My Authors
Read all threads
इस थ्रेड (Thread) में काफ़िर की कुरान मजीद अनुसार सही व्याख्या की गई है।
पढ़ें और शेयर करें। #ISLAM #KAFIR #JIHAD #AhmadiyyatTheTrueIslam
काफ़िर कौन है ?

काफ़िर शब्द का अर्थ है इन्कार करने वाला। ऐसा व्यक्ति जो किसी व्यक्ति ,धर्म अथवा वस्तु का इन्कार करता है ऐसे व्यक्ति को उस धर्म अथवा वस्तु का काफिर अर्थात इन्कार करने वाला कहेगें। A/1
जिस ने इस्लाम को स्वीकारा अल्लाह ने उनका नाम मुस्लमान रखा और जिसने इस्लाम को नकारा उस को इस्लाम का काफिर यानि इन्कार करने वाला कहा गया। ऐसे व्यक्ति के लिए काफिर शब्द का प्रयोग गलत नहीं क्योंकि वह व्यक्ति स्वयं इस्लाम का इन्कारी है A/2
इस आयत में मुस्लमान के लिए भी काफ़िर शब्द प्रयोग हुआ है, प्रमाणित होता है कि काफ़िर निंदनीय शब्द नहीं।
अतःजो कोई शैतान का इन्कार करे और अल्लाह पर ईमान लाये तो निःसंदेह उसने एक ऐसे कड़े को पकड़ लिया जिसका टूटना संभव नहीं।और अल्लाह बहुत सुनने वाला(और )स्थायी ज्ञान रखने वाला है।A/3
ग़ैर मुस्लिम के साथ भेदभाव ?
इस्लाम रंग ,नस्ल या धर्म के आधार पर भेदभाव का कदापि आदेश नहीं देता।
ईश्वर क़ुरआन में फरमाता है
"समस्त प्रशंसा ईश्वर ही के लिए है जो समस्त लोको का रब है।"
यानि जिस प्रकार ईश्वर मुसलानो का रब है उसी प्रकार एक हिन्दू, सिख या ईसाई का भी रब है। B/1
इसी प्रकार ईश्वर फरमाता है
{ وَمَا أَرْسَلْنَاكَ إِلَّا رَحْمَةً لِلْعَالَمِينَ } (الأنبياء 108)
"हमने हज़रत मोहम्मद (स अ व )को समस्त लोको के लिए रहमत बना कर भेजा है"
जिस प्रकार हज़रत मोहम्मद(स अ व )मुसलमानों के लिए रहमत हैं उसी प्रकार हिन्दू ,सिख,ईसाई के लिए भी रहमत हैं B/2
हज़रत मोहम्मद(स अ व )मुस्लमान की परिभाषा का वर्णन करते हैं कि : "मुस्लमान वो है जिसके सिर्फ हाथ से ही नहीं बल्कि ज़ुबान से भी दूसरे लोग सुरक्षित रहें और मोमिन वो है जिससे लोगो का खून और उनका माल सुरक्षित रहे। (सुनन नसाई ) B/3
हज़रत मोहम्मद(सअ व )फ़रमाते हैं :
समस्त प्राणी ईश्वर का परिवार हैं और इस परिवार में ईश्वर को सर्वाधिक प्रिय वो है जो इसके परिवार से प्रेम करता है।
उपरोक्त आयात और हदीसो से यह सिद्ध होता है कि इस्लाम बिना किसी भेदभाव के समस्त मानवजाति से भाईचारे और शान्ति का सन्देश देता है। B/4
इस्लाम और धार्मिक स्वतंत्रता
ईश्वर समस्त मानवजाति को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है जैसा कि फ़रमाया
{لَا إِكْرَاهَ فِي الدِّينِ قَدْ تَبَيَّنَ الرُّشْدُ مِنَ الْغَيِّ} (البقرة 257)
धर्म में कोई ज़बरदस्ती नहीं।निश्चित रूप से हिदायत पथभ्रष्टता से खुलकर स्पष्ट हो चुकी है। C/1
لَكُمْ دِينُكُمْ وَلِيَ دِينِ (الكافرون 7)
"तुम्हारे लिए तुम्हारा धर्म है और मेरे लिए मेरा धर्म।"
हज़रत मोहम्मद(स अ व )फ़रमाते हैं
जो लोग अपने धार्मिक स्थलों में हो उनको सुरक्षा प्रदान की जाए और उनसे लड़ाई ना की जाए।
अतः इस्लाम ने समस्त धर्मो को स्वतंत्रता प्रदान की है। C/2
समस्त काफिरों के साथ जंग ?
इस्लाम धर्म प्रेम ,आपसी भाईचारे ,और शान्ति का धर्म है। इस्लाम ने कभी भी अपनी उन्नति एवं विकास के लिए हथियार का सहारा नहीं लिया। D/1
जब हज़रत मोहम्मद(स अ व )और आपके साथियों को मक्का वालो ने तरह तरह से प्रताड़ित किया और 13 वर्षो तक आपको दुःख और तकलीफो से गुज़रना पड़ा यहाँ तक कि इस्लाम और हज़रत मोहम्मद(सअ व )को ख़त्म करने का प्रयास किया गया तब हज़रत मोहम्मद(सअ व )को स्वयं सुरक्षा के लिए ईश्वर ने आदेश दिया। D/2
उपरोक्त आयत बता रही है कि जंग की अनुमति इसलिए दी गई क्योकि मुस्लमानो पर धर्म के आधार पर अत्याचार किया गया और उन्हें उनके घरो से निकाला गया
अतः ईश्वर ने जंग का आदेश स्वयं सुरक्षा के लिए दिया। D/3
इसी प्रकार कुफ्फार के अत्याचारों और कुकर्मो का वर्णन करते हुए ईश्वर पवित्र क़ुरआन में फरमाता है
