वेलकम 2022 !....गुलामी का नया दौर मुबारक हो वैक्सीन प्रेमियों......
नए साल में आज से कई राज्यों में वैक्सीनेशन मैंडेट लागू हो गया है यानी, बिना वैक्सीन की दोनों डोज लिए आप न किसी भी सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जा सकेंगे.
हरियाणा में जो लोग वैक्सीन प्रमाणपत्र नही दिखा पाएंगे वे
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न तो रोडवेज बस, ट्रेन, बैंक, मैरिज हाल, होटल, रेस्टोरेंट, सरकारी कार्यालयों, बाजार, सब्जी मंडी, अनाज मंडी में प्रवेश कर सकते हैं और न ही इन लोगों को गैस सिलिंडर मिल पाएगा। हरियाणा में सब्जी मंडी, अनाज मंडी, शराब की दुकान, लोकल या हॉट बाजार, डिपार्टमेंटल स्टोर में जाने के लिए भी
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वैक्सीनेशन अनिवार्य किया गया है. वैक्सीन की दोनों डोज लिये बिना जो भी लोग इन स्थानों पर जाएंगे उनसे जुर्माना वसूला जाएगा. जेल भी हो सकती हैं
पंजाब में भी सरकारी और निजी बैंक, होटल, बार रेस्तरां, मॉल, शॉपिंग कांप्लेक्स, सिनेमा हॉल, जिम और फिटनेस सेंटर में 15 जनवरी से
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वैक्सीन की दोनों डोज लोग ही जा पाएंगे. राजस्थान में भी नए साल से सार्वजनिक स्थानों पर जाने वालों के लिए कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगा होना अनिवार्य किया जा रहा है
तमाम वैक्सीन प्रेमियों को बहुत बहुत बधाई....यही चाहते थे न आप !.........
4 @BramhRakshas
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नीचे लगे पोस्टर को देखिए जिसमे कहा गया है कि श्री भूपेश बघेल साहब पाकिस्तानकी आतंकी संस्था"दावत-ए-इस्लामी"को जमीन दे रहे है..
★★रमन सिंह,पूर्वCMछत्तीसगढ़से सीधा सवाल :दावत-ए-इस्लामी संस्था छत्तीसगढ़ में पंजीकृत है,जिसका पंजीयन नंबर 6328207012021038 है..इसका पंजीकरण तो बीजेपी
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सरकार में15साल पहले हुआ था..बीजेपी ने पाकिस्तानी आतंकी संगठनको पंजीकृत क्यो किया?रमन सिंह,जवाब दीजिए..
👉दावते ए इस्लामी,उत्तरप्रदेश,गुजरात, मध्यप्रदेश,पश्चिम बंगालमें भी है..बीजेपी की सरकारों ने इसे कैसे अनुमति दी?
👉दावत ए इस्लामी पाकिस्तानमें भी है..और ये संगठन पूरे यूरोप/
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अमेरिका में भी है..इनकी यूनिवर्सिटी से पास किए हुए छात्र यूरोप में सरकारी उच्च पदों पर है..ब्रिटेन की सरकार इनका काफी सम्मान करती है..महामारी के समय इन्होंने बहुत सेवा की है..
●मान लेते है, दावत ए इस्लामी आतंकी संगठन है..मोदी 7सालो से PMबनने के बाद भी क्या चाय ही बेच रहा है?
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केवल मदर टेरेसा ही नही, 5789 संस्थाओ का FCRA लाइसेंस अब रद्द है..संस्थाओ के नाम भारत की शिक्षा, संस्कृति, मुफ्त चिकित्सा से जुड़े हुए है..जाहिर है ये संस्थाए पूरे विश्व मे गांधी की विचारधारा को मजबूत करती है..कुछ मुख्य नाम है..
- नेहरू म्यूजियम एंड लाइब्रेरी
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इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स
- लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल फाउंडेशन
- IIT दिल्ली
- न्यूक्लियर साइंस सेन्टर, JNU
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
- लेडी श्रीराम कॉलेज फ़ॉर वीमेन
- दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- ऑक्सफॉम इंडिया
- मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया
- ट्यूबरक्यूलोसिस एसोसिएशन ऑफ
इंडिया
- विश्व धर्मायतन
- महर्षि आयुर्वेद प्रतिष्ठान
- इम्मानुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन
- हमदर्द एजुकेशन सोसाइटी
- इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर
- मारवाड़ी युवा मंच
- गोदरेज मेमोरियल ट्रस्ट
- इंडिया हैबिटैट सेंटर, दिल्ली
- DAV कॉलेज/DPS सोसाइटी
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एक ऐसी सरकारी कम्पनी जो भारतके रक्षा ओर अंतरिक्ष विभागके लिए विभिन्न उपकरणों और कल-पुर्जों का उत्पादन कर रही थी ऐसी कम्पनी जो मिसाइल प्रणालियों में लगने वाले उपकरणों का उत्पादन कर रही थी,ऐसी कम्पनी जो स्वाति और राजेन्द्र राडार जैसे विभिन्न राडारके लिए इस्तेमाल होने वाले कैडमियम
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जिंक टेल्यूरियमके लिए सब्सट्रेट बनातीहो
ऐसी कम्पनी जो 3500करोड़के आयात शुल्क बचा चुकीहै।..ऐसी कम्पनी जो हर साल वह हजारों करोड़के ऑर्डर पूरा करतीहै,ऐसी कम्पनी जहां300स्थाई कर्मचारी तथा उससे भी अधिक अस्थाई कर्मचारी कार्यरतहै।ऐसी कम्पनीको मोदी सरकारने सिर्फ210करोड़ में बेच दिया है
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हम बात कर रहे हैं सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड(सीईएल)की...इस कम्पनी को एक अननोन सी कम्पनी नांदल फाइनेंस ने खरीदा है..मजे की बात यह है कि नांदल फाइनेंस कंपनी में केवल 10 एम्प्लॉई है...
