अमित Profile picture
Sep 26 8 tweets 4 min read
💥 #जब_भगवान_ने_बनाई_स्त्री....#पढ़ें_यह_दिलचस्प_रचना 🚩

जब भगवान स्त्री की रचना कर रहे थे तब उन्हें काफी समय लग गया। छठा दिन था और स्त्री की रचना अभी अधूरी थी।

#इसलिए_देवदूत_ने_पूछा - भगवान, आप इसमें इतना समय क्यों ले रहे हो?

#भगवान_ने_जवाब_दिया-
#Thread
क्या तुमने इसके सारे गुणधर्म देखे हैं, जो इसकी रचना के लिए जरूरी हैं।

यह हर प्रकार की परिस्थितियों को संभाल सकती है। यह एकसाथ अपने सभी बच्चों को संभाल सकती है एवं खुश रख सकती है। यह अपने प्यार से घुटनों की खरोंच से लेकर टूटे दिल के घाव भी भर सकती है। यह सब सिर्फ अपने दो
यह अपने प्यार से घुटनों की खरोंच से लेकर टूटे दिल के घाव भी भर सकती है। यह सब सिर्फ अपने दो हाथों से कर सकती है। इसमें सबसे बड़ा गुणधर्म यह है कि बीमार होने पर अपना ख्याल खुद रख सकती है एवं 18 घंटे काम भी कर सकती है।

देवदूत चकित रह गया और आश्चर्य से पूछा कि भगवान क्या
यह सब दो हाथों से कर पाना संभव है?

#भगवान_ने_कहा- यह मेरी अद्भुत रचना है।

देवदूत ने नजदीक जाकर स्त्री को हाथ लगाया और कहा- भगवान यह तो बहुत नाजुक है।

भगवान ने कहा- हां, यह बाहर से बहुत ही नाजुक है, मगर इसे अंदर से बहुत मजबूत बनाया है। इसमें हर परिस्थितियों का संभालने की
ताकत है। यह कोमल है पर कमजोर नहीं है।

#देवदूत_ने_पूछा- क्या यह सोच भी सकती है?

#भगवान_ने_कहा- यह सोच भी सकती है और मजबूत होकर मुकाबला भी कर सकती है।

देवदूत ने नजदीक जाकर स्त्री के गालों को हाथ लगाया और बोला- भगवान ये तो गीले हैं। लगता है इसमें से कुछ बह रहा है।

भगवान बोले-
यह इसके आंसू हैं।

देवदूत- आंसू किसलिए?

भगवान बोले- यह भी इसकी ताकत है। आंसू इसको फरियाद करने, प्यार जताने एवं अपना अकेलापन दूर करने का तरीका है।

देवदूत- भगवान आपकी रचना अद्भुत है। आपने सब कुछ सोचकर बनाया है। आप महान हैं।

भगवान बोले- यह स्त्रीरूपी रचना अद्भुत है। यही हर
पुरुष की ताकत है, जो उसे प्रोत्साहित करती है। वे सभी को खुश देखकर खुश रहती हैं, हर परिस्थिति में हंसती रहती हैं। उसे जो चाहिए, वह लड़कर भी ले सकती है। उसके प्यार में कोई शर्त नहीं है। उसका दिल टूट जाता है, जब अपने ही उसे धोखा दे देते हैं, मगर हर परिस्थितियों से समझौता करना
भी जानती है।

देवदूत- भगवान आपकी रचना संपूर्ण है।

भगवान बोले- ना, अभी इसमें एक त्रुटि है। 'यह अपनी महत्ता भूल जाती.

#सनातन_संस्कृति_और_विज्ञान 🚩

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with अमित

अमित Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @Am_du1

Sep 25
क्यूं कहते हैं कि " #काशी_जमीन_पर_नहीं_है, वह शिव के त्रिशूल के ऊपर है!" क्योंकि काशी एक यंत्र है एक असाधारण यंत्र!!

