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अगर राहुल सांवरकर की इतनी आलोचना ना करते तो हर भारतीय को सावरकर जी के बारे में कम पता चलता धन्यवाद राहुल
🤷🏻‍♀️ वीर सावरकर कौन थे..? जिन्हें आज कांग्रेसी और वामपंथी कोस रहे हैं और क्यों..?? ये 25 बातें पढ़कर आपका सीना गर्व से चौड़ा हो उठेगा।
kutumbapp.page.link/r42WeCFhEMPZbU…
✊🏻
इसको पढ़े बिना आज़ादी का ज्ञान अधूरा है!
🙏🏻 आइए जानते हैं एक ऐसे महान क्रांतिकारी के बारे में जिनका नाम इतिहास के पन्नों से मिटा दिया गया। जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा इतनी यातनाएं झेलीं की उसके बारे में कल्पना करके ही इस देश के करोड़ों भारत माँ के कायर पुत्रों में सिहरन
पैदा हो जायेगी। जिनका नाम लेने मात्र से आज भी हमारे देश के राजनेता भयभीत होते हैं क्योंकि उन्होंने माँ भारती की निस्वार्थ सेवा की थी। वो थे हमारे परमवीर सावरकर।
1. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी देशभक्त थे जिन्होंने1901 में ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया की मृत्यु पर नासिक में शोक सभा
का विरोध किया और कहा कि वो हमारे शत्रु देश की रानी थी, हम शोक क्यूँ करें?
क्या किसी भारतीय महापुरुष के निधन पर ब्रिटेन में शोक सभा हुई है.?
2. वीर सावरकर पहले देशभक्त थे जिन्होंने एडवर्ड सप्तम के राज्याभिषेक समारोह का उत्सव मनाने वालों को त्र्यम्बकेश्वर में बड़े बड़े पोस्टर लगाकर
कहा था कि गुलामी का उत्सव मत मनाओ..!
3. विदेशी वस्त्रों की पहली होली पूना में 7 अक्तूबर 1905 को वीर सावरकर ने जलाई थी…!
4. वीर सावरकर पहले ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन किया, तब बाल गंगाधर तिलक ने अपने पत्र केसरी में उनको शिवाजी के समान बताकर उनकी प्रशंसाकी
थी जबकि इस घटना की दक्षिण अफ्रीका के अपने पत्र ‘इन्डियन ओपीनियन’ में गाँधी ने निंदा की थी…!
5. सावरकर द्वारा विदेशी वस्त्र दहन की इस प्रथम घटना के 16 वर्ष बाद गाँधी उनके मार्ग पर चले और 11 जुलाई1921 को मुंबई के परेल में विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया…!
6. सावरकर पहले भारतीय थ
जिनको 1905 में विदेशी वस्त्र दहन के कारण पुणे के फर्म्युसन कॉलेज से निकाल दिया गया और दस रूपये जुरमाना किया… इसके विरोध में हड़ताल हुई… स्वयं तिलक जी ने ‘केसरी’ पत्र में सावरकर के पक्ष में सम्पादकीय लिखा…!
7. वीर सावरकर ऐसे पहले बैरिस्टर थे जिन्होंने 1909 में ब्रिटेन में
ग्रेज-इन परीक्षा पास करने के बाद ब्रिटेन के राजा के प्रति वफ़ादार होने की शपथ नहीं ली… इस कारण उन्हें बैरिस्टर होने की उपाधि का पत्र कभी नहीं दिया गया…!
8. वीर सावरकर पहले ऐसे लेखक थे जिन्होंने अंग्रेजों द्वारा ग़दर कहे जाने वाले संघर्ष को‘1857 का स्वातंत्र्य समर’ नामक ग्रन्थ
लिखकर सिद्ध कर दिया…!
