-👉🏾 #काँग्रेस_के_कुकर्म 10 वर्षों में #रिमोट_प्रधानमंत्री📱के कार्यकाल में कितने ब्लास्ट हुए है.?😠
देश के कितने बेकसूर लोगों ने असमय अपने प्राण गवाए.?
आप भूल गए होंगे, मैं नहीं भूल सकता। सभी को याद दिलवाऊंगा-👇👇
1- 5 जुलाई 2005 अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि ब्लास्ट @BablieVG👇🏽
2- 29 अक्टूबर 2005 दिल्ली में तीन सीरियल ब्लास्ट(62 मृत)
3- 7 मार्च 2006 बनारस संकटमोचन मंदिर ब्लास्ट(28 मृत)
4- 11 जुलाई 2006 मुंबई लोकल ट्रेन सीरियल ब्लास्ट (209 मृत)
5- 25 अगस्त 2007 हैदराबाद ब्लास्ट (42 मृत)
6- 13 मई 2008 जयपुर सीरियल ब्लास्ट(63 मृत)
7- 25 जुलाई 2008👇🏽👇🏽
बंगलोर, 9 सीरियल ब्लास्ट
8- 26 जुलाई 2008 अहमदाबाद में 21 सीरियल ब्लास्ट(56 मृत)
हम भारतवासी #काँग्रेस शासनकाल में आशा भरी निगाहों से देखते थे कि, शायद अब कुछ कार्यवाही करेंगे-
देश मे इन #ब्लास्ट का सिलसिला अब थमेगा- निर्दोषों की जान जानी रुकेगी-
लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।😠 #काँग्रेस हमले को 👇🏽👇🏽
रोक पाने में सदैव असमर्थ रही।क्योंकि खुद #संलिप्त थी।🥺
हर हमले के बाद अपने देश के निर्दोष नागरिकों को असमय मरते देख हम सभी को बहुत गुस्सा आता था😠
सोचते थे कि अब सरकार कोई कड़ा एक्शन लेगी, लेकिन मिला क्या.? डोजियर पर डोजियर..
फिर ब्लास्ट औऱ फिर देश के बेगुनाहों की असमय मौते।👇🏽
जिसकी परिणीति अब देशद्रोहियों को छोड़कर सबको दिखती होगी।
2014 से किसी भी सार्वजनिक स्थान पर किसी आम_नागरिक को निशाना बनाने की हिम्मत कोई आतंकवादी_संगठन नही कर पाया। जबकि-
सारी एजेंसियां वही है और लोग भी वही तो इतना बदलाव हुआ कैसे??👇🏽👇🏽
मात्र सिर्फ नीति और साफ नीयत के कारण। नीयत साफ हो तो हमेशा नियति साथ भी देती है।
देश के एक-एक आम आदमी की जान को खुद से ज्यादा जरूरी समझ कर ठोस कदम उठाए हैं।
जिन्हें एहसान नहीं मानना चुल्लू भर पानी में डूब मरो।
सीमा पार के आतंकियों को काँग्रेस डोजियर पे डोजियर भेजा करते थे।😠👇🏽👇🏽
सर्जिकल और एयर_स्ट्राइक से पूरी दुनिया ने ताकत देखी, और लोहा माना। #नया_भारत देखा है। जो डोजियर नही सीधे अंदर घुस कर मारते हैं।💪🏽 #कश्मीर में हमारी सेना अनगिनत आतंकियों और उनके👇🏽
आकाओं को जहन्नुम रवाना कर चुकी है।
ये ना 1962 वाला है ना 1971 वाला..जो बलिदान देना भी जानता है और #बलिदानियों का बदला लेना भी.. सभी यकीन रखिये हमारे किसी भी #वीर_हुतात्मा🙏का बलिदान व्यर्थ नही जाएगा।
ये (काँग्रेस😠) और सोनिया की सरकार नहीं हमारे मोदीजी की @BJP4India सरकार है।👇🏽
मेरे और इंदिरा के 12 बर्षों के सेक्स संबंध उसी दिन ख़त्म हो गए, जिस दिन मैंने उसे दूसरे मर्द के साथ देखा
नई दिल्ली - गाँधी परिवार के ऐसे ऐसे राज हैं जो कभी दुनिया के सामने आ ही नहीं सके। लेकिन, जितने भी राज अभी तक सामने आये हैं वो हमेशा से @BablieVG 👇🏽
दुनियाँ या देश के लोगों के लिए बेहद चौंकाने वाले रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसा ही राज बताने जा रहे हैं, जिसके सामने आने पर काफी बवाल मचा था। ये तो हम सभी जानते हैं कि सालों तक देश पर राज करने वाले गांधी परिवार का इतिहास हमेशा से विवादों में रहा है। चाहे वो इंदिरा गांधी का समय हो 👇🏽
या फिर राजीव गांधी का समय हो गांधी परिवार शुरू से लेकर अब तक नए-नए राज देश से छिपाता आ रहा है। लेकिन, अभी जो बात सामने आई है वो जानकर आप भी दंग रह जाएंगे।
एक वक्त में नेहरू परिवार के बेहद करीब रहे एमओ मथाई नाम के एक शख्स ने अपनी किताब 'Reminiscences of the Nehru Age'में ऐसा 👇🏽👇🏽
1. हमारे कुछ बुद्धिजीवी जिस खाड़ी देश की सम्पन्नता का गुणगान करते नहीं थकते वहाँ का कानून कैसा है.? और यही है मुस्लिम देशों में मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी की असली तस्वीर देखिए...
