एक राजा ने एक चलती सड़क कटवाकर बीच में एक पुल बनवा दिया। पुल के नीचे से न कोई नाला,न काेई नहर,न काेई नदी, लेकिन राजा का आदेश था, सो पुल बन गया। राजा ने पुल के पास एक शिकायत-पेटिका भी लगवा दी...
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कि यदि किसी को कोई शिकायत हो तो लिख कर डाल दे।
☝️लोगों में असंतोष था। किन्तु किसी ने कोई विरोध नहीं किया। राजा को प्रजा की मानसिकता जाननी थी, सो उसने जान लिया।
☝️अब उसने उस पुल पर से होकर जाने वालों पर कर लगा दिया। पैदल, घुड़सवार, बैलगाड़ी वाले, रथ वाले, सबको निर्धारित कर देना
होता था।
लोग फिर भी देते थे। असंतुष्ट थे, किन्तु देते थे।
☝️कोई विरोध नहीं हुआ। लोगों ने सोचा-चलने दो जैसा चल रहा है।
राजा एक कदम और आगे बढ़ा और उसने पुल पर 2अतिरिक्त कर्मचारी इसलिए नियुक्त कर दिये कि कर देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को वह जितने रुपये कर देता है उतने जूते भी मारे*
लोग कर देते रहे, जूते खाते रहे...
☝️किन्तु विरोध फिर भी नहीं हुआ। चल रहा था, जैसे चल रहा था।
☝️चार-पांच वर्ष व्यतीत हो गये।
☝️एक दिन शिकायत-पेटिका में एक बन्द लिफाफा मिला। कर्मचारियों ने लिफाफा राजा के पास पहुँचा दिया। राजा को बहुत आश्चर्य हुआ। पाँच वर्ष बाद इस विरोध का कारण और
यह साहस किसने किया❓❓❓
☝️उसने लिफाफा खोला।
☝️लिफाफे में एक प्रार्थना-पत्र था:- महाराज के चरण-कमलों में सादर प्रणाम सहित यह निवेदन करना है कि कृपया पुल पर जूते मारने वाले कर्मचारियों की संख्या में यथोचित वृद्धि करने की कृपा करे।
क्योंकि मात्र दो कर्मचारियों द्वारा जूते मारने की
प्रक्रिया में इतना विलम्ब होता है कि हमारे आवश्यक कार्यों में अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न हो जाता है।
👉2004 से 2014 तक यही स्थिति थी पर मजाल किसी कट्टर हिन्दू, विराट हिन्दू ने चूँ भी किया हो***👈
☝️यही स्थिति हम हिन्दुओं की सत्तर साल से अन्याय काे चुपचाप सहने वालाें की है।
☝️आज परस्थिति बदल रही है। हिन्दू जाग रहा है तो इस राजा को हटा दो क्योंकि हमको जूते खाने की आदत है***😠😠😠
साभार:- ✍️✍️✍️
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☝️इजरायल के ये धर्मयुद्ध भारत के हिन्दूवादियों और सेक्युलरों की आँखें खोलने वाला धर्मयुद्ध है।
-:यहूदी इजरायली और विश्व के मुसलमान:-
☝️जिस तरह 1947 में भारत में से पाकिस्तान वाला हिस्सा अलग किया गया था...
☝️उसी तरह से इजरायल में से फिलिस्तीन से अलग हुआ था।
☝️बस अन्तर इतना था कि पाकिस्तान मुसलमानों के देशद्रोह का नतीजा था और
☝️इजरायल यहूदियों के अधिकारों का।
☝️क्योंकि फिलिस्तीन तो क्या पूरा मध्य एशिया कभी यहूदियों का था...
☝️मगर इस्लाम फैलने के साथ साथ इजरायल सिमटता गया।
☝️1947 में इजरायल बना और 4 जून 1967 को मिस्र, सीरिया, जॉर्डन, इराक, लेबनॉन, अल्जीरिया, कुवैत, लीबिया, मोरक्को, पाकिस्तान और ट्यूनीशिया आदि इन सभी मुस्लिम देशों ने मिलकर इजरायल पर हमला कर दिया।
☝️इजरायल में उस समय मात्र सिर्फ 20% मुसलमान थे।*
ये 20 सालों से इजरायल को बहुत प्यार*