जितना मैं #केजरीवाल को जनता हूँ वो रिश्वत नहीं ले सकता !
वो देश विरोधी #JNU के पक्ष में खड़ा हो सकता है । वो देश की #सेना के मान-सम्मान की धज्जियां उड़ा सकता है । वो #सर्जिकल_स्ट्राइक जैसे देश हित के फैसले पर सवाल उठा सकता है । वो #शीला_दीक्षित के खिलाफ #600पन्नों के सबूतो
ं की फाइल दबा सकता है । वो #पंजाब में #आतंकियों के घर रात बसर कर सकता है । ओ देश के लोकप्रिय प्रधान मंत्री को #Psycho कह सकता है । वो अपने बच्चों की #झूठी#कसम खा सकता है । वो 5 करोड़ का वकील कर सकता है । वो सरकारी #97करोड़ से अपनी पार्टी का प्रचार कर सकता है । वो दुनिया के
भ्रष्टम #लालू से मंच साझा कर समता है । वो #मोदी विरोध के लिये देशद्रोहियों का हिमायती बन सकता है । वो #नकली_डिग्री वालों की डिग्री का सत्यापन कर सकता है । वो एक महिला कार्यकर्त्ता को आवाज उठाने पर #कोम्प्रोमाईज़ करने के लिये के सकता है । वो अपनी बीबी पर #कुत्ता छोड़ने वाले को
प्रोटेक्ट कर सकता है । वो कोर्ट की अवमानना कर के जेल जा सकता है । वो #नोट_बंदी और #सफाई_अभियान पर सवाल उठा सकता है । वो #EVM पर सवाल उठा सकता है । वो 500 रुपये जेब में दिखा कर रेल से #वाराणसी जाने वाला विमान के एक्सिक्यूटिव क्लास से वापिस आ सकता है । वो 55 किलो से 90 किलो हो
सकता है । वो मोदी जी पर माँ को बैंक की लाइन में खड़ा करने का आरोप लगा सकता है । वो अपने #साढू के साथ मिल कर करोड़ों की #बेनामी#संपत्ति बना सकता है । वो #हवाला कारोबारी को मंत्री रख सकता है ।
लेकिन जितना मैं केजरीवाल को जनता हूँ वो रिश्वत नहीं ले सकता !!
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ब्रजभूषण शरण सिंह को कम से कम 500 करोड का मानहानि का दावा ठोकना चाहिये ।घर के बर्तन बिक कर भी पीछा ना छूटे । ऐसा सबक मिले इन चोट्टे लोगो को,ताकि अपने निजी स्वार्थ के चलते,राजनैतिक हथकंडे अपनाकर,किसी को बर्बाद करने की साजिश कोई दुबारा ना करे हर दिन नई सनसनी,नये खुलासे, नये आरोप ,
नई डिमांड Instant justice चाहिये कानून ट्रायल,लीगल प्रोसिडिंग्स गई भाड मे जो हम बकदे वही सही बाकी सब झूठ ।
पता नही कौन सा वकील आकर इन्हे ज्ञान दे गया बार बार वही 161 के बयान हो गये,पुलिस-164 के बयान दर्ज नही कर रही है इसको ये तक पता नही होगा कि 161 और164 IPC की धारा है याCrPC की
अरे कोई इस मूर्खा को बताओ कि 164 के बयान पुलिस नही लेती,मजिस्ट्रेट रिकाॅर्ड करता है मजिस्ट्रेट ट्रायल शुरू होने से पहले या बाद मे कभी भी स्टेटमेंट रिकाॅर्ड कर सकता है वैसे भी 164 मे दर्ज होने वाली स्टेटमेंट्स Confession के तौर पर होती है जिसमे कोई किसी अपराध के संबंध मे अपना
वर्षों से, बल्कि सदियों से हिंदुओं ने जनता की प्यास बुझाने के लिए भारत में हजारों-हजार प्याऊ बनवाई हैं... लेकिन कभी किसी प्याऊ पर ये नहीं लिखवाया कि "पानी पियो और श्रीराम भजो"... या प्याऊ से पानी देते समय किसी के सामने ऐसी "घृणित मार्केटिंग" नहीं की, कि
पानी पीना है तो "शिव-शिव" बोलना होगा...
पता नहीं ईसाई और इस्लाम पंथ के मन में कोई डर है, या लोगों को मार्केटिंग करते हुए अपनी तरफ खींचने, अपनी "चीज़" बेचने की इतनी ललक क्यों है?? पानी जैसी पवित्र वस्तु में भी हुसैन की मार्केटिंग?? छी छी छी छी...