2. जब भी क़ानूनी कार्यवाई के बावजूद किसी निर्दोष को @BablieVG 👇🏾
अत्यंत क्रूर सजा मिलने की बात निकले तो सबसे पहले ईरान-ईराक जैसे खाड़ी देशों का ही नाम जहन में आता है।
मुस्लिम बहुसंख्या वाले इन देशो में पिछले कुछ सालो तक भी शरिया कानून अपनाया जाता था, जो कुछ जगहों पर शायद आज भी जारी है।
3. यह शरिया कानून महिलाओ के साथ बहुत भेदभाव करता है 👇🏾👇🏾
और जरा सी गलती पर भी उन्हें क्रूर सजा देने का प्रावधान रखता है।
4. आज भी कुछ खाड़ी देशों में महिलाओ को वोट देने, गाड़ी चलाने या यहाँ तक की स्टेडियम में बैठकर मैच या सिनेमाहॉल जाकर फिल्म देखने की भी इजाजत नहीं होती।
5. महिलाओं के लिए इन सभी कामो को वहाँ गैरकानूनी कहा गया है,👇🏾👇🏾
जो भी गलत गंदी चीजें प्रसारित होंगी, गंदे रिश्ते प्रसारित होंगे जो कि पोर्नोग्राफी के समान होंगे, वह बहू ससुर या भाभी देवर इन रिश्तों के नाम पर होंगे, ऐसा सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है...
खत्म हो जाए और बच्चों के दिमाग में गंदगी डाली जा रही है जिससे कि उनके अंदर से रिश्तों के मायने ही बिगड़ जाएं एक न्यूक्लियर परिवार तो वैसे भी बहुत कमजोर हो जाता है और उसे समाप्त करना आसान हो जाता है।
जितने भी कम्युनिस्ट होते है वो आपसे लॉजिक में नहीं जीत सकते इसीलिए @ZeeraRice👇🏾
"सबकॉन्शियस माइंड" पर कार्य करते है सबकॉन्शियस माइंड लॉजिक नहीं जानता वह यह जानता है कि जिस भी वस्तु को बार बार ज्यादा बार रिपीट किया जाएगा वह आपके मस्तिष्क में दृढ़ता से स्थापित हो जाती है।
फिल्म इंडस्ट्री और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री एक ऐसा माध्यम है जो सबकॉन्शियस माइंड पर सबसे 👇🏾
👉🏾संस्कृति समाप्त करनी है तो उससे उनके त्योहार छीन लो और यदि कोई त्योहार समाप्त करना है तो उससे बच्चों का रोमांच गायब कर दो।
कितना महीन षड्यंत्र है? कितना साफ और दीर्घकालिक जाल बुना जाता है?
समझिए दीपावली पर पटाखे बैन के षड्यंत्र की कहानी-
पंच मक्कार-- @BablieVG @AYUSHSARATHE3👇🏾
(मीडिया,मार्क्सवादी,मिचनरीज, मुलाना, मैकाले) किस तरह से सुनियोजित कार्य करते है आप इस लेख के माध्यम से जान पाएंगे।किस तरह इकोसिस्टम बड़ा लक्ष्य लेकर चलता है वो आप जान पाएंगे।वे किस तरह 10,20 साल की योजना बनाकर स्टेप बाई स्टेप नैरेटिव सेट कर शनैःशनैः वार कर किले को @chhotiradha 👇🏾
ढहा देते हैं ये आप जानेंगे।जिसमें वे आपको ही अपनी सेना बनाकर अपना कार्य करते हैं और आपको पता भी नहीं चलता।
पटाखो पर बैन की कहानी 2001 से शुरू होती है।जब एक याचिका में SC ने सुझाव दिया कि पटाखे केवल शाम 6 से 10 बजे तक मात्र चार घण्टे के लिए फोड़े जाए।साथ ही इसको लेकर @_Sambapu_ 👇🏾
🔥 सुप्रीम कोर्ट और भारत सरकार तथा मीडिया वालों ध्यान दो ..
👉नेहरू खानदान और फर्जी गांधी खानदान की जांच करावाओ और भारत देश में गजवा-ए-हिन्द के तहत जिहाद और निर्दोष हिन्दुओं की हत्या को तत्काल रोको !!