सीईएल की वास्तविक कीमत1000करोड़ रुपये से1,600करोड़ रुपये के बीचका अनुमान लगाया गयाथा लेकिन
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दोनो तस्वीर एकय की है ।इसका नाम है - अभिजीत सराग । यह जहाँ है , जहाँ से जुड़ा है , वहाँ का सबसे पढ़ा लिखा और उड़नबाज माना जाता है । आठ कलम तक पहुँच कर पढ़ाई को जय श्री राम बोल गया और दूसरे हुनर में लग गया । ज़माना चोला रंगाने का चला , तो इस आठवीं वाला सराग दाढ़ी मूँछ बढ़ाया ,
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नारंगी चादर ओढ़ लिया और माथे पर सबसे बड़ा बुंदा लगा लिया।इक्सट्रा लार्ज।घरवालों ने इसे घरसे निकाला और इंदौर इसके मौसीके यहाँ छोड़ दिया,सुधारनेके लिए।सुधारने के लिए इसने सबसे पहले नाम बदला,अभिजीतlसे काली चरणहो गयाऔर देशका सबसे“ नामी गिरामी“आश्रम
पकड़ लिया।उसके सबसे बड़े महराज थे2
-भय्यूजी महराज ।
हाफ़िज़ा कमजोर है वरना भय्यू जी सुनते ही आपके रोंएँ तक खड़े हो गये होते।नही याद आया ?सियासत यानी राजनीति की सबसे बड़ी बिसात जब धर्म की बाड़ में खड़ी होनी शुरू हुयी तो,पहला बड़ा ठेकेदार एक इक्केवान आशूमल उर्फ़ आशाराम बापू बने। क़िस्सा आपको मालूम है- “काम रोगी “
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गांधी की अहिंसा, बहादुरी का सबसे ऊंचा रत्न है। यह अत्याचार के सामने, निहत्थे अड़े रहने की ऐसी जिद है, कि आप अपने दुश्मन को भी पलटकर मारना नही चाहते। आप सत्य के प्रति अपने आग्रह पर तक अडिग रहते हैं, दुश्मन की राह पर अड़े रहते हैं,
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जब तक कि वो अपना दुराग्रह न छोड़ दे।
गांधी की कांग्रेस के लिए यह ठीक है।
राहुल की कांग्रेस के लिए नही।
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राहुल की कांग्रेस कोई जनजागरूकता का आंदोलन नही, कोई जनसंगठन नहीं।ये पोलिटीकल पार्टी है,जिसने देश पर रूल किया है, और अब भी अनेक राज्यों में कर रही है।
राज्य, उसकी सरकार,
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सभ्यता, अहिंसा, सत्याग्रह औऱ गांधीगिरी नही बरत सकती। उसका काम, कानून व्यवस्था, और सुरक्षा को बनाये रखना है। इसमे सीमा के भीतर डंडे, औऱ सीमाओं पर गोली भी चलानी पड़ती है। चलाई जानी चाहिए। यह राज्य का अधिकार ही नही, जिम्मेदारी भी है।
कैथोलिक चर्च ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के विदेशी चंदे वाले बैंक खातों पर रोक को सबसे गरीब तबके पर क्रूर प्रहार कहा है।
मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी देश भर में अनाथ और बेसहारा लोगों के लिए 240 अनाथालय चलाती है। इनमें कई एड्स रोगी भी पल रहे हैं।
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खाते पर रोक से इन सभी पर भूख और दवाओं की कमी की मार पड़ेगी। इनमें अनाथ, बेसहारा बच्चों पर सबसे ज़्यादा आफ़त आनी है।
मिशनरीज ऑफ चैरिटी के FCRA खाते की मियाद 31 दिसंबर तक थी। संस्था ने अपनी सारी इकाइयों से इन खातों का इस्तेमाल न करने को कहा है।
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मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने FCRA खाते के नवीनीकरण का आवेदन किया था, जिसे मोदी सरकार ने मंजूर नहीं किया।
कलकत्ता के आर्चडिओसिस फादर डोमिनिक गोम्स ने कहा है कि अगर देश में ईसाई धर्मांतरण हो रहा होता तो आबादी में ईसाइयों का अनुपात मौजूदा 2.3% से काफी बढ़ गया होता।
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