१) नकली दलित रोहित वेमुला के लिए आंसू बहाने वाले आज मुझसे कह रहे हैं कि यूक्रेन में मारे गये नवीन की मौत को आरक्षण से मत जोड़िए। यही आज कोई भीम-मीम वहां मरा होता तो कोहराम मच जाता।
मैंने नहीं, नवीन के पापा ने यह सवाल उठाया है कि पीयूसी में 97% अंक लाकर भी
२) उसके बेटे को मेडिकल में एडमिशन नहीं मिला, क्योंकि यहां सरकारी कालेज में कास्ट बेस्ड आरक्षण और निजी में करोड़ों की फीस लगती है। उनका वीडियो थ्रेड-१ में है, सुनो सरकारी हिंदुओं!
३) सरकरी हिंदुओं का यह भी सवाल था कि बच्चे यूक्रेन आदि विदेश पढ़ने ही क्यों जाते हैं? तो उसकी वजह यहां सरकारी कालेज में आरक्षण व्यवस्था और निजी कालोज में महंगा डोनेशन है! यही इस देश की आरक्षण व्यवस्था का सच है तो स्वीकार क्यों नहीं करते?
४) और रही संविधान की बात तो संविधान ने केवल SC/ST वर्ग को आरक्षित किया था। आज इस देश की घृणित राजनीति के कारण नयी-नयी जातियां OBC में शामिल की जा रही हैं, और अब तो मुस्लिम-इसाई को भी OBC की आड़ में आरक्षण दिया जा रहा है, जो संविधान की भावना के प्रतिकूल है।
५) सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को एक अवसर दिया था इस अवैध व्यवस्था को सुधारने का, लेकिन सरकार ने संसद से कानून बनाकर इस अवैध व्यवस्था को ही वैध बना दिया।
और हां, बकैतों, 'अवैध' शब्द सुप्रीम कोर्ट ने प्रयुक्त किया है, मैंने नहीं।
६) और OBC की आड़ में मुस्लिम-इसाई लाभ की बात भी मद्रास हाईकोर्ट और स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने हालिया के ANI साक्षात्कार में स्वीकारा है।
७) नीचे अखबार की कटिंग में निट का रिजल्ट देखो कि मेडिकल में टॉपर की जगह जिनको एडमिशन दिया जा रहा है, उनसे स्वयं इस देश के राजनेता और तुम जैसे षठमक्कार भी उपचार नहीं कराएंगे!नवीन की मृत्यु ने आरक्षण की विसंगतियों को उजागर कर दिया है। इस पर खुलकर विमर्श होना ही चाहिए। #sandeepdeo
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1) सरदार पटेल ने गांधी के सामने उनको अधर्मी कहा था! क्या सरकारें उन पर भी मुकदमा दर्ज करेंगी?
गांधी बड़े आहत थे। उनके सबसे प्रिय शिष्य सरदार पटेल ने उन्हें 'अधर्मी' कह दिया था। उन्होंने कहा था, 'बापू अपनी पोती (मनु गांधी) के साथ सोकर अधर्म कर रहे हैं।'
2) आहत गांधी ने मनु संग सोने को जस्टिफाई करने के लिए आचार्य कृपलानी, विनोवा भावे, घनश्याम बिड़ला जैसे अपने सभी अनुयायियों को पत्र लिखकर समर्थन मांगा, लेकिन किसी ने समर्थन नहीं दिया, बल्कि सभी ने आलोचना ही की।
3) अब गांधी ने समर्थन के लिए जनता के बीच कहना शुरु किया कि मैं अपनी पोती के साथ सोता हूं, क्योंकि पैगंबर मोहम्मद ने खोजाओं (जबरदस्ती बना दिए गये हिजड़े) को बेरोकटोक स्त्रियों के पास जाने की अनुमति दी है। फिर कहा, मैं हाजी हूं और हाजी किसी से नहीं डरता।
1) गौरव प्रधान एक संगीन अपराधी, पार्ट-1
कश्मीर में हुए हिंदुओं के संहार पर हिंदुओं को ही दोष देने वाले, अफगानिस्तान में तालिबान को इस्लाम की समस्या न मानने वाले और हर हिंदूवादी पर #fakenews के जरिए निजी हमला करने वाले को मैंने 'गटर का पिस्सू' (GP) नाम दिया था। #GatarKaPissu
2) कल करीब एक दशक पहले के आधीआबादी वेब के कंटेंट को शेयर किए मेरे ट्वीट को मेरे और मेरे परिवार पर आरोपित कर अपने चमचों से हमला करा कर तथाकथित डाटा साइंटिस्ट गौरव प्रधान (GP) ने यह साबित कर दिया कि 'गटर का पिस्सू' उपमा उसके चरित्र पर ठीक बैठता है।
3) GP पर यौन उत्पीड़न का मुकदमा चल रहा है, जिसका FIR (FIR no-0982) पिछले दो ट्वीट में संलग्न है। भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता ने उस पर गाजियाबाद के विजय नगर थाने में 2017 में IPC की धारा 354(घ)(stalking), 504(Intentional insult), 506(Criminal intimidation) #GatarKaPissu
1) एक लड़की है, जिसका नाम R से है। 'गटर के पिस्सू (GP) के साथ काम करती थी। गटर के पिस्सू ने उसका यौन शोषण किया। उस लड़की ने 'गटर के पिस्सू' को हवालात पहुंचाया था। पुलिस ने पैंट उतार कर जबरदस्त डंडे बरसाए थे उसके चू...ड़ पर। #GatarKaPissu
2) पिस्सू की पत्नी ने लड़की से माफी मांगी, फिर लड़की ने केस वापस लिया, तब जाकर पिस्सू हवालात से बाहर निकला था।
आज 'गटर के पिस्सू' ने ट्वीटर से ढूंढ-ढूंढ कर मेरे कुछ पुराने screen shot वायरल किए हैं, जो मेरी पूर्व की वेबसाइट आधीआबादी. डॉट कॉम के लेख से जुड़े थे। #GatarKaPissu
3) वह वेबसाइट महिलाओं और सेक्स एजुकेशन से जुड़ी हिंदी की पहली वेबसाइट थी। 2009 में जब मैं नयी दुनिया अखबार में हेल्थ रिपोर्टर था, और अखबार में भी खुलकर सेक्स एजूकेशन पर लिखता था, तब बकायदा महिला आयोग के चेयरपर्सन से इसे लांच कराया था। #GatarKaPissu
अवमानना के डर से मी-लॉर्डो की मनमानी हम नहीं चलने दे सकते!
१) सलमान खान को जज ने केवल दो घंटे में बेल दे दिया था। सेवानिवृत्ति के बाद उस जज साहब ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया थ।
२) तीस्ता सीतलवाड़ को कांग्रेसी वकील कपिल सिब्बल के एक फोन पर जज साहब ने दे दी थी जमानत।
४) जज साहब की पत्नी गौतम नवलखा के साथ मिलकर एक्टिविज्म करती थी, इसलिए उसकी गिरफ्तारी रोकने के लिए जज साहब सुबह 6 बजे कोर्ट लगाकर बैठ गये थे।
५) बकैत रवीश कुमार के दुष्कर्म आरोपी भाई की गिरफ्तारी रोकने के लिए जज साहब को कांग्रेस के छह बड़े वकीलों ने गलत सूचना दी, और बिना जांच कराए मी-लॉर्ड ने उसकी गिरफ्तारी रोक लगा दिया।