#MBBSinHindi
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"आप हिंदी में हमारे बच्चों को #एमबीबीएस कराकर हमारा ग्रोथ रोकना चाहते हैं। हमारे बच्चे अमेरिका कैसे जाएँगे?"
"गुरु, ऐसा लग रहा है कि तुम दरभंगा मेडिकल कॉलेज से पढ़कर सीधे बिडेन के ऑफिस में नौकरी करने वाले हो!" (1)
#MBBSinHindi
"फिर भी उच्च शिक्षा के लिए तो जा सकते हैं न?"
"उच्च शिक्षा के लिए जितनी अंग्रेजी चाहिए होती है वो तो तुम्हें आ ही जाएगी। जापान और चीन वाले भी सीख लेते हैं। तुम्हें अंग्रेजी की वजह से मेडिकल की उच्च शिक्षा थोड़े ही मिलेगी?" (2)
#MBBSinHindi
"हम एनाटॉमी का हिंदी अनुवाद क्या करेंगे? कौन समझेगा?"
"तुम एनाटॉमी ही कर देना। जैसे कम्प्यूटर को कम्प्यूटर बोलते हो। एक्सरे को एक्सरे बोल देना।"
"अच्छी किताबें नहीं हैं।"
"सवाल ठीक है। धीरे-धीरे इसका हल निकल जाएगा। कभी समाजशास्त्र की किताबें भी नहीं होती थीं।" (3)
#MBBSinHindi
"आप हिंदी के बहाने हिंदुओं का राज चाहते हैं!"
देखो, ये सब वामपंथियों और एलीटों का प्रोपगंडा है। परिपक्व बनो। वे लोग तो अंग्रेजी बोलकर अपना लुटिया डुबा लिए। तुम मत डुबाओ।" (4)
#MBBSinHindi
"तमिलनाडु के लोग कैसे पढ़ेंगे?"
"उन्हें तमिलनाडु में तमिल मीडियम में खोल लेना चाहिए। कुछ कॉलेज मिक्स्ड बच्चों के लिए भी हो सकती हैं या वे ऐसे कॉलेज में पढ़ें जहाँ अंग्रेजी मीडियम में हो। वे हिंदी मीडियम कॉलेज में क्यों आएँगे?" (5)
#MBBSinHindi
"शिवराज सिंह का बेटा विदेश में अंग्रेजी में क्यों पढ़ने गया? मोदीजी के भतीजे का साढू अंग्रेजी क्यों पढ़ रहा है?"
"भाई,बीजेपी नेता-पुत्रों की अंग्रेजी इस देश का मानक नहीं है। ये तर्क वैसा ही हुआ कि आप मथुरा रोड से न जाकर यमुना एक्सप्रेसवे से क्यों आगरा जा रहे हैं! (6)
#MBBSinHindi
"हिंदी पढ़ने में टशन नहीं है। बहुत सारे झोपड़पट्टी और बिहार साइड के बच्चों के साथ पढ़ना होगा।"
"हाँ, ये समस्या तुम्हारी अपनी है। एडजस्ट कर लो।"(7)
#MBBSinHindi
"बाबा साहब ने अंग्रेजी की वकालत की थी।"
"बाबा साहब ने वकालत की थी, लेकिन हिंदी का विरोध थोड़े किया था। उन्होंने मराठी भाषा के नाम महाराष्ट्र राज्य का समर्थन भी किया था। उन्होंने ईसाई धर्म न अपनाकर बौद्ध धर्म भी अपना लिया था, जबकि ईसाई होने से लाभ ज्यादा मिलता।" (8)
#MBBSinHindi
"हिंदी में एलीट क्लास के बच्चे कैसे पढ़ेंगे? पढ़ेंगे भी तो गरीबों के साथ कैसे पढ़ेंगे, उन्होंने महँगी फीस देकर शिव नाडर स्कूल में पढ़ाई की है!"
