इनकी तारीफ़ करने से पहले एक बार ये थ्रेड ज़रूर पढ़ें।
1. रायपुर के #नरसंहारी_सम्मेलन में कालीचरण ने गांधी जी को गाली दी और गोडसे की तारीफ़ की। इस बात पर आपत्ति जताते हुए राम सुंदर रूठ कर सम्मेलन से चले गए।
2. राम सुंदर छत्तीसगढ़ गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष हैं और इनका कैबिनेट रैंक है। ये धर्मसंसद के मुख्य संरक्षक थे।सम्मेलन कांग्रेस के बिना मुमकिन ही नहीं था। राम सुंदर के संरक्षण में ना सिर्फ़ गांधी जी को गाली दी बल्कि ये भी कहा कि इस्लाम का मक़सद राष्ट्र पर क़ब्ज़ा करना है
3. कालीचरण ने कहा कि सांसद, विधायक, मंत्री-प्रधानमंत्री ऐसा होना चाहिए जो *कट्टर हिंदुत्ववादी हो* लोगों के वोट न देने की वजह से “देश में इस्लाम हावी होगा”। लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा वोट देना चाहिए और ऐसा राजा चुनना चाहिए जो कट्टर हिंदुत्ववादी हो, चाहे राजनीतिक दल कोई भी हो।
4. क्या राम सुंदर को ये बयान आपत्तिजनक नहीं लगा? क्या ये बयान निंदनीय नहीं है? जब कालीचरण यह भाषण दे रहा था तो दर्शकों के बीच कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे, भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने और नंदकुमार साय भी मौजूद थे। किसी ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी।
5. जब दोनों हाथ जोड़कर कालीचरण ने नमस्कार किया तो भीड़ नारे लगाकर तालियां बजाने लगी। लेकिन राम सुंदर के भाषण को ऐसा समर्थन नहीं मिला। इससे वहाँ मौजूद लोगों की मानसिकता साफ़ समझ आती है।
सवाल सिर्फ़ गिरफ़्तारी का नहीं है। कांग्रेस ने सम्मेलन में हिस्सा क्यूँ लिया?
6. 25 दिसंबर को यात्रा निकाली गयी थी और 26 को धर्म संसद हुआ था। 25 के कलश यात्रा में कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय और कांग्रेस के प्रमोद दुबे (रायपुर नगर सभापति) ने शिरकत की। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मौजूद थे।
7. सम्मेलन में दूसरे उग्रवादियों ने भी कई नरसंहारी बयान दिए। सब कुछ कांग्रेस के नेता के संरक्षण में हुआ।
संतों का कहना था कि बिना हिन्दू राष्ट्र बने देश का कल्याण नहीं हो सकता।
8. कांग्रेस और उग्रवादियों की दोस्ती पुरानी है:
कवर्धा में धार्मिक झंडे को लेकर एक बहस हिंसा में तब्दील हो गयी।उग्रवादी संगठनों ने रैली निकाली थी जिसकी अनुमति प्रशासन ने नहीं दी थी, भीड़ ने मुसलमानों के घरों और दुकानों पर पत्थरबाज़ी की।
9. संघ ने इसका भरपूर फायदा उठाया, और कांग्रेस ने भाजपा को काँटे की टक्कर दी।
*6 दिसंबर* को संघ परिवार ने शक्ति प्रदर्शन के रूप में कवर्धा में “हिंदू शौर्य जागरण संकल्प महासभा” का आयोजन किया।
10. कांग्रेस सरकार ने पास के पी.जी कालेज में पार्किंग का इंतेज़ाम करवाया और आस-पास के सारे स्कूल और कालेज बंद करवा दिए।सरकार ने ख़ातिरदारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। सरकार ने क़रीब 80,000 लोगों की भीड़ इकट्ठा करने में मदद किया।
11. 10 दिसंबर (जुम्मे का दिन) को एक कवर्धा में एक और शक्ति प्रदर्शन हुआ। इस बार 108 फ़ीट लंबे खंभे पर भगवा झंडा फहराया गया, उस मौक़े पर रैली भी निकाली गई। क़रीब 20,000 लोगों ने रैली में शिरकत की। 10 दिसंबर के नवभारत टाइम्स अख़बार में ये विज्ञापन छपा था। अब और क्या बताएँ?
12. मैंने आपके सामने सबूत रखें हैं। ये साफ़ है कि भाजपा-कांग्रेस दोनों ने उग्रवादियों की सहायता की। क्या इन सम्मेलन पर सरकारी तिजोरी से पैसा ख़र्च हुआ था? हरिद्वार में जो कुछ हुआ उसके बवाजूद कांग्रेस ने न सिर्फ़ इस धर्मसंसद को इजाज़त दी बल्कि उसमें शिरकत भी की।
13. कांग्रेस के कैबिनेट मिनिस्टर के रैंक के नेता के संरक्षण में हिंदू राष्ट्र, मुसलमानों का नरसंहार, लव जिहाद की बातें हुईं। FIR सिर्फ़ गांधी जी वाले बयान पर दर्ज हुई है। क्या हम ये समझें की हमारे नरसंहार की बात चिंताजनक नहीं है?