मानव शरीर में जैसे नाभी का स्थान है, वैसे ही पृथ्वी पर वाराणसी का स्थान है.. शिव ने साक्षात धारण कर रखा है इसे!
#Thread
@AnkitaBnsl
@Itishree001
शरीर के प्रत्येक अंग का संबंध नाभी से जुड़ा है और पृथ्वी के समस्त स्थान का संबंध भी वाराणसी से जुड़ा है।
धरती पर यह एकमात्र ऐसा यंत्र है !!

काशी की रचना सौरमंडल की तरह की गई है,
इस यंत्र का निर्माण एक ऐसे विशाल और भव्य मानव शरीर को बनाने के लिए किया गया, जिसमें भौतिकता को
अपने साथ लेकर चलने की मजबूरी न हो, और जो सारी आध्यात्मिक प्रक्रिया को अपने आप में समा ले।

आपके अपने भीतर ११४ चक्रों में से ११२ आपके भौतिक शरीर में हैं, लेकिन जब कुछ करने की बात आती है, तो केवल १०८ चक्रों का ही इस्तेमाल आप कर सकते हैं।

इसमें एक खास तरीके से मंथन हो रहा है।
Read 17 tweets
Sep 24
ये मंदिर राजस्थान की ईडाणा माता मंदिर के नाम से जाना जाता है।

यहां पर मां के चमत्कारिक दरबार की महिमा बहुत ही निराली है, जिसे देखने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं। वैसे तो आपने बहुत सारे चमत्कारिक स्थलों के बारें में सुना होगा, लेकिन इसकी दास्तां बिल्कुल ही
#Thread
@Itishree001
अलग और चौंकाने वाली है।

ये स्थान उदयपुर शहर से 60 कि.मी. दूर अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है। मां का ये दरबार बिल्कुल खुले एक चौक में स्थित है। आपको बता दें इस मंदिर का नाम ईडाणा उदयपुर मेवल की महारानी के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
इस मंदिर में भक्तों की खास आस्था है, क्योंकि
यहां मान्यता है कि लकवा से ग्रसित रोगी यहां मां के दरबार में आकर ठीक हो जाते हैं।

इस मंदिर की हैरान करने वाली बात है ये है कि यहां स्थित देवी मां की प्रतिमा से हर महीने में दो से तीन बार अग्नि प्रजवल्लित होती है। इस अग्नि स्नान से मां की सम्पूर्ण चढ़ाई गयी चुनरियां, धागे
Read 7 tweets
Sep 23
#रहस्य_उसे_कहते_हैं_जिसका_ज्ञान_किसी_को_ना_हो 🚩

🔸१. जिस शंख को बजाया जाता है उसे पूजा के स्थान पर कभी न रखें|

🔹२. जिस शंख को बजाया जाता है उससे कभी भी भगवान को जल अर्पण नहीं करना चाहिए|

🔸३. पूजा के स्थान पर कभी दो शंख न रखें|
#Thread
🔹४. पूजा के दौरान शिवलिंग को शंख से कभी नहीं छूना चाहिए|

🔸५. ध्यान रखें कि कभी भगवान शिव और सूर्य देवता को शंख से जल अर्पण न करें|

🔹६. यह कुछ रहस्य है जिनका कारण शायद ही कोई जल्दी से दे

#शंख बजाने से क्या लाभ होते हैं इस संबंध में हम थोड़ी सी चर्चा कर सकते हैं
👇

👉 हिन्दू धर्म में पूजा के समय शंख बजाने की परम्परा काफी समय से चलती आ रही है| शंख को घर के पूजा घर में रखना और बजाना बहुत शुभ माना जाता है| आइए जानते हैं पूजा में शंख बजाने और इसके इस्तेमाल से क्या फायदे होते हैं|

👉 लक्ष्मी जी सागर से उत्पन्न हुई थी| शंख की गिनती
Read 11 tweets
Sep 22
#विवाद_के_कुछ_पद_इस_प्रकार_हैं 🚩
🔘१. #ऋणदान :- इसमें ऋण के लेने-देने से उत्पन्न होने वाले विवाद आते है।

🔘२. #निक्षेप :- इसके अन्तर्गत अपनी वस्तु को दूसरे के पास धरोहर रखने से उत्पन्न विवाद आते हैं।