"किसी मोमिन के विषय में वे ना किसी प्रतिज्ञा की परवाह करते हैं और ना किसी उत्तरदायित्व की और यही लोग सीमा का उल्लंघन करने वाले हैं।" D/4
वह लोग जिन्होंने मुस्लमानो पर अत्याचार नहीं किए उनके बारे में ईश्वर फरमाता है
अल्लाह तुम्हे उनसे भलाई और न्यायपूर्ण व्यवहार करने से मना नहीं करता जिन्होंने तुमसे धार्मिक विषय में युद्ध नहीं किया। और ना तुम्हे निर्वासित किया। निसंदेह अल्लाह न्याय करने वालो से प्रेम करता है। D/5
उपरोक्त तथ्यों से यह प्रमाणित होता है कि: इस्लाम ने काफिरों से युद्ध की अनुमति आत्म रक्षा के लिए दी थी। D/6
जंग में इस्लामी शिक्षा:
इसके बाद भी कि मुस्लमानो पर अत्याचार किए गए और जंग करने के लिए उनको विवश किया गया फिर भी जंग के लिए जो शिक्षा इस्लाम ने दी वो समस्त संसार के लिए मार्गदर्शक है। E/1
इस्लाम में न्याय की शिक्षा
बावजूद इसके हज़रत मोहम्मद (सअ व)और आपके मानने वालो पर असहनीय अत्याचार हुए फिर भी इस्लाम का हर शब्द दुश्मनों से भी न्याय करने और हर प्रकार के ज़ुल्म और अत्याचार से रोकता है । जैसा कि फ़रमाया
"निसंदेह अल्लाह न्याय करने वालो से प्रेम करता है।"(5:43) F/1
इसी प्रकार इस्लाम दुनिया में अमन शांति स्थापित करने के लिए हरेक से न्याय का आदेश देता है I F/2
वर्तमान काल और जिहाद:
इस्लामी शिक्षा की रौशनी में इस बात का विस्तारपूर्वक वर्णन हो चुका है कि इस्लाम प्यार ,मुहब्बत और अमन का धर्म है। और प्रेम सबके साथ और घृणा किसी से नहीं इस्लाम की शिक्षा का सार है। G/1
और जो भी जंगे लड़ी गयी वो स्वयं सुरक्षा एवं धार्मिक स्वतंत्रता स्थापित करने के लिए लड़ी गयी क्योकि उस समय इस्लाम को तलवार से ख़त्म करने का प्रयास किया गया इसलिए इस्लाम ने भी अपनी रक्षा के लिए तलवार उठाई परन्तु वर्तमान समय में हर व्यक्ति को सम्पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता है G/2
और यदि किसी व्यक्ति को उसके धर्म या जाती के आधार पर प्रताड़ित किया जाता है तो उसे न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय क़ानून मौजूद हैं जिनका सहारा लेकर अत्याचारी के विरुद्ध क़ानूनी करवाई की जा सकती है इसलिए वर्तमान समय में इस्लाम हथियार उठाने की आज्ञा नहीं देता G/3
क्योकि इस्लाम देश और सविधान के विरुद्ध कार्य करने से रोकता है और किसी भी प्रकार की बगावत को पसन्द नहीं करता। और स्वयं हज़रत मोहम्मद (सअ व) ने ये भविष्यवाणी की थी कि एक समय आएगा जब धार्मिक युद्ध बन्द हो जायगे। G/4
जैसा कि फ़रमाया
وَتَضَعُ الْحَرْبُ أَوْزَارَهَا
(مسند أحمد)
यानि एक समय आएगा जब जंग अपने हथियार डाल देगी। यानि धार्मिक जंगो का अंत हो जाएगा। G/5
उपरोक्त बातों से सिद्ध होता है की काफिर कोई निन्दनीय शब्द नहीं है और इस्लाम किसी काफिर के साथ भेदभाव और अत्याचार का आदेश नहीं देता। और अहमदिया मुस्लिम जमाअत इसी इस्लामी शिक्षा पर कार्य बद्ध है।
मोहब्त सब के लिए नफ़रत किसी से नहीं।
जय हिन्द 🇮🇳
G/6
Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh.

Keep Current with Islam in India

Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

Twitter may remove this content at anytime, convert it as a PDF, save and print for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video

1) Follow Thread Reader App on Twitter so you can easily mention us!

2) Go to a Twitter thread (series of Tweets by the same owner) and mention us with a keyword "unroll" @threadreaderapp unroll

You can practice here first or read more on our help page!

Follow Us on Twitter!

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3.00/month or $30.00/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!