मात्र 6 वर्ष पहले मैं भी एक सामान्य व्यक्ति था,
मुझे भी औरो की तरह नेहरू, गांधी, गांधी परिवार तथा हिन्दू मुस्लिम भाई भाई जैसे नारे अच्छे लगते थे।
मगर.....
इन 6 वर्षों में मुझे कुछ ऐसे सत्य पता चले जो हैरान करने वाले थे।
1. सोशल मीडिया से मुझे यह पता चला कि "पत्रकार" निष्पक्ष नही होते। वे भी किसी खास विचारधारा से जुड़े होते हैं। 2. लेखक, साहित्यकार भी निष्पक्ष नही होते। वे भी किसी खास विचारधारा से जुडे होते है। 3. साहित्य अकादमी, बुकर, मैग्ससे पुरस्कार प्राप्त बुद्धिजीवी भी निष्पक्ष नही होते।
4. फिल्मों के नाम पर एक खास विचारधारा को बढ़ावा दिया जाता है। बालीबुड का सच पता चला। 5. हिन्दू धर्म को सनातन धर्म कहते हैं और देश का नाम हिंदुस्तान है, क्योंकि यह हिंदुओं का इकलौता देश है।
6. हिन्दू शब्द सिंधु से नही (ईरानियों द्वारा स को ह बोलने से) नही आया बल्कि "हिन्दू" शब्द "ऋग्वेद" में लाखों वर्ष पूर्व से ही वर्णित था। 7. जातिवाद, बाल विवाह, पर्दा प्रथा हजारों वर्ष पूर्व सनातनी नही बल्कि मुगलों के आगमन से उपजी कु-व्यवस्था थी, जिसे अंग्रेजों ने सनातन से
जोड़कर हिन्दुओ को बांटा। उसे लिखित इतिहास बनाया। 8. किसी समय भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म पूरे विश्व मे फैला था। 9. वास्कोडिगामा का सच ये था कि वह एक लुटेरा, धोखेबाज था और किसी भारतीय जहाज का पीछा करते हुए भारत पहुंचा।
10. बप्पा रावल का नाम, काम और और अद्भुत पराक्रम सुना। उनसे डरकर 300 वर्ष तक मुस्लिम आक्रांता इधर झांके भी नहीं। 11. बाबर, हुमायूँ, अकबर, औरंगजेब, टीपू सुलतान सहित सभी मुगल शासक क्रूर, हत्यारे, इस्लाम के प्रसारक और हिंदुओं का नरसंहारक थे, यह सच पता चला।
12. ताज़महल, लालकिला, कुतुब मीनार हिन्दू भवन थे, इनकी सच्चाई कुछ और थी। 13. जिसे लोग व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी कहकर मजाक उड़ाते हैं, उसी ने मुझे महात्मा गांधी के "ब्रह्मचर्य के प्रयोग" और हेडगेवार, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल व हिन्दू समाज के साथ कि गई गद्दारी की सच्चाई बताई।
14. गाँधी जी की तुष्टिकरण और भारत विभाजन के बारे मे ज्ञान हुआ। 15. नेहरू की असलियत, उनके इरादे, उनकी हरकतें, पता चली।
16. POJKL के बारे मे भी इन 6 वर्षों में जाना कि कैसे पाकिस्तान ने कब्जा किया। और कौन लोग POJKL को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं।
17. अनुच्छेद 370 और उससे बने नासूर का पता चला। 18. कश्मीर में दलितों को आरक्षण नही मिलता, यह भी अब पता चला। कैसे 19. AMU मे दलितों को आरक्षण नही मिलता, वह संविधान से परे है। 20. जेएनयू की असलियत, वहाँ के खेल और हमारे टैक्स से पलने वाली टुकड़े टुकड़े गैंग का पता चला।
21. वामपंथी-देशद्रोही विचारधारा के बारे मे पता चला। 22. जय भीम समुदाय के बारे मे पता चला। भीमराव के नाम पर उनके मत से सर्वथा भिन्न खेल का पता चला। मीम भीम दलित औऱ हिन्दू दलित अलग होते है पता चला। 23. मदर टेरेसा की असलियत अब जाकर ज्ञात हुई।