9. सावरकर पहले ऐसे क्रांतिकारी लेखक थे जिनके लिखे ‘1857 का स्वातंत्र्य समर’ पुस्तक पर ब्रिटिश संसद ने प्रकाशित होने से पहले प्रतिबन्ध लगाया था…।
10. ‘1857 का स्वातंत्र्य समर’ विदेशों में छापा गया और भारत में भगत सिंह ने इसे छपवाया था जिसकी एक एक प्रति
तीन-तीन सौ रूपये में बिकी थी…! भारतीय क्रांतिकारियों के लिए यह पवित्र गीता थी… पुलिस छापों में देशभक्तों के घरों में यही पुस्तक मिलती थी…!
11. वीर सावरकर पहले क्रान्तिकारी थे जो समुद्री जहाज में बंदी बनाकर ब्रिटेन से भारत लाते समय आठ जुलाई1910 को समुद्र में कूद पड़े थे और
तैरकर फ्रांस पहुँच गए थे…!
12. सावरकर पहले क्रान्तिकारी थे जिनका मुकद्दमा अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय हेग में चला, मगर ब्रिटेन और फ्रांस की मिलीभगत के कारण उनको न्याय नहीं मिला और बंदी बनाकर भारत लाया गया…!
13. वीर सावरकर विश्व के पहले क्रांतिकारी और भारत के पहले राष्ट्रभक्त थे जिन
्हें अंग्रेजी सरकार ने दो आजन्म कारावास की सजा सुनाई थी…!
14. सावरकर पहले ऐसे देशभक्त थे जो दो जन्म कारावास की सजा सुनते ही हंसकर बोले - “चलो, ईसाई सत्ता ने हिन्दू धर्म के पुनर्जन्म सिद्धांत को मान लिया”…!
15. वीर सावरकर पहले राजनैतिक बंदी थे जिन्होंने काला पानी की सज़ा के समय
10 साल से भी अधिक समय तक आज़ादी के लिए कोल्हू चलाकर30 पोंड तेल प्रतिदिन निकाला…!
16. वीर सावरकर काला पानी में पहले ऐसे कैदी थे जिन्होंने काल कोठरी की दीवारों पर कंकर कोयले से कवितायें लिखीं और6000 पंक्तियाँ याद रखी..!
17. वीर सावरकर पहले देशभक्त लेखक थे, जिनकी लिखी हुई पुस्तकों
पर आज़ादी के बाद कई वर्षों तक प्रतिबन्ध लगा रहा…!
18. वीर सावरकर पहले विद्वान लेखक थे जिन्होंने हिन्दू को परिभाषित करते हुए लिखा कि :
‘आसिन्धु सिन्धुपर्यन्ता यस्य भारत भूमिका,
पितृभू: पुण्यभूश्चैव स वै हिन्दुरितीस्मृतः।
अर्थात समुद्र से हिमालय तक भारत भूमि जिसकी पितृभूमि है,
जिसके पूर्वज यहीं पैदा हुए हैं व यही पुण्य भूमि है, जिसके तीर्थ भारत भूमि में ही हैं, वही हिन्दू है..!
19.वीर सावरकर प्रथम राष्ट्रभक्त थे जिन्हें अंग्रेजी सत्ता ने30 वर्षों तक जेलों में रखा तथा आजादी के बाद 1948 में नेहरु सरकार ने गाँधी हत्या की आड़ में लाल किले में बंद रखा पर
न्यायालय द्वारा आरोप झूठे पाए जाने के बाद ससम्मान रिहा कर दिया… देशी-विदेशी दोनों सरकारों को उनके राष्ट्रवादी विचारों से डर लगता था…।
20. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी थे जब उनका 26 फरवरी 1966 को उनका स्वर्गारोहण हुआ तब भारतीय संसद में कुछ सांसदों ने शोक प्रस्ताव रखा तो यह कहकर
रोक दिया गया कि वे संसद सदस्य नही थे जबकि चर्चिल की मौत पर शोक मनाया गया था…।
21. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी राष्ट्रभक्त स्वातंत्र्य वीर थे जिनके मरणोपरांत26 फरवरी 2003 को उसी संसद में मूर्ति लगी जिसमे कभी उनके निधन पर शोक प्रस्ताव भी रोका गया था…।
22. वीर सावरकर ऐसे पहले
राष्ट्रवादी विचारक थे जिनके
चित्र को संसद भवन में लगाने से रोकने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा लेकिन राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम ने सुझाव पत्र नकार दिया और वीर सावरकर के चित्र अनावरण राष्ट्रपति ने अपने कर-कमलों से किया…।
23. वीर सावरकर पहले ऐस
े राष्ट्रभक्त हुए जिनके शिलालेख को अंडमान द्वीप की सेल्युलर जेल के कीर्ति स्तम्भ सेUPA सरकार के मंत्री मणिशंकर अय्यर ने हटवा दिया था और उसकी जगह गांधी का शिलालेख लगवा दिया..।
24. वीर सावरकर ने दस साल आजादी के लिए काला पानी में कोल्हू चलाया था जबकि गाँधी ने काला पानी की उस जेल में
कभी दस मिनट चरखा नही चलाया..?