🔘३.#अस्वामी_विक्रय :- अधिकार न होते हुये दूसरे की वस्तु बेच देना।
#Thread
🔘४. #संभूय_समुत्थान :- अनेक जनों का मिलकर साँझे में व्यवसाय करना।

🔘५. #दत्तस्य_अनपाकर्म :- कोई वस्तु देकर फिर क्रोध आदि लोभ के कारण बदल जाना।

🔘६. #वेतन_अनपाकर्म (वेतन न देना):- किसी से काम लेकर उसका मेहनताना न देना।

🔘७. #संविद_का_व्यतिक्रम :- कोई व्यवस्था किसी के
साथ करके उसे पूरा न करना।

🔘८. #क्रय_विक्रय_का_अनुशय :- किसी वस्तु के खरीदने या बेचने के बाद में असंतोष होना।

🔘९. #स्वामी_और_पशुपालन_का_विवाद :- चरवाहे की असावधानता से जानवरों की मृत्यु आदि के सम्बन्ध में।

🔘१०. #क्षेत्रजविवाद (ग्राम आदि की सीमा का विवाद) - मकान आदि की
Read 6 tweets
Sep 20
#सनातन_अस्त्र_शस्त्र_और_इन_सभी_अस्त्र_शस्त्रों_का_निर्माण #हमारे_पूर्वज_ब्राह्मण_ऋषि_मुनियों_ने_किया_है 🚩
प्राचीन भारत में सनातनी अस्त्र शस्त्र विद्या में निपुण थे। प्राचीन काल में जिन अस्त्र-शस्त्रों का उपयोग होता था, उनका वर्णन इस प्रकार है
#Thread
@Itishree001
@LostTemple7
💥 #अस्त्र :-
👇👇
#अस्त्र उसे कहते हैं, जिसे मन्त्रों के द्वारा दूरी से फेंकते हैं। वे अग्नि, गैस और विद्युत तथा यान्त्रिक उपायों से चलते हैं। दैवी अस्त्र वे आयुध हैं जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और
मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं।

👉 #इन_बाणों_के_कुछ_प्रमुख_रूप_इस_प्रकार_हैं 🔥

🔘#आग्नेय 🚩
यह विस्फोटक बाण है। यह जल के समान अग्नि बरसाकर सब कुछ भस्मीभूत कर देता है। इसका प्रतिकार पर्जन्य है।
Read 9 tweets
Sep 19
#आप पूरे भारत के किसी भी पुलिस स्टेशन में जाएंगे वहां हजारों गाड़ियां सड़ती हुई आपको दिखेंगे

यह गाड़ियां पूरी तरह से सड़ जाती हैं और एक अनुमान के मुताबिक भारत को हर साल लगभग 20000 करोड रुपए का नुकसान हो जाता है

@TajinderBagga
ब्रिटिश पार्लियामेंट में 1872 में ब्रिटिश एविडेंस एक्ट 1872 पारित किया था इसके अनुसार अपराधी के पास बरामद सारी चीजें एविडेंस के तौर पर पेश की जाएंगी और उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा

मुझे लगता है 1872 में साईकिल का भी अविष्कार नहीं हुआ था फिर
जब यही कानून ब्रिटिश सरकार ने भारत पर लागू कर दिया फिर यह भारतीय एविडेंस एक्ट 1872 बन गया

यानी यदि कोई अपराधी अपराध किया है फिर उसे पकड़ा जाता है तो वो जिस गाड़ी में होगा उस गाड़ी को भी एविडेंस बना लिया जाता है या किसी गाड़ी में अपराध हुआ है तो उसे भी एविडेंस एक्ट के तहत
Read 7 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Don't want to be a Premium member but still want to support us?

Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal

Or Donate anonymously using crypto!

Ethereum

0xfe58350B80634f60Fa6Dc149a72b4DFbc17D341E copy

Bitcoin

3ATGMxNzCUFzxpMCHL5sWSt4DVtS8UqXpi copy

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!

:(