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केवल लक्ष्मण ही मेघनाद का वध कर सकते थे..
क्यों व क्या कारण था....?👇
उसने अंतरिक्ष में स्थित होकर देवराज इंद्र से युद्ध किया था और उन्हें बांधकर लंका ले आया था॥
लक्ष्मण ने उसका वध किया इसलिए वे सबसे बड़े योद्धा हुए
फिर भी उनके मन में जिज्ञासा पैदा हुई कि आखिर अगस्त्य मुनि ऐसा क्यों कह रहे हैं कि इंद्रजीत का वध रावण से ज्यादा मुश्किल था,
(१) चौदह वर्षों तक न सोया हो,
(२) जिसने चौदह साल तक किसी स्त्री का मुख न
देखा हो और
(३) चौदह साल तक भोजन न किया हो ॥
मैं सीता के साथ एक कुटी में रहता था,बगल की कुटी में लक्ष्मण थे,फिर सीता का मुख भी न देखा हो,और चौदह वर्षों तक सोए न हों,ऐसा कैसे संभव है,
प्रभु से कुछ छुपा है भला,
दरअसल, सभी लोग सिर्फ भगवान श्रीराम का गुणगान करते थे लेकिन प्रभु चाहते थे कि लक्ष्मण के तप और वीरता की चर्चा भी अयोध्या के घर-घर में हो,
लक्ष्मणजी आए प्रभु ने कहा कि आपसे जो पूछा जाए उसे सच - सच कहिएगा,
फल दिए गए फिर भी अनाहारी कैसे रहे ?,
और १४ साल तक सोए नहीं यह कैसे हुआ ?
आपको स्मरण होगा मैं तो सिवाए उनके पैरों के नुपूर के कोई आभूषण नहीं पहचान पाया था क्योंकि मैंने कभी भी उनके चरणों के ऊपर देखा ही नहीं,
आपको याद होगा राज्याभिषेक के समय मेरे हाथ से छत्र गिर गया था।
एक भाग देकर आप मुझसे कहते थे लक्ष्मण फल रख लो
आपने कभी फल खाने को नहीं कहा- फिर बिना आपकी आज्ञा के मैं उसे खाता कैसे?
प्रभु के आदेश पर लक्ष्मणजी चित्रकूट की कुटिया में से वे सारे फलों की टोकरी लेकर आए और दरबार में रख दिया,
फलों की गिनती हुई, सात दिन के हिस्से के फल नहीं थे,
१--जिस दिन हमें पिताश्री के स्वर्गवासी होने की सूचना मिली, हम निराहारी रहे॥
२--जिस दिन रावण ने माता का हरण किया उस दिन फल लाने कौन जाता॥
३--जिस दिन समुद्र की साधना कर आप उससे राह मांग रहे थे, ।
५--जिस दिन इंद्रजीत ने मायावी सीता को काटा था और हम शोक में रहे,।
६--जिस दिन रावण ने मुझे शक्ति मारी,
७--और जिस दिन आपने रावण-वध किया,
इन दिनों में हमें भोजन की सुध कहां थी,
उसके प्रयोग से मैं चौदह साल तक अपनी भूख को नियंत्रित कर सका जिससे इंद्रजीत मारा गया,
जय श्री राम
जय सियाराम जय जय राम,
जय शेषावतार लक्ष्मण की,
जय संकट मोचन हनुमान की,
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धन्यवाद,
मित्र द्वारा साझा श्रृंखला ,
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