नीचे लगे पोस्टर को देखिए जिसमे कहा गया है कि श्री भूपेश बघेल साहब पाकिस्तानकी आतंकी संस्था"दावत-ए-इस्लामी"को जमीन दे रहे है..
★★रमन सिंह,पूर्वCMछत्तीसगढ़से सीधा सवाल :दावत-ए-इस्लामी संस्था छत्तीसगढ़ में पंजीकृत है,जिसका पंजीयन नंबर 6328207012021038 है..इसका पंजीकरण तो बीजेपी
1
सरकार में15साल पहले हुआ था..बीजेपी ने पाकिस्तानी आतंकी संगठनको पंजीकृत क्यो किया?रमन सिंह,जवाब दीजिए..
👉दावते ए इस्लामी,उत्तरप्रदेश,गुजरात, मध्यप्रदेश,पश्चिम बंगालमें भी है..बीजेपी की सरकारों ने इसे कैसे अनुमति दी?
👉दावत ए इस्लामी पाकिस्तानमें भी है..और ये संगठन पूरे यूरोप/
2
अमेरिका में भी है..इनकी यूनिवर्सिटी से पास किए हुए छात्र यूरोप में सरकारी उच्च पदों पर है..ब्रिटेन की सरकार इनका काफी सम्मान करती है..महामारी के समय इन्होंने बहुत सेवा की है..
●मान लेते है, दावत ए इस्लामी आतंकी संगठन है..मोदी 7सालो से PMबनने के बाद भी क्या चाय ही बेच रहा है?
3
दावत ए इस्लामी को बैन क्यो नही किया? केवल केंद्र के पास बैन करने का अधिकार है..
👉 छत्तीसगढ़ ने जमीन आवंटन के पहले आपत्ति दर्ज करवाने का मौका दिया..आपको जान कर आश्चर्य होगा कि भारत के मुसलमानों का एक हिस्सा इन्हें जमीन देने का विरोध कर रहा है..
◆◆ छत्तीसगढ़ में हिन्दू 93%,
4
मुस्लिम 2.2% और ईसाई 1.92% है..मुसलमान/ईसाई मिल कर एक पंचायत की एक सीट भी नही जीता सकते..कांग्रेस की प्रचंड जीत समाज के हर हिस्से के वोट से हुई है..सुनो गोबरचट्टो, तुम्हारा कालीचरण से बुरा हाल किया जाएगा..भूपेश बघेल साहब से उलझने की गलती मत करना..
5 @BramhRakshas
भारत चीन सीमा विवाद कई लोगोंको क्लीयर नही होता।वे इतिहासकी कही सुनी बातोंपर खूब बकैती करते हे,और अन्तमे नेहरू पर ठीकरा फोड़कर पूर्णाहुति करतेहैं
एक सिम्पल ग्राफिकसे समझिये।यहां अधिकतर इलाका बंजरहै,शून्य से नीचेका तापमान,और मनुष्यके रहने लायक नहीहै।याने घासका तिनकाभी नहीं उगता।
1
लेकिन कहीं कहीं घाटी है, जिसमे जमा गाद मे खेती हो सकती है।वहां बस्तियां बस गई। अब एक बेसिक बात समझ ले। पुराने जमाने मे सीमा जीपीएस से मार्किंग तो होती नही थीं।न राजाओं को भारत माता से कोई लेना देना था।
उनको कमाई याने लगान से मतलब था,जो जनता, याने बस्ती से मिलता था।राजा महराजा
2
गांव पर कब्जे करते थे,जमीन पर नही।
अब अगर एक राजाके आखरी गांव और दूसरे राजाके आखरी गांवके बीच300किलोमीटर का बंजर इलाका हो,तो इस तीन सौ किलोमीटर की हकदारी किसकी???
किसीकी नही।क्योकि किसीको ये जगह नहीं चाहिए।सब जीरो टेम्प्रेचर पर कौन पागल अपनी सेना रखकर किला बनाकर रक्षा करेगा।
3
स्वतंत्र भारतके इतिहासमें इससे बड़ी बेशर्मी की मिसाल कभी सामने नही आयी है जो मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के मामले में पेश की जा रहीं हैं
लखीमपुर में हुई किसानों की हत्या के मामले में अब तक यह कहकर बचा जा रहा था कि अब तक चार्जशीट पेश नही हुई है...
1
लेकिन अब तो एसआइटी ने कोर्ट में5000 पन्नो की चार्जशीट भी पेश कर दी है...जिसमे आशीष मिश्रा को हत्या का मुख्य आरोपी बनाया गया है.......एसआईटी ने 3 अक्टूबर को हुई चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की उस घटना को एक ‘‘सोची-समझी साजिश’’ करार दिया है.