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प्राप्त सूचना
के अनुसार यह चित्र रायपुर रेलवे स्टेशन का है.Piyush Goyal जी ने पता नहीं इसकी अनुमति कैसे दे दी?? कहीं ऐसा न हो कि कुछ महीने बाद इस प्लेटफार्म पर इसी प्याऊ के पास नमाज पढ़ने लग जाएँ..क्योंकि जिस समुदाय की आदत "अवैध कब्जे" की होती है, वे तो राम जन्मभूमि पर भी अवैध कब्ज़ा कर लेते
गुजरात में महिलाओं के गायब होने पर एक आधी अधूरी खबर को आधार बनाकर जिस तरह का हाय तौबा मचाया गया उसका शिकार मैं भी हो गया था मुझे भी लगा की स्थिति को चिंताजनक है दरअसल मैं यह भूल गया था कि आज के समय में मोदी विरोधी मीडिया काफी नीचता पर उतर चुकी है इन तस्वीरों में से एक तस्वीर उसी
संस्था के डाटा का है यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो डाटा का है जिसमें पूरे राज्यों की संख्या दी गई अब आप देखिए बंगाल आंध्र प्रदेश तमिलनाडु जैसे तमाम राज्यों में स्थिति कितनी भयावह है लेकिन अखबार ने दूसरे किसी राज्य पर चिंता नहीं जताई उसे गुजरात के नाम में मसाला मिलना था तो उसने
सिर्फ गुजरात के बारे में ही छाप दिया लेकिन इसका दूसरा सबसे खतरनाक पहलू यह है की अखबार ने यह नहीं छापा कि इसमें से 95% महिलाओं और लड़कियों को सकुशल उनके घर पहुंचा दिया गया है ज्यादातर महिलाएं पारिवारिक झगड़े परीक्षा में फेल होने का डर मानसिक तनाव प्रेम प्रसंग के चलते घर छोड़ कर गई
कल टाइम्स नाउ नवभारत की पत्रकार भावना की रेगुलर जमानत और कैमरामैन तथा ड्राइवर की जमानत की सुनवाई पंजाब हाई कोर्ट में लिस्टेड थी और जैसेही जज साहब चेंबर में आए उन्होंने एक लाइन लिख दिया नॉट बिफोर मी ..यानी खुद को इस सुनवाई से अलग कर लिया इसके पहले राहुल गांधी ने जो मोदी समुदाय पर
आपत्तिजनक बयान दिया था उसकी गुजरात हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक महिला जज ने नॉट बिफोर मी कर दिया था जज लोग सिर्फ नॉट बिफोर मी क्यों लिखते हैं ? वह पूरा कारण बताएं कि वह किस कारण से खुद को इस याचिका को सुनने से इनकार कर रहे हैं..पूर्व में कुछ जजों ने पूरा कारण बताया भी है
जैसे एक जज दो कंपनी के विवाद में यह कहकर याचिका को not before me कर दी है कि मैं इसमें से एक कंपनी का पूर्व में वकील रह चुका हूं एक जज ने भी यह कारण लिखा था कि इसमें उनके हितों का टकराव है क्योंकि उनकी पत्नी इससे जुड़ी हुई है लेकिन 1% से भी कम जज लोग पूरा कारणों बताते हैं
भ्रष्टाचार खुलने के दिन केजरीवाल के साढ़ू की मौत, उसी अस्पताल में जो केजरी की राजनीति का केंद्र रहा है, संदेह पैदा करता है!
अरविंद केजरीवाल के साढ़ू बंसल जी की उसी दिन मौत हो गयी, जिस दिन उन पर सत्येद्र जैन की मिलीभगत से जमीन घोटाले का आरोप कपिल मिश्रा ने लगाया!
मौत भी उस
मेदांता अस्पताल में हुई, जो अन्ना आंदोलन के समय से केजरीवाल गिरोह का अड्डा रहा है। आपको याद होगा कि मेदांता के मालिक डा त्रेहन अन्ना के मंच पर मौजूद रहते थे, सरकारी डा की जगह अन्ना की जांच डा त्रेहन ही करते थे, अनशन समाप्ति के बाद अन्ना एडमिट भी उसी मेदांता अस्पताल में हुए थे।
आरोप यह भी लगा कि अरविंद केजरीवाल के अलावा पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी और आशुतोष मेदांता में ही अन्ना को राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए मनाने गये थे!
अर्थात् मेदांता अस्पताल शुरू से केजरीवाल की राजनीति का एक अहम हिस्सा रहा है। तो क्या केजरीवाल के साढ़ू बंसल जी की मौत में भी यह