हाथ जोड़े खड़ी यही वह नक्सली महिला है जिसका नाम डॉक्टर राजकुमारी है यही पीड़िता की फर्जी भाभी बनकर 14 से 25 सितंबर तक पीड़िता के घर में रही और हर एक चैनल वाले को पीड़िता की भाभी बताकर इंटरव्यू दिया
इसकी साजिश में आज तक की चित्रा त्रिपाठी अग्रवाल और भारत समाचार की प्रज्ञा मिश्रा यादव बराबर की हिस्सेदार थी
अब पता चला,वाड्राईंन इतना कैसे चिपका सकती ??
डिटॉल में नहला के पहले से भेजी गयी थी #नकली_भाभी
भाभी जी भाग गई 😊
कांग्रेस और वामपंथी मीडिया का एक और "घोटाला" सामने आया है..
"भाभी घोटाला..!" #हाथरस_केस
SIT की टीम भाभी तक पहुंच गई है मित्रो ,बस अब
भाभी का घूंघट उठाना और बंटी-बबली का नाम बताने का इंतजार है #नक्सल_भौजी
एक बिका हुआ पत्रकार किसी आतंकवादी से 100 गुना ज्यादा खतरनाक होता है, आतंकी एक जगह हमला कर सकता है लेकिन एक पत्रकार पूरे देश में दंगा करा सकता है...
हाथरस मे प्रियंका गांधी जिसे गले लगकर सांत्वना दे रही थी और जो पीड़िता की भाभी बनकर 10 दिनों तक मीडिया को लगातार इंटरव्यू दे रही थी वो जबलपुर की डॉ राज कुमारी बंसल है जो एक कुख्यात नक्सली है और कांग्रेस की कार्यकर्ता भी है, राहुल गांधी की घोर समर्थक....
लंबा गेमप्लान था इन कांग्रेसियो का लेकिन सामने योगी जैसा साधु टकरा गया
हाथरस के लिये 50 लाख और करौली के पुजारी को 10 लाख।मुआवजे में भी आरक्षण लागू है क्या कांग्रेसियों
1 लाश को फूंकने पर आसमान सर पर उठाने वालों आज एक जिन्दा पुजारी फूंक दिया अब कहां मर गईं तुम्हारी संवेदनाएं दोगलो
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काही दिवसांपूर्वी जम्मू कश्मीर मध्ये नेत्यावर धाडी पडत असल्याची पोस्ट केली होती.
नुकतेच फारुख अब्दुल्ला ने चीन च्या मदतीने आम्ही पुन्हा 370 लागू करू असे वक्तव्य दिले.
त्याचे कारण ही तसे आहे.
काही दिवसांपासून रोशनी ऍक्ट ह्या जम्मू काश्मीर
मधल्या भूमी अधिग्रहण कायद्याच्या कचाट्यात जम्मू काश्मीर मधले सगळे नेते येत आहे.
रोशनी ऍक्ट- 2001 मध्ये फारूक अब्दुल्ला च्या सरकार मध्ये जम्मू काश्मीर सरकार ने एक कायदा पास केला होता. त्यानुसार जम्मू काश्मीर मध्ये जवळपास 20 लाख कनाल एवढी जमीन अवैध रित्या लोकांनी आपल्या हक्कात
घेतली होती. सरकार ने कायदा आणून, ती जमीन ज्याच्या अधिकारात आहे त्यांना काही ठराविक रक्कम देऊन, मालकी देण्याचे निर्णय केले. ज्यामुळे 25000 कोटी सरकारी तिजोरीत येण्याची शक्यता होती.
आधी फारुख अब्दुल्ला नंतर गुलाम नबी आझाद , उमर अब्दुल्ला आणि मुफ्ती ने वेळोवेळी यात बदल करत जाऊन
गोष्ट भाऊच्या धक्क्याची .....सर्वांनी RT करावी अशी माहिती !!
एकेकाळी कोकणी आणि गोंयकार प्रवाशांनी गजबजणाऱ्या मुंबईतील भाऊच्या धक्क्य़ाला यंदा दीडशे र्वष पूर्ण होत आहेत. त्यानिमित्ताने भाऊच्या धक्क्य़ाच्या इतिहासाची ही सफर
बंदरापलीकडील रेवसहून अखेरची बोट सातवाजता भाऊच्या धक्क्य़ाला लागली आणि दिवसभर गजबजलेला तो कोकणी माणसाचा सखा- भाऊचा धक्का सुस्तावला.
गेली दीडशे वर्षे अव्याहतपणे मुंबईत कोकण्यांची आणि गोवेकरांची सेवा करणाऱ्या या धक्क्य़ाच्या प्रत्येक चिऱ्याला मग वाचा!
फुटली.
कारण अलिबागहून आलेल्या एका नवश्रीमंत फार्महाऊसवाल्याने ‘ये कौन भाऊ है जी?’