पांच अक्टूबर को अजय मिश्र टेनी
2
ने स्वयं कहा था,'मैं लगातार अपनी बात रख रहा हूं। हमारे पास यह साबित करने के सबूत हैं कि न तो मैं और ना ही मेरा बेटा घटनास्थल पर मौजूदथे।अगर मेरे बेटेकी मौजूदगी का प्रमाण साबित हो जाए तो मैं अभी मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।'
अगर थोड़ा भी नैतिक बल उनमें होतातो वे अब तक इस्तीफा
3
चीनी मीडिया के गलवान घाटी में चीन का झंडा फहराने वाले मामले पर बयान को लेकर भारतीय सेना ने कुछ दलाल मीडियावालों को "सेट" कर सूत्रों के हवाले से खबर चलवाई कि झंडा चीन के हिस्से में फहराया गया है।
1
न तो विदेश मंत्रालय और न रक्षा मंत्रालय का इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान आया है।
दिलचस्प बात यह है कि चीनी मीडिया ने झंडा फहराने वाले वीडियो में Tiananmen चौराहे वाली घटना का ज़िक्र किया है।
2
33साल पहले1989में लोकतंत्र समर्थक छात्रों को कुचलने के लिए चीनी सेना ने टैंकोंका इस्तेमाल कियाथा।
माना जा रहाहै कि इस घटना का ज़िक्र अनुच्छेद370को हटाने के विरोधमें जानबूझकर किया गयाहै।
दोनों देशोंके कूटनीतिक चैनल में गतिरोधभी इसी370 के कारण बना हुआ है।
इतिहासके पन्नों पर वे कहीं नहींथे
और थे भी तो एक बदनुमा दाग की तरह
एक हत्यारें के रूप में
क्योंकि हत्या से ही शुरू होता है उनका इतिहास
उनका इतिहास एक काला पन्ना है
उनकी टोपी की तरह
खोखली बहादुरी में बांह तक मुड़ी हुई
छक सफेद शर्ट की तरह
जिसमें एक कतरा खून तक नहीं
1
देश की आजादीके नाम
एक डंडाहै
जो हांकलना चाहता है पूरी जनताको भेड़ की तरह
और एक निक्कर,जो प्रतीक है
हर प्रतिरोध के दमन का
दरअसल उनके पास ऐसा कुछ भी नहीं
जिसके लिए वे गर्व करसके
और यही आत्महीनता उन्हें कुंठित और हिंसक बनाती है।
क्योंकि वे जानते हैं जिसका कोई इतिहास नहीं होता
2
उसका कोई भविष्य भी नहीं होता
इसलिए वे अतीत में अपनी जगह के लिए
इतने बैचेन, इतने आतुर हैं
कि इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने में लगे रहते हैं
इतिहास की नई-नई व्याख्याएं करते हैं
देश के महानायकों के नामों को कब्जियाते हैं
या उनकी कतार में अपना नाम जबरन जुड़वाते हैं
जब ऐसा नहीं हो पाता
3
केवल मदर टेरेसा ही नही, 5789 संस्थाओ का FCRA लाइसेंस अब रद्द है..संस्थाओ के नाम भारत की शिक्षा, संस्कृति, मुफ्त चिकित्सा से जुड़े हुए है..जाहिर है ये संस्थाए पूरे विश्व मे गांधी की विचारधारा को मजबूत करती है..कुछ मुख्य नाम है..
- नेहरू म्यूजियम एंड लाइब्रेरी
1
इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स
- लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल फाउंडेशन
- IIT दिल्ली
- न्यूक्लियर साइंस सेन्टर, JNU
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
- लेडी श्रीराम कॉलेज फ़ॉर वीमेन
- दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- ऑक्सफॉम इंडिया
- मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया
- ट्यूबरक्यूलोसिस एसोसिएशन ऑफ
इंडिया
- विश्व धर्मायतन
- महर्षि आयुर्वेद प्रतिष्ठान
- इम्मानुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन
- हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी
- इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर
- मारवाड़ी युवा मंच
- गोदरेज मेमोरियल ट्रस्ट
- इंडिया हैबिटैट सेंटर, दिल्ली
- DAV कॉलेज/DPS सोसाइटी
3
वेलकम 2022 !....गुलामी का नया दौर मुबारक हो वैक्सीन प्रेमियों......
नए साल में आज से कई राज्यों में वैक्सीनेशन मैंडेट लागू हो गया है यानी, बिना वैक्सीन की दोनों डोज लिए आप न किसी भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जा सकेंगे.
हरियाणा में जो लोग वैक्सीन प्रमाणपत्र नही दिखा पाएंगे वे
1
न तो रोडवेज बस, ट्रेन, बैंक, मैरिज हाल, होटल, रेस्टोरेंट, सरकारी कार्यालयों, बाजार, सब्जी मंडी, अनाज मंडी में प्रवेश कर सकते हैं और न ही इन लोगों को गैस सिलिंडर मिल पाएगा। हरियाणा में सब्जी मंडी, अनाज मंडी, शराब की दुकान, लोकल या हॉट बाजार, डिपार्टमेंटल स्टोर में जाने के लिए भी
2
वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है. वैक्सीन की दोनों डोज लिये बिना जो भी लोग इन स्थानों पर जाएंगे उनसे जुर्माना वसूला जाएगा. जेल भी हो सकती हैं
पंजाब में भी सरकारी और निजी बैंक, होटल, बार रेस्तरां, मॉल, शॉपिंग कांप्लेक्स, सिनेमा हॉल, जिम और फिटनेस सेंटर में 15 जनवरी से
3