24. ईसाई मिशनरी और धर्मांतरण के बारे में पता चला। 25. समुदाय विशेष में तीन तलाक, हलाला, तहरुष, मयस्सर, मुताह जैसी कुरूतियों के नाम भी अब जाकर सुना। इनका मतलब जाना। 26. अब मुझे पता चला कि धिम्मी, काफिर, मुशरिक, शिर्क, जिहाद, क्रुसेड जैसे शब्द हिन्दुओं के लिए क्या संदेश रखते हैं।
27. सच बताऊं, गजवा ऐ हिन्द के बारे मे पता भी नहीं था। कभी नाम भी नहीं सुना था। यह सब इन 6 वर्षों में पता चला। स्टॉकहोम सिंड्रोम और लवजिहाद का पता चला। 28. सेकुलरिज्म की असलियत अब पता चली। मानवाधिकार, बॉलीवुड, बड़ी बिंदी गैंग, लुटियंस जोन इन सबके लिए तो हिन्दू एक चारा था।
29. हिन्दू पर्सनल लाँ और मुस्लिम पर्सनल लॉ अलग हैं, यह भी सोशल मीडिया ने ही बताया। इंदिरा ने हिन्दू पर्सनल लॉ को समाप्त कर दिया। लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ को बना दिया।
30. भारतीय इतिहास के नाम पर हमें झूठा इतिहास पढ़ाया गया, जिन मुगलों ने हमे लूटा, हम पर अत्याचार किया उन्हें महान बताया गया।
और भी कई विषय हैं जो इन 6 वर्षो मे हमें ज्ञात हुए है जो देश से छुपाए गये थे। जो आपके ध्यान में आए वो इसमें जोड़ते जाइये।
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🚩🔱
*तनिष्क का एक ad ऐसा भी बनाना चाहिए.*
पति 3 तलाक दे चुका है उसे पछतावा होता है ,
और फिर से निकाह करना चाहता है।
*अब हलाला किस से हो...?*तो लड़के का अब्बू तैयार हो जाता है।इधर लड़के की अम्मी अपनी बहू और होने वाली सौत के पास जाती है और कहती है*चल बहू अब हलाला की रस्म होगी
लड़की- अम्मी ये रस्म तो हमारे पीहर में होती नहीं है।
सास- ..अरी बावली अब आपा बोल।
*अब तू मेरी सौत है और यह रस्म हमारे यहां खूब होती है।*
चल अब जल्दी चल,
तेरे नए शौहर इंतजार कर रहे होंगे।.
इधर नई नई सौतें मियां के कमरे पर पंहुची ... अंदर मियां खुशी से उछल पड़े।
उन्होंने पुरानी को बाहर भगाया ।
और नई के लिए तनिष्क शोरूम से लाये गहने निकाल कर पहना दिए।
नए गहने देख नई बेगम खुश हो गयी
और बोली
*""यह तो कभी न लाये, अब मैं न दे रही आपको तलाक ""*
यह सुन अब्बा मियां खुशी से झूम उठे ।
जैसे कांग्रेस नहीं समझ पाई कि भाजपा क्यों जीत रही है... वैसे ही चैनल्स नहीं समझ पा रहे कि लोग रिपब्लिक क्यों देख रहे हैं ?
देश के अंदर हिंदुओं की मरी हुई भावनाएं पुनर्जीवित हो चुकी हैं.... हिंदुत्व का उबाल उफान मार रहा है... और इस बात को जो भी समझ रहा है वो उसे भुना रहा है....
इसमे कुछ गलत भी नहीं है।
अब जो भी अच्छा बिजनेसमैन होगा... वो मार्किट की मांग को ध्यान में रखकर ही काम करेगा...
लेकिन कांग्रेसियों की बात अलग है वो ऐसी चीजें बाजार में उतार रही हैं जिसकी मांग रही नहीं..
ये लोग आज भी बटन वाले मोबाइल (मुस्लिम तुष्टिकरण) बेचने की कोशिश कर रहे हैं
यही काम सारे चैनल्स भी कर रहे हैं... जबकि अर्नब खुलकर बोल रहा है...
"मैं सनातनी हूँ तो क्या गलत हूं.. मैं हिन्दू की बात करता हूँ तो अपराध है क्या ?"
इस बंदे ने मार्किट को परख लिया है.. और व्यापारी के साथ उपभोक्ता भी खुश हैं..
आपण यांपैकी कोणाला ओळखता कां ?
