अभी ऐसे कोई बोले तो न कोई सुनेगा या तो लंबा भाषण देगा, लेकिन नानी ने ऐसे क्यों कहा ये कोई सोचेगा नहीं..
ऐसे मामलोंमे धर्मांतरण करने के तुरंत तो ऐसे मेहसूस करवाया जाता है कि आप किस स्वर्ग मे आ गए है, लेकिन क्या ऐसे होता है
लियाकत का परिवार खुद #करनाल के #जाट परिवार से था
तो कोई भी ऐसी सो कॉल्ड कूल चीज करने से पहले 10 बार सोचें, ये हमे मना क्यों किया होगा पूर्वजोने? कुछ तो गलत होगा अधिकतर मामलों मे
दो घरों के बीच में दीवार बनाने पर अपने नाना को दकियानुसी कहने वाली ईरा पांडे या उनकी मां ने दो धर्मों के बीच में दीवार बनाने वाले इन लोगों में से किसी एक के लिए भी कभी ऐसा कोई शब्द कहा होगा,
राणा लियाकत बहुत साहसी थीं उन्होंने पाकिस्तान बनाने के लिए मुस्लिम लीग की महिला विंग का नेतृत्व किया, ऐसा करना कूल था और जब पाकिस्तान बन गया तब वो 'दो महिलाओं के बराबर एक पुरुष की गवाही' के कानून की खिलाफत करने पर गिरफ्तार की जा रहीं थी...
कम्युनिस्टों ने पाकिस्तान बनाने की पैरवी की, ऐसा करना कूल था आज कोई #कम्युनिस्ट पार्टी पाकिस्तान में नहीं है।
जिस वीडियो में ये बताया जा रहा है कि डेनियल पंत के घर की गोश्त की महक कैसे ब्राह्मण रसोई
तो आप अपनी जड़ों से अधिक समय दूर रहकर ज्यादा देर तक खुश नहीं रह सकते. सोचिए जरूर.
तो आज जो कूल लग रहा है, उसे मजे के लिए try करना गलत नहीं लेकिन उस चीज मे बहने लगना गलत है, सीमा समझ में आनी जरूरी है. बच्चों को ये सिखाये
लेकिन, क्या ऐसा करना कूल होगा या इसे भी दकियानूसी माना जाएगा?
साभार : अविनाश त्रिपाठी
प्रस्तुति सहयोग : हितेश शंकर
आप सभी के अभिप्राय का इन्तेज़ार रहेगा 🙏🙏🙏