"वे इंग्लिश मीडियम कॉलेज में पढ़ें। वे चाहें तो तमिलनाडु के कॉलेज में पढ़ लें। भोपाल में उन्हें वैसे भी ठीक नहीं लगेगा।"(9)
#MBBSinHindi
"आपकी बात तो ठीक है, लेकिन फिर भी हिंदी में वो क्लास का फील नहीं आता...हम पीछे चले जाएंगे..."
"गुरु, दुनिया आगे ही जा रही है। क्या पता 50 साल के बाद अंग्रेजी ही खत्म हो जाए और लोग चीनी/ हिंदी बोलने लगें।दुनिया अंग्रेजी से आगे नहीं जाती, काम करने से आगे जाती है (10)
#MBBSinHindi
"लेकिन इंग्लैंड/अमेरिका ने अंग्रेजी में तरक्की की।"
"नहीं, उन्होंने अपनी मातृभाषा में तरक्की की, जैसे चीनियों ने की। तुम्हें भी पता है अंग्रेजी बोलने वाले मुख्य देशों ने पिछली दो सदियों में दुनिया में कोई खास काम नहीं किया,सिवाय कब्जा करने और युद्ध करने के।"(11 end)
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Today is the #Kojagara festival in #Mithila also known as #KaojagiriPurnima in other part of the country. In Mithila,it is special occasion for the newly wed grooms with gifts coming from the brides side and rituals taking place at his place. (1)
pic: @ImHimanshuJha, his Kojagara
It is celebrated on Ashwan/Sharad Purnima & known as one of the most auspicious day of Goddess Lakshmi. This is also celebrated in Bengal, Assam,
Odisha, Maharashtra etc as the Lakshmi Pujan day; however not nessearirly in the same form. (2) #Kojagara, #Kojagiripurnima2022
In Mithila it’s groom related ritual is most celebrated among #Brahmins, Karn #Kayastha but not limited to them. It is also celebrated among Gandhwaria #Rajputs, Poddar #Vaishya, Keots, Dhanuks and among Sonars(Goldsmiths) in Mithila region. (3) #Kojagara, #Kojagiripurnima2022
Today is the Maha Ashtami(2nd oct 6:47 pm onwards to 3rd Oct 4.37pm) of Durga Puja and this is special day for devotees across India; especially in Mithila and Bengal but not limited to that area. (1) #Mahaashtami
An auspicious day to seek blessings frm the Mother Goddess beleived to leave her maternal place for in-law's. In #Mithila & other part of #Bihar, the tradition of offering 'Khoincha'(खोंइछा भरना) is very important where married women pay offerings to the Goddess(2) #Mahaashtami
'Khoinchha'(खोंइछा) in #Maithili means "Aanchal" with the offerings to a beloved person; be it daughter leaveing her father's house afte marrige or the Mother Goddess who is beleived to staying in her Mayaka till Saptami(7th day of the Puja). (3) #Mahaashtami
#ChhathPuja
1.प्रश्न ये है,आखिर बिहार/आसपास के क्षेत्र में ही छठ क्यों? यह कब से मनाया जा रहा है और इसकी सर्वव्यापकता का राज क्या है? छठ की कुछ बातें उल्लेखनीय हैं- सूर्योपासना, पुरोहित या कर्मकांड का न होना, व्यापक समाज की भागीदारी और स्थानीय वस्तुओं, फलों और उत्पादों का प्रयोग
#ChhathPuja 2. कह सकते हैं कि यह पर्व 'सभ्यता-पूर्व' पर्व है- उस समय का पर्व, जब समाज अपने ठोस रूप में संगठित होना शुरू नहीं हुआ था. शायद इसलिए भी इसमें सभी जाति-वर्ण के लोग एक जैसी श्रद्धा से भाग लेते हैं.
