#दधिमती माता मन्दिर राजस्थान के नागौर जिले के जायल तहसील के गोठ मांगलोद गांव में स्थित देवी दधिमती का मन्दिर है माताका प्राकट्य लगभग 2000वर्ष पहले हुआ था यह उत्तरी भारत में एक पुराने मन्दिरों में से एकहै दधिमती दधीचि ऋषि की बहिनहै इनका जन्म माघ महीनेके शुक्लपक्ष की