भारत चीन सीमा विवाद कई लोगोंको क्लीयर नही होता।वे इतिहासकी कही सुनी बातोंपर खूब बकैती करते हे,और अन्तमे नेहरू पर ठीकरा फोड़कर पूर्णाहुति करतेहैं
एक सिम्पल ग्राफिकसे समझिये।यहां अधिकतर इलाका बंजरहै,शून्य से नीचेका तापमान,और मनुष्यके रहने लायक नहीहै।याने घासका तिनकाभी नहीं उगता।
1
लेकिन कहीं कहीं घाटी है, जिसमे जमा गाद मे खेती हो सकती है।वहां बस्तियां बस गई। अब एक बेसिक बात समझ ले। पुराने जमाने मे सीमा जीपीएस से मार्किंग तो होती नही थीं।न राजाओं को भारत माता से कोई लेना देना था।
उनको कमाई याने लगान से मतलब था,जो जनता, याने बस्ती से मिलता था।राजा महराजा
2
गांव पर कब्जे करते थे,जमीन पर नही।
अब अगर एक राजाके आखरी गांव और दूसरे राजाके आखरी गांवके बीच300किलोमीटर का बंजर इलाका हो,तो इस तीन सौ किलोमीटर की हकदारी किसकी???
किसीकी नही।क्योकि किसीको ये जगह नहीं चाहिए।सब जीरो टेम्प्रेचर पर कौन पागल अपनी सेना रखकर किला बनाकर रक्षा करेगा।
3
तो 1947 तक यही हाल था।
~~~
1954 मे नेहरू ने नक्शे बनाए। उसमे भारत का क्लेम चीन के आखरी गांव की सीमा तक था। याने बीच का रेगिस्तान हमारा...
चीन नक्शा नहीं मानता। वो आखरी भारतीय गांव को ही हमारी सीमा मानता है। याने बीच के तीन सौ किलोमीटर चीन के..
4
विवाद हुआ तो भारत ने सेना आगे बढा दी। तो चीन ने भी आगे बढा दी। बीच मे कहीं पर दोनो सेना मिली। इस तरह LOC बन गई।
~~~
अब चीन आगे बढ जाता है, बरफ मे झंड़ा फहरा देता है। तो हम भी पीछे हट जाते है, और बरफ मे झण्डा फहरा देते है।
मोदी 1
नेहरू 0
5
अब पूछिये कि इसका समाधान क्या है। कुछ नही, कोई समाधान नहीं। समाधान खोजने की जरूरत नही। क्योकि जितनी ज्यादा जमीन हम खोऐंगे, नेहरू उतने ज्यादा दोषीदार बनेंगे।
मात्र20मिनट आपका काफिला रुक गयातो आपको लोक परलोक याद आ गया!..वाह मोदी जी वाह!..वैसे अच्छा हुआ अब आपको पता चल गया होगा कि जब जनताVIPमूवमेंट के चक्कर मे घण्टो जाम में फंस जाती तो उसे कैसा लगता है ?..पिछले साल कानपुर में तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंदका काफिला निकलने के दौरान ट्रैफिक
1
जाम में फंसी एम्बुलेंस में तो एक महिला की मौत तक हो गयी थी...
वैसे यह कोई पहली घटना नही है जब2018में आप मेट्रो की मजेंटा लाइन का उद्घाटन करने नोएडा आए थे तब भी जनसभा स्थल से बोटेनिकल गार्डेन स्थित हेलीपैड पर वापसीके दौरान आपका काफिला एक्सप्रेस-वे पर रास्ता भटक गयाथा और जाम मे
2
फंस गया था तब आपको सुरक्षामें खतरा महसूस नही हुआ?
कई बार आपकी गाड़ी दिल्लीके व्यस्त मार्ग पर रेड लाइटमें खड़ी हुई है तब तोVIPकल्चर को हटानेके नाम पर आपकी बड़ी वाहवाही की जातीहै तब आपको सुरक्षा याद नही आती?
अब बोला जा रहाहै कि जहाँ आपका काफिला रुका वह जगह पाकिस्तान सीमासे बहुत
3
जोशीमठ उत्तराखंड से मित्रAtul Sati मैसेज भेज रहे हैं!
आज सुबह ही हमारे लिए दूध लेकर आने वाले सकलानी जी ने बताया कि सुनील में उनके घर के पीछे बहुत बड़ी दरार आ गयी है।उनके घर के आगे सड़क का बड़ा हिस्सा दरार से पट गया है।जो कल तक नहीं था ।जिस पैदल रास्ते वो रोज आते हैं उसमें भी 4/1
कहीं कहीं उभार दिख रहा है जो ऊंचा नीचा हो टेढ़ा हो रहा है ।
यह बात जगह जगह दिख रही है। । इस पर तत्काल सोचे जाने की जरूरत है । यदि शीघ्र कुछ न किया गया तो बड़ी आपदा से हम बच नहीं पाएंगे ।
अभी 9 परिवार बेघर हो रहे हैं,पिछले एक हफ्ते से उनका वैकल्पिक इंतजाम नहीं हो पा रहा है
4/2
तब सोचिए इतनी बड़ी आबादी का क्या होगा । जिस तरह के हालात बन रहे हैं, जगह जगह जैसे दरारें उभर रही हैं निश्चित ही धरती के नीचे कोई बड़ी हलचल चल रही है। जिससे जल्द ही भविष्य में कुछ बड़े घटने के संकेत मिल रहे हैं । हो रही
बारिश और बर्फबारी इस मुसीबत को बढ़ाएगी ही ।
4/3
स्वतंत्र भारतके इतिहासमें इससे बड़ी बेशर्मी की मिसाल कभी सामने नही आयी है जो मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के मामले में पेश की जा रहीं हैं
लखीमपुर में हुई किसानों की हत्या के मामले में अब तक यह कहकर बचा जा रहा था कि अब तक चार्जशीट पेश नही हुई है...