#ChhathPuja 3. रामधारी सिंह दिनकर अपनी किताब ''संस्कृति के चार अध्याय'' में संकेत देते हैं कि हो सकता है इस प्रकार के पर्व उन अनार्य और जनजातीय महिलाओं द्वारा आर्यों की संस्कृति में प्रविष्ट किए गए हों जिनसे विवाह आर्य लोगों ने इन क्षेत्रों में आगमन के बाद किया था.
#ChhathPuja#Economics
Considering greater Bihar population (including part of UP east) at 15 cr and migration of 20% as not all could celebrate Chhath (and not only 20 pc are migrant),it happens to be around 2.5 cr household. (1)
#ChhathPuja#Economics
Reducing 15 % Muslim population brings us at 2.1 cr household. A conservative estimate would be the expense of Rs 1000 household each. So, it may stand out at 2500 cr rupees minimum.(2)
#ChhathPuja#Economics
I have not added crackers, sound, keertan, celebrity singers and Darbhanga-Patna air travel cost and Railway revenues! Also, the cost of cleanliness, water body cleaning, lesser crime scenerio may be add to another thousand crore rupees (3 )
#BhagalpurAirport
कल ट्विटर पर भागलपुर एयरपोर्ट ट्रेंड कर रहा था और मेरा मत है कि वहाँ एक एयरपोर्ट होना ही चाहिए। बल्कि मैं इसमें कुछ संशोधन के साथ(अगर संभव हो तो) इसे भागलपुर और मुंगेर के बीच में कहीं बनाने की मांग करता हूँ। (1)
#BhagalpurAirport
भागलपुर बिहार का एक प्रमुख व्यापारिक शहर है और दक्षिण पूर्वी बिहार का तो सबसे बड़ा शहर है। इसकी आबादी करीब 5 लाख है और हस्तशिल्प से लेकर, शिक्षा, साहित्य, कला आदि में इसका बड़ा योगदान रहा है। यहां शरतचंद्र जैसे बड़े लेखक भी आकर रहे, जिनका यहीं पर ननिहाल था। (2)
#BhagalpurAirport
भागलपुर से देश के अन्य हिस्सों में जाने के लिए अभी ट्रेन से 25 से 50 घंटे तक लगते हैं। यहाँ से सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट पटना या बंगाल में बागडोगरा है जहाँ जाने में कम से चार-पाँच घंटे लगते हैं। दरभंगा का नया एयरपोर्ट भी वहाँ से करीब पाँच-छह घंटे की दूरी पर है। (3)
बिहार में खासकर मिथिला क्षेत्र की बात करें तो किसानी की हालत खराब तो है, लेकिन वृक्षारोपण/बागवानी बढ़ रही है। ख़ासकर लोग आम, जामुन, महोगनी और सागवान के पेड़ लगा रहे हैं। मछली पालन बढ़ रहा है, लोग तालाब खुदवा रहे हैं।आंध्र की मछली अब नहीं दिखती, बंगाल से मछली की आमद बढ़ी है। (1)
बंगाल से उत्तर बिहार में मछलियों की आवक का कारण चार लेन हाईवे है और बेहतर ग्रामीण सड़कों का होना है। वहाँ से जिंदा मछलियाँ आती हैं और यहाँ के तालाबों में 3-4 दिन तक रखी जाती हैं। स्वाद में बहुत फर्क नहीं है। आज से 10-15 साल पहले तक यहाँ पर आँध्र की मछलियों का राज था। (2)
सरकार भले ही बिहार में ज़मीन की चकबंदी न कर पाई हो, पर लोग निजी स्तर पर ज़मीन को एक जगह लाने की कोशिश कर रहे हैं। पलायन ने आबादी का घनत्व घटाया है, समाज में बाहरी पैसों से ही सही, थोड़ी समृद्धि दिखती है। कानून व्यवस्था तुलनात्मक रूप से ठीक है। ज़्यादातर झगड़े भूमि विवाद के हैं(3)