुतुबमिनार मे हिंदू-जैन मंदिर वाली याचिका खारिज, कोर्ट ने कहा – अतीत की गलतियां वर्तमान में शांति भंग का आधार नही hindi.opindia.com/?p=585142
फिर कहते हैं की SM पर कोर्ट, जज,आदि पर हमले किये जाते है।
अतीत की गलतियां वर्तमान की शांतिभंग का आधार नही ,इसका क्या अर्थ समझा जाय,क्या देश
का कानून शांति बनाने में असमर्थ है? क्या अतीत की गलतियों को सुधारने की कोशिश नही करनी चाहिए?
आखिर क्यों दुष्ट आक्रांताओं के नाम और निशानियां संजो के रख रहा है देश?
फिर कहते हैं देश आजाद है.
पिछले साल 9/12/2020 को अदालत मे
कुतुबमिनार के भीतर मंदिर होने की बात कहते हुए
वहाँ हिन्दुओं को पूजा का अधिकार दिलाने हेतु याचिका दाखिल की गई थी।याचिका मे दावा किया गया था कि कुतुबमिनार के भीतर ही हिन्दू और जैन मंदिर परिसर स्थित है।दायर की गई याचिका मे कहा गया था कि कुतुबमिनार के अंदर 27 मंदिर हुआ करते थे, जिनमे मुख्य रूप से जैन तीर्थंकर ऋषभदेव के अलावा
जब उरी हमला हुआ , वो तब भी हँसे थे,
जब पुलवामा हुआ ,वो तब भी हँसे थे,
जब मनोहर पर्रिकर जी का निधन ह्या ,वो तब भी हँसे थे,जब सुषमा स्वराज जी का निधन हुआ ,वो तब भी हँसे थे,जब अरुण जेटली जी का निधन हुआ ,वो तब भी हँसे थे,
जब वाजपेयी जी का निधन हुआ , वो तब भी हँसे थे
जब भारत क्रिकेट मे पाकिस्तान के खिलाफ हार गया ,वो तब भी हँसे थे,और अब जब CDS जनरल बिपिन रावत जी का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है ,वो तब भी वो कुटिल हँसी हंस रहे है।
इसका केवल 1 ही मतलब है ,उनके गंदे खून का 1 भी कतरा इस देश की मिट्टी में कही भी नही है।
शेर के जाने से कुत्तो मे जश्न है लेकिन ये भारत है कुत्तो, ये शेरो की भूमि है इसलिये कुत्ते ज्यादा खुश ना हो।हेलीकाॅप्टर दुर्घटना का जितनी तकलीफ कट्टर देशभक्त भारतीय को है उतनी ही तकलीफ इस्रायल को भी है , इस्रायली नेता से लेकर आम लोग भी दुःखी है।