1
लेकिन अब तो एसआइटी ने कोर्ट में5000 पन्नो की चार्जशीट भी पेश कर दी है...जिसमे आशीष मिश्रा को हत्या का मुख्य आरोपी बनाया गया है.......एसआईटी ने 3 अक्टूबर को हुई चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की उस घटना को एक ‘‘सोची-समझी साजिश’’ करार दिया है.
पांच अक्टूबर को अजय मिश्र टेनी
2
ने स्वयं कहा था,'मैं लगातार अपनी बात रख रहा हूं। हमारे पास यह साबित करने के सबूत हैं कि न तो मैं और ना ही मेरा बेटा घटनास्थल पर मौजूदथे।अगर मेरे बेटेकी मौजूदगी का प्रमाण साबित हो जाए तो मैं अभी मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।'
अगर थोड़ा भी नैतिक बल उनमें होतातो वे अब तक इस्तीफा
3
चीनी मीडिया के गलवान घाटी में चीन का झंडा फहराने वाले मामले पर बयान को लेकर भारतीय सेना ने कुछ दलाल मीडियावालों को "सेट" कर सूत्रों के हवाले से खबर चलवाई कि झंडा चीन के हिस्से में फहराया गया है।
1
न तो विदेश मंत्रालय और न रक्षा मंत्रालय का इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान आया है।
दिलचस्प बात यह है कि चीनी मीडिया ने झंडा फहराने वाले वीडियो में Tiananmen चौराहे वाली घटना का ज़िक्र किया है।
2
33साल पहले1989में लोकतंत्र समर्थक छात्रों को कुचलने के लिए चीनी सेना ने टैंकोंका इस्तेमाल कियाथा।
माना जा रहाहै कि इस घटना का ज़िक्र अनुच्छेद370को हटाने के विरोधमें जानबूझकर किया गयाहै।
दोनों देशोंके कूटनीतिक चैनल में गतिरोधभी इसी370 के कारण बना हुआ है।
इतिहासके पन्नों पर वे कहीं नहींथे
और थे भी तो एक बदनुमा दाग की तरह
एक हत्यारें के रूप में
क्योंकि हत्या से ही शुरू होता है उनका इतिहास
उनका इतिहास एक काला पन्ना है
उनकी टोपी की तरह
खोखली बहादुरी में बांह तक मुड़ी हुई
छक सफेद शर्ट की तरह
जिसमें एक कतरा खून तक नहीं
1
देश की आजादीके नाम
एक डंडाहै
जो हांकलना चाहता है पूरी जनताको भेड़ की तरह
और एक निक्कर,जो प्रतीक है
हर प्रतिरोध के दमन का
दरअसल उनके पास ऐसा कुछ भी नहीं
जिसके लिए वे गर्व करसके
और यही आत्महीनता उन्हें कुंठित और हिंसक बनाती है।
क्योंकि वे जानते हैं जिसका कोई इतिहास नहीं होता
2
उसका कोई भविष्य भी नहीं होता
इसलिए वे अतीत में अपनी जगह के लिए
इतने बैचेन, इतने आतुर हैं
कि इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने में लगे रहते हैं
इतिहास की नई-नई व्याख्याएं करते हैं
देश के महानायकों के नामों को कब्जियाते हैं
या उनकी कतार में अपना नाम जबरन जुड़वाते हैं
जब ऐसा नहीं हो पाता
3
नीचे लगे पोस्टर को देखिए जिसमे कहा गया है कि श्री भूपेश बघेल साहब पाकिस्तानकी आतंकी संस्था"दावत-ए-इस्लामी"को जमीन दे रहे है..
★★रमन सिंह,पूर्वCMछत्तीसगढ़से सीधा सवाल :दावत-ए-इस्लामी संस्था छत्तीसगढ़ में पंजीकृत है,जिसका पंजीयन नंबर 6328207012021038 है..इसका पंजीकरण तो बीजेपी
1
सरकार में15साल पहले हुआ था..बीजेपी ने पाकिस्तानी आतंकी संगठनको पंजीकृत क्यो किया?रमन सिंह,जवाब दीजिए..
👉दावते ए इस्लामी,उत्तरप्रदेश,गुजरात, मध्यप्रदेश,पश्चिम बंगालमें भी है..बीजेपी की सरकारों ने इसे कैसे अनुमति दी?
👉दावत ए इस्लामी पाकिस्तानमें भी है..और ये संगठन पूरे यूरोप/
2
अमेरिका में भी है..इनकी यूनिवर्सिटी से पास किए हुए छात्र यूरोप में सरकारी उच्च पदों पर है..ब्रिटेन की सरकार इनका काफी सम्मान करती है..महामारी के समय इन्होंने बहुत सेवा की है..
●मान लेते है, दावत ए इस्लामी आतंकी संगठन है..मोदी 7सालो से PMबनने के बाद भी क्या चाय ही बेच रहा है?
3