टर्मिनस को जिसका नाम दिया है वो?’ असे कुत्सित उद्गार काढले. गेली दीड शतके या धक्क्य़ावर गरीब कोकणवासी मुंबईत मिसळून जाण्यासाठी उतरत असत.
त्यांना हा प्रश्न कधी पडला नाही.
हाथरस पहुँचनेवालों में से एक भी कभी पालघर नहीं पहुँचा.! क्यों? दिल्ली में जिन र्लोगों का संहार ताहिर ने कर उनके शव नाले में फेंके थे, क्या उन पीड़ितों के घर संजय सिंह गए थे ? BJP अब पार्टी नहीं बल्कि हिंदू आस्था का वह मंदिर बन चुकी है जिस पर सौकरोड़ हिंदुओं का विश्वास है
कोई शक
काँग्रेस की नीति रही है बाटो और राज करो। इस नीति और सोच को तोड़ना होगा सब हिन्दू भाइयो को एकजुट होकर जात पात का त्याग कर सिर्फ हिन्दू बने तभी इस हिंदुस्तान में हिन्दुओ का अस्तित्व बच पायेगा वरना सत्ता के भूखे भेड़िये गिद्ध जयचन्द दलाल मीडिया के सहयोग से पारी पारी करके
सबको नोच खायेंगे।
आँखे खोलो मेरे भाई दुश्मन को पहचानो
काँग्रेस सत्ता के लिये इस कदर इतनी नीचे गिर जाएगी पता नही था पहले गँगस्टर विकास दुबे के नाम पर सवर्णो को आपस में लड़ाया और बाटा ब्राह्मण ठाकुर के नाम पर। अब दलितों को भड़काकर सवर्णो को नीचा दिखाने का प्रयास कर रही है।
हे भारतातील राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या हिंदुत्ववादी-राष्ट्रवादी संघटनेचे संस्थापक होते.
डाँ. केशव बळीराम हेडगेवार यांचा जन्म चैत्र शुद्ध प्रतिपदेला एप्रिल १ सन इ.स. १८८९ मध्ये महाराष्ट्र आणि
आंध्र प्रदेश च्या मधल्या बोधाण तालुक्यातील कुंदाकृती गावात झाला.
हेडगेवारांचे शिक्षण त्यांच्या मोठ्या भावाने केले.मॅट्रिक पास झाल्या नंतर, इ.स. १९१० साली ते चिकित्सा शिक्षण घेण्या साठी ते कोलकात्ताला गेले. तरुणपणात सशस्त्र क्रांतीत सहभाग घेतलेला. शाळेत असताना त्यांनी
व्हिक्टोरिया राणीच्या राज्यारोहणाला ६० वर्षे पूर्ण झाल्याबद्दल वाटण्यात आलेली मिठाई रागाने फेकून दिली होती. तसेच पुढे ‘वंदे मातरम्’ चा घोष केल्याबद्दल त्यांना शाळेतून काढून टाकण्यात आले होते. बंगालमधील प्रत्यक्ष क्रांतिकार्यात सहभाग घेता यावा यासाठी त्यांनी आपले उच्चशिक्षण
इतिहास का पुनर्लेखन किया जाय ताकी हमारी अगली पिढी अपने महान इतिहास और अपने महान शासको के बारे मे विस्तृत जान सके @narendramodi@smritiirani@AmitShah
*अफगानिस्तान का हिंदू वैदिक अतीत*
*भारत का अजेय सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड़*
वीर सावरकर जी हिंदुओं की दिग्विजय के विषय में कहते हैं कि :--
" साधारणत: सन 550 के बाद हिंदू राजाओं ने सिंधु नदी को विभिन्न मार्गों से लांघकर आज जिन्हें बलूचिस्तान , अफगानिस्तान , इराक,हिंदूकुश ,
गिलगित , कश्मीर इत्यादि कहा जाता है , और जो प्रदेश सम्राट अशोक के पश्चात वैदिक हिंदुओं के हाथ से यवन , शक , हूण आदि म्लेच्छों ने छीन कर लगभग 500 वर्ष तक अपने अधिकार में ले रखे थे ,
वे सिंधु नदी के पार के समस्त भारतीय साम्राज्य के प्रदेश उन सभी म्लेच्छ शत्रुओं को ध्वस्त करते
यूपी के सीएम योगी जी का वो सच, जो बहुत कम लोग जानते हैं???
भयंकर रुप, जिसने पूरी भाजपा को हिलकर रख दिया????
बात अक्टूबर 2005 की है, एक UP का माफिया था। जिसका नाम मुख़्तार अंसारी था।वो खुली जीप में हथियार लहराते.महू में साम्प्रदायिक दंगा करवा रहा था।
3 दिन तक मौत का तांडव महू में मुख्तार करता रहा,उस वक़्त UP का CM मुलायम सिंह यादव था।और वो कई दफ़ा ये भी बोल चुका था कि
"मुझसे बड़ा गुंडा इस UP में नही है..." ये बात वो सिंर्फ़ योगी जी के लिये बोलता था।
जब दंगे को का तीसरा दिन था तो प्रशासन