श्री राहुल गांधी को सम्मेलन से दूर रखा गया, ये निंदनीय है। क्या हम ये समझें की हिंदू बनाम हिंदुत्व वाली बातें बस जुमला थीं?
14. बघेल जी उत्तर प्रदेश में धरना दे सकते हैं, लेकिन धर्म के नाम पर उनके अपने राज्य में क्या हो रहा है? सब इस रेस में लगे हैं की “सबसे बड़ा हिन्दू कौन?”
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In order to distract from #HaridwarGenocidalMeet, a clipped 1 min video is being circulated from 45 min speech I gave in Kanpur. I’ll set the record straight:
1. I did not incite violence or give threats. I talked about POLICE ATROCITIES Here’s the full video in TWO PARTS [Cont]
2. As you can see in the above video & the one here, I was talking about POLICE ATROCITIES in Kanpur & addressing such cops who think they have immunity to violate people’s liberties because of Modi-Yogi
3. I said do not confuse our silence for acquiescence. 2/n
4. It’s an essential part of my faith to believe that Allah does not allow injustice. He punishes oppressors. We are taught the lesson of Firaun, the lesson of Namrud, the lesson of Yazid. Assuring people of Allah’s justice gives hope. We remember that Allah is with oppressed 3/n
I’ve instructed AIMIM #Uttarakhand Pres @DrNayyerkazmi1 to file a police complaint against #HaridwarHateAssembly. It’s a clear case of incitement to genocide. Our team has attempted to file it today but officers in Roorkee were unavailable due to other engagements 1/n
If strict action isn’t taken, then we’ll launch a state-wide agitation demanding arrest & exemplary punishment
The calls for genocide & ethnic cleansing against Muslims are culmination of 60yrs of dehumanising speech by Sangh Parivar against Muslims & Christians 2/n
Most speakers at the event are repeat offenders & enjoy close relationships with powers that be. BJP govts at Centre & state are complicit in this call for genocide
This is why there have been no arrests, no condemnation from govt & not even a whisper from moderate Hindus 3/n
The satellite images from the China border speak louder than the silence of PM Modi and his ministers. The truth is visible to all. China in inside the territory that was controlled by us. So called Disengagement is to our disadvantage.
PLA is keeping us under pressure by building more permanent infrastructure and deploying more troops on the border.
When I asked questions about the situation on the border in the Lok Sabha, all of them were illegally denied by a scared government.
Imagine the whole world knows the truth, including private analysts with access to satellite imagery, but Modi Ji keeps our own people in the dark.
Dealing with China needs a whole of nation strategy, where the whole country is taken into confidence.
Opposed the linking of AADHAAR & electoral rolls while government passed it in the din of the house. The law was passed as a farce. I wasn’t even allowed any time to raise my objections, while the Chair allowed the Minister to make a detailed statement 1/n
I had submitted in writing demanding a division of votes so that we could register our protest against this unconstitutional law but that was also not allowed. If I were allowed to speak, I’d have raised the following points: 2/n
1. The Minister said that linking AADHAAR & voter rolls is essential to prevent bogus voting. If bogus voting is widespread then govt is not only casting aspersions on ECI but also doubting the legitimacy of its own 300+ MPs & BJP’s electoral success in various states 3/n
महिलाओं के लिए शादी की न्यूनतम उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है। ऐसी पितृसत्तात्मकता मोदी सरकार की नीति बन चुकी, इससे बेहतर करने की उम्मीद भी हम सरकार से करना छोड़ चुके हैं। 1/n
18 साल के लोग क़ानूनी तौर पर अनुबंध पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, कारोबार चला सकते हैं, चुनाव में प्रधान मंत्री, सांसद और विधायक चुन सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते? 18 साल के उम्र में भारत के नागरिक यौन संबंध बना सकते हैं, बिना शादी के साथ रह सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते?2/n
18 साल के किसी भी मर्द और औरत को शादी करने का हक़ होना चाहिए। क़ानूनी तौर पर 18 साल की उम्र के लोगों को बालिग़ समझा जाता है, और उन्हें अपने निजी ज़िंदगी को अपनी मर्ज़ी से जीने का हक़ है। तो शादी के मामले में ऐसी रोक-टोक क्यूँ? 3/n
3/n
Modi govt has decided to increase the age of marriage for women to 21. This is typical paternalism that we have come to expect from the govt. 18 year old men & women can sign contracts, start businesses, choose Prime Ministers & elect MPs & MLAs but not marry? 1/n
They can consent to sexual relationships and live-in partnerships but cannot choose their life partners? Just ridiculous.
Both men & women should be allowed to legally marry at 18 as they’re treated as adults by the law for all other purposes 2/n
Child marriages are rampant despite a law. Every fourth woman in India was married before turning 18 but only 785 criminal cases of child marriages were recorded. If child marriages have reduced from before, it’s due to education & economic progress, not criminal law 3/n