How to get URL link on X (Twitter) App
हमारी पूरी पृथ्वी भूलोक के अन्तर्गत है।
दुर्योधन द्वारा रची गई साजिश से कई मौके पर उन्हें मृत्यु से बचाया था। विदुर ने कौरवों के दरबार में द्रौपदी के अपमान का विरोध किया था। #कुरुक्षेत्र युद्ध के दौरान विदुर धर्म और पांडवों के पक्ष में थे।
1 . आद्य - इस नाम का मतलब प्रारंभिक वास्तविकता है।
लेकर एक निर्जन प्रदेश में गए। उन्होंने एक गुफा चुनी और उस गुफा का मुख अच्छी तरह से बंद कर दिया. फिर महादेव ने देवी को कथा सुनानी शुरू की। पार्वती जी थोड़ी देर तक तो आनंद लेकर कथा सुनती रहीं। जैसे किसी कथा कहानी के बीच में हुंकारी भरी जाती है, उसी तरह देवी काफी समय तक हुंकारी


.
उन्हें मृत्यु से कम से कम एक सप्ताह पहले ही अपनी मृत्यु की तिथि का आभास हो जाता है।
,पाव लग गया वह भोजन की थाली भिष्टा के समान होता है ....!
,जो बाद में उनकी विशिष्टता बन गया और जाती कहा जाने लगा ,,पूर्व के हमारे कुलों अर्थात पूर्वजों के खानदान के वरिष्ठों ने अपने लिए उपयुक्त कुल देवता अथवा कुलदेवी का चुनाव कर उन्हें पूजित करना शुरू किया था ,ताकि एक आध्यात्मिक और पारलौकिक शक्ति कुलों की रक्षा करती रहे जिससे उनकी
उपयोगी है या इसका सीधे तौर पर कुछ लाभ भी है!!
क्यूकि तिलक लगाना शुभ माना जाता है. मगर क्या आपने कभी ये सोचा है कि तिलक लगाने के बाद व्यक्ति के माथे पर चावल क्यों लगाए जाते है.
इस गहन वन में आये है तो केवल तुमसे मिलने आये है माते,

लड़के ने मिलने को कहा आप माँ बाप को धोखा देकर आशिक़ से मिलने पहुंच गयीं। लड़के ने पार्क में बैठ कर आप की तारीफ करते हुए आपको सब्ज़बाग दिखाए आपने देख लिये...फिर जूस कार्नर पर जूस पीते वक़्त लड़के ने हाथ लगाया, इशारे किये, मगर कोई बात नहीं अब नया ज़माना है यह सब तो चलता ही है...
ने पूछा- मधुसूदन! ब्राह्मण की पूजा करने से क्या फल मिलता है ? इसका आप ही वर्णन कीजिये, क्योंकि आप इस विषय को अच्छी तरह जानते हैं और मेरे पितामह भी आपको इस विषय का ज्ञाता मानते हैं।
यह धनुष बहुत ही शक्तिशाली था। इसी के एक तीर से त्रिपुरासुर की तीनों नगरियों को ध्वस्त कर दिया गया था। इस धनुष का नाम पिनाक था।
अर्जुन ने सैकड़ों बाणों से छलनी कर दिया था।
या इनसे कुछ लेना होता है ।
नांरगी होता है। माना जाता है कि बिहार और झारखंड में नारंगी सिंदूर लगाने की पीछे मान्यता है कि जिस तरह सूरज लोगों की जिंदगी में नया सवेरा , खुशहाली और उमंग लाता है, उसी तरह माना जाता है कि नारंगी सिंदूर भी दुल्हन की जिंदगी में खुशहाली लाता है। यही कारण है कि सात फेरे और सिंदूर
#श्रीकृष्ण_मंदिर_तिरुवरप्पु। यह दुनिया का सबसे असामान्य मंदिर है।
लेकिन उसने हमारे पुराणों, इतिहासों, वेदों और शास्त्रों का प्रचार करने के लिए एक कर्नाटक गायक और हरिकथा के निर्माता बनने का फैसला किया।
दुर्व्यवहार किया था।
की इच्छा व्यक्त की और पुत्र पाने के लिए महर्षि से प्रार्थना की।