१) सोमाभाई (७५वर्षे)
निवॄत्त आरोग्य अधिकारी
२) अमॄतभाई (७२वर्षे)
खाजगी कंपनीत नोकरी,
सध्या निवॄत्त
३) प्रल्हाद (६४ वर्षे)
रेशनिंग दुकान
४) पंकज (५८ वर्षे)
माहिती विभागात नोकरी
५) भोगीलाल (६७ वर्षे)
किराणा मालाचे दुकान
६) अरविंद (६४ वर्षे)भंगार व्यवसाय
७) भरत (५५ वर्षे)पेट्रोलपंपावर नोकरी
८) अशोक (५१ वर्षे)पतंग, किराणा दुकान
९) चंद्रकांत (४८ वर्षे)गोशाळेत नोकरी
१०) रमेश (६४ वर्षे) माहिती उपलब्ध नाही
११) भार्गव (४४ वर्षे)माहिती उपलब्ध नाही
१२) बिपीन (४२ वर्षे)अहमदाबाद ला एका ग्रंथालयात कार्यरत
वरीलपैकी ---
१ ते ४ क्रमांकाच्या व्यक्ती पंतप्रधान श्री. नरेंद्र मोदींचे सख्खे भाऊ आहेत.
५ ते ९ क्रमांकाच्या व्यक्ती, मोदीजींचे सख्खे काका श्री. नरसिंहदास मोदी यांची मुले आहेत, म्हणजे पंतप्रधान मोदी यांचे चुलत भाऊ आहेत.
क्रमांक १० ची व्यक्ती रमेश हे मोदीजींचे काका
तनिष्कच्या अनुभवावरुन उद्योजकांना आणि व्यावसायिकांना धडा मिळालाय.
छुपे जिहादी कामाला ठेवताना दहा वेळा विचार करा. लाखाच्या फायद्यासाठी करोडोंवर पाणी फिरु शकते.
जॉबजिहादी जे काम हातात आहे तेच शस्त्र म्हणून वापरणारे.
जसा उघड उघड शस्त्र हातात घेउन जिहाद करणारे आहेत तसेच
गुडी गुडी शुगरकोटेड....
लव्हजिहाद करणारे आहेत. प्रेम आणि वासना हे त्यांचे शस्त्र आहे.
लँडजिहाद (जमीन बळकावणारे) आहेत. जागोजागी कबरी टाकणे ,भूतबाधा उतरवणे पीर, उरुस चालू करणे ही त्यांची शस्त्रे आहेत.
आर्टजिहाद , कलात्मक जिहाद करणारे. कला हेच शस्त्र. नाटक सिनेमा चित्रकला, कविता, विनोद वगैरे कलां मध्ये घुसून पाक-नापाक कोण हे ठरवणारे शुगरकोटेड डोस सतत पाजत राहणारे.
मिडीया जिहाद करणारे. मिडीया हे शस्त्र वापरुन एकांगी वार्तांकन करुन opinion building करणारे जिहादी.
काही दिवसांपूर्वी जम्मू कश्मीर मध्ये नेत्यावर धाडी पडत असल्याची पोस्ट केली होती.
नुकतेच फारुख अब्दुल्ला ने चीन च्या मदतीने आम्ही पुन्हा 370 लागू करू असे वक्तव्य दिले.
त्याचे कारण ही तसे आहे.
काही दिवसांपासून रोशनी ऍक्ट ह्या जम्मू काश्मीर
मधल्या भूमी अधिग्रहण कायद्याच्या कचाट्यात जम्मू काश्मीर मधले सगळे नेते येत आहे.
रोशनी ऍक्ट- 2001 मध्ये फारूक अब्दुल्ला च्या सरकार मध्ये जम्मू काश्मीर सरकार ने एक कायदा पास केला होता. त्यानुसार जम्मू काश्मीर मध्ये जवळपास 20 लाख कनाल एवढी जमीन अवैध रित्या लोकांनी आपल्या हक्कात
घेतली होती. सरकार ने कायदा आणून, ती जमीन ज्याच्या अधिकारात आहे त्यांना काही ठराविक रक्कम देऊन, मालकी देण्याचे निर्णय केले. ज्यामुळे 25000 कोटी सरकारी तिजोरीत येण्याची शक्यता होती.
आधी फारुख अब्दुल्ला नंतर गुलाम नबी आझाद , उमर अब्दुल्ला आणि मुफ्ती ने वेळोवेळी यात बदल करत जाऊन
हाथ जोड़े खड़ी यही वह नक्सली महिला है जिसका नाम डॉक्टर राजकुमारी है यही पीड़िता की फर्जी भाभी बनकर 14 से 25 सितंबर तक पीड़िता के घर में रही और हर एक चैनल वाले को पीड़िता की भाभी बताकर इंटरव्यू दिया
इसकी साजिश में आज तक की चित्रा त्रिपाठी अग्रवाल और भारत समाचार की प्रज्ञा मिश्रा यादव बराबर की हिस्सेदार थी