25. वीर सावरकर माँ भारती के पहले सपूत थे जिन्हें जीते जी और मरने के बाद भी आगे बढ़ने से रोका गया… पर आश्चर्य की बात यह है कि इन सभी विरोधियों के घोर अँधेरे को चीरकर आज वीर सावरकर सभी मे लोकप्रिय और युवाओं के आदर्श बन रहे है।।
🤨और चमचे कहते है आज़ाद
गांधी नेहरू ने दिलवाई I
🕉️🌞🔥🔱🐚🔔🌷
#AyegaThoModiHi #Modi4PM2024 #ModiHaiTohMumkinHai #Savarkar #KarnatakaElection2023 #Karnataka #karnatakaelection

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More from @Bharatheeyam9

Apr 1
'Wheat Stampedes' Have Claimed 11 Lives So Far In Crisis-Ridden Pakistan
google.com/amp/s/m.timeso…
The Effect Of Economic Crisis In Pakistan Is Now Being Seen In Ramzan As Well.
Saddistic Joke of the Happiness Index:
Pakistan, Ukraine, Iraq happier than India 🤦‍♂️😜
◆ Bananas: Rs.500 Per Dozen
◆ Grapes: Rs.1600 Per kg
◆ Milk: Rs.250 Litre
◆ Normal Tea: Rs.2000 Per kg
◆ Wheat: Rs.3100 A 20 kg bag
◆ Petrol: Rs.272 Per Litre
◆ Dates (Khajoor): Rs.1000 Per kg
Pakistan inflation jumps 31.5%, highest in nearly 50 years
■ At least 11 people, including women, have been crushed to death in recent days while trying to get free flour from government distribution outlets in Pakistan's Punjab province.
■ The cash-strapped nation is on the verge of crumbling as crises continue to pile up with foreign
Read 7 tweets
Apr 1
Happy Birthday Today.
29 March, 144 years ago, five Gujaratis started the Bombay Stock Exchange (BSE) under a banyan tree. The institution started by Gujaratis under a banyan tree near Churchgate is today considered the HEARTBEAT of the Indian economy. The Bombay Stock Exchange,
which has a market cap of Rs 148 lakh crore, initially charged a membership fee of just Rs 1. BSE founder Premchand Raichand used to supply 65% ​​of the total requirement of British cotton mills, called Roo, रूई। If the Reserve Bank is considered the heart of the Indian economy,
then the system that supplies blood to that heart is the Bombay Stock Exchange. It is said that if the Bombay Stock Exchange catches a cold, the whole country catches a fever. This stock market, which is at the center of economic activity of the country, is turning 144 years old
Read 18 tweets
Apr 1
अधिकतर व्यक्ति इनकम टैक्स भरते वक्त यही सोचते हैं कि हमारे साथ ज्यादती कर रही है
लेकिन सियाचिन की यात्रा के बाद और वहां पहरा दे रहे 3 मराठी सैनिकों को सुनने के बाद
मुझे इनकम टैक्स चुकाने का कोई मलाल नहीं है।
उन्होंने जो कुछ भी कहा वह ऐसा था -
पहले---- 1. राशन3 माह पुराना
2. फल 2 महीने पुराना
3. सलाद कभी नहीं मिला
4. किसी ने सेहत की परवाह नहीं की
5. खाने योग्य हर चीज के लिए डिपो दिल्ली में था, फिर ट्रक से लेह, फिर ट्रक से सियाचिन, फिर ट्रक से बॉर्डर और फिर बॉर्डर पोस्ट किचन में एयर ड्रॉप जिसमें2 से 3 महीने लगते थे।
मोदी सरकार के आने के बाद---.
