मिस्र 🇪🇬: 20 जून 2022 को मोहम्मद अदेल ने अपने सहपाठी 21 वर्षीय नायरा अशरफ की बेरहमी से चाकू घोंप-घोंप कर हत्या कर दी थी सिर्फ प्रेम प्रस्ताव को अस्वीकार करने के लिए, कॉलेज परिसर के बाहर सैकड़ों छात्रों और राहगीरों के सामने !
कल 14 जून 2023 को उसे फांसी दे दी गई (#थ्रेड🧵) 👇 +
21 वर्षीय नायरा अशरफ और अब्देल उत्तरी मिस्र के मंसौरा विश्वविद्यालय में सहपाठी थे, लड़की ने अधिकारियों को मोहम्मद अदेल की सूचना दी (उसकी नृशंस हत्या के कुछ दिनों पहले), इस डर से कि मोहम्मद अब्देल उस पर हमला करेगा लेकिन अधिकारीयों ने पूरी तरह से अनदेखा कर दिया +
अभियोजन पक्ष ने कहा, "उसने (अदेल) उसे कई बार चाकू मारा, नायरा (पीड़ित) के फोन पर "उसका गला काटने की धमकी देने वाले संदेश" मिला था
अब्देल को क्रूर अपराध के 8 दिनों के बाद 28 जून 2022 को मंसौरा कोर्टहाउस में मौत की सजा सुनाई गई थी, जिसमें उसे कल 14 जून 2023 को फांसी दी गई हैं +
इसी तरह, भारत में तौसीफ अहमद 21 वर्षीय हिंदू लड़की निकिता तोमर को धर्म परिवर्तन - विवाह के लिए धमकी दे रहा था और अपहरण की कोशिश कर रहा था, जिसके लिए उसके परिवार ने हत्या के दो साल पहले हत्यारे तौसीफ अहमद (जो कि उसका स्कूल का साथी था) के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। +
लेकिन पुलिस ने ठीक से कार्रवाई नहीं की और मामले में समझौता हो गया, बाद में पीड़ित परिवार को 2018 में शिकायत वापस लेनी पड़ी
निकिता तोमर बी कॉम की छात्रा थी, 26 अक्टूबर 2020 को फरीदाबाद, हरियाणा में उसके अग्रवाल कॉलेज के बाहर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब उसने जबरदस्ती +
शादी के लिए अपहरण के प्रयास का विरोध किया था। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी।
24 मार्च 2021 को, मुख्य दोषी तौसीफ को उसके साथी रेहान के साथ फरीदाबाद जिले की एक फास्ट-ट्रैक अदालत ने हत्या का दोषी ठहराया और दोनों को दो दिन बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। +
मुख्य दोषी तौसीफ को मार्च 2023 में अपनी बहन की शादी का आनंद लेने के लिए दो सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत मिला था।
निकिता तोमर का परिवार आज भी न्याय के लिए संघर्ष कर रहा है +
“हम चाहते हैं कि उन दोनों (दोषी तौसीफ और रेहान) को फांसी दी जाए। तभी न्याय मिलेगा। फाँसी की सजा से कम कुछ नहीं” निकिता के 25 वर्षीय भाई नवीन तोमर ने मार्च 2023 में मीडिया से कहा, निकिता का परिवार आज भी न्याय के लिए संघर्ष कर रहा है। +
17 अप्रैल 1971- विश्वासघात और अनगिनत लाशों की कहानी
अखिरा नरसंहार !
हिंदू नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और हिंदू पुरुषों को राइफलों के सामने लगे चाकुओं से मार दिया गया + #PakistanArmy#Pakistan
रजाकार बलों के एक सदस्य, केनन उद्दीन सरकार ने पड़ोसी क्षेत्रों में 50 हिंदू परिवारों को भारत के लिए सुरक्षित मार्ग का आश्वासन दिया। लेकिन इसके बजाय, उसने उन्हें बरैहाट नामक स्थान पर कैद कर लिया, जो अब फूलबाड़ी उपजिला में है। +
कैद के दौरान, रज़ाकारों और अल-बद्र मिलिशिया ने इन निर्दोष परिवारों से पैसे और गहने लूट लिए। फिर, एक अन्य रजाकार ने पाकिस्तानी सेना को सूचित किया, जो बरैहाट से 100 मीटर दक्षिण में बंधक हिंदुओं को अखिरा ले गई।
यह थ्रेड 🧵 #अतीक_अहमद का समर्थन करने वाले मुसलमानों के लिए !
आपको बता दें कि 2007 में करेली में मदरसा की नाबालिग छात्राओं के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना जिसमें बलात्कारीयों को खूंखार अपराधी अतीक अहमद ने ही अपने संरक्षण में रख कर बचाया था + #AtiqueAhmed#UttarPradesh
यह एक भयावह घटना है। खुद को करेली पुलिस सर्कल का पुलिसकर्मी बताकर मदरसे की दो छात्राओं को कथित तौर पर संस्थान के अंदर से घसीट कर ले गए आधा दर्जन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, यह घटना बुधवार शाम 17 जनवरी 2007 को हुई।
अपराधी जबरन मदरसा परिसर में घुस गए & घबराई हुई लड़कियों पर +
झपटने से पहले चौकीदार के साथ मारपीट की
इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि स्थानीय बिसौना पुलिस ने न केवल उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया, बल्कि मदरसा प्रबंधक को धमकी भी दी कि पीड़िता द्वारा अपने आरोप को साबित करने के लिए मेडिकल परीक्षण की मांग +