3 हेलीकॉप्टर रोज लाते हैं
ताजा फल
ताजा राशन
ताजा सलाद
ताजा सूप
अच्छी रसोई
अच्छे रसोइये
अच्छे वाटरप्रूफ कपड़े
देश में बने बेहतर क्वालिटी के वाटरप्रूफ जूते
(पहले लगभग60000 के आयातित जूते मिलते थे, लेकिन अब बेहतर गुणवत्ता के जूते 30000 में ही निर्मित होते हैं)।
प्रचुर मात्रा में ताज
Read 5 tweets
Apr 1
प्रत्येक भारतीय को यह जानना आवश्यक है की आखिर क्यों 2024 में मोदी जी को सत्ता में लाना हम भारतीयों के लिए अति आवश्यक है जान कर होश उड़ जायेंगे 🤔🤔🤔
कुछ सच जो 1947 से आज तक कानूनन हम हिन्दुस्तानियों से छिपाकर रखे गए,आजादी के समय कुकर्मी नेहरू और गाँधी ने जल्दी सत्ता पाने की लालच
में अंग्रेजो के साथTransfer of Power Agreement. गोपनीय समझौता साइन किया I जिसकी शर्त ये हैकी 1947 से 50 वर्षों तक भारत इस पेपर को सार्वजनिक नहीं कर सकता और इसमें संसोधन का अधिकार भारतीय संविधान के अनुसार भारतीय संसद, प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के पास भी नहीं है,संविधान अनुच्छेदो
366, 371, 372, 395 जिसके कुछ भयानक तथ्य👇
क्या आप जानते हैं कि 1947 से आज तक हमारे देश से प्रतिवर्ष10 अरब रुपये पेंशन महारानी एलिजाबेथ को आज भी जाती है।
समझौते के तहद भारत आजतक प्रति वर्ष 30 हजार टन गौ-माँस ब्रिटेन को देने के लिए बाध्य है। भारत अपना एंबेसडर(राजदूत) जापान,चीन,
Read 11 tweets
Feb 25
School for Brahmin Boys🎈 All expenses paid institution.
Important message for Brahmin parents:
Kanchi Math has started a Veda cum regular school in *Ullal near Bangalore University*. All castes are admitted here for CBSE system of regular 10+2 schooling. But Brahmin boys are
given Veda class from 6 to 7 AM and 6:30 to 8 PM (approx times). This is in addition to regular schooling. They are also provided with a 400 seat hostel with full Brahman food.
But one of the organisers of this institution in Kanchi Math was telling that they can find monetary
resources but are finding it difficult to get Brahmin boys to join this all expenses paid institution! Now only 100 seats are occupied in the hostel and 300 are vacant. He was requesting all Brahmin families to utilize this opportunity and school.
As the boys lose nothing and
Read 6 tweets
Feb 25
Ukraine war - changing dynamics
It is estimated that there is a shortage of 600,000 barrels of diesel per day in Europe right now. And this number will only increase over the course of this year because most forms of transport run on diesel.
Surprisingly, the major supplier to plug this gap will be India as we will be meeting nearly 60% of this diesel demand thanks to our huge refining capacity. India is emerging as the upstream refinery destination of Russian crude oil which is then refined and exported to Europe
This is a huge game-changer in geopolitics as India will move up from Consumer to Producer. Currently, India is buying 1,700,000 million barrels of Russian oil a day at roughly $47 / barrel. This means that the potential export revenues is to the tune of $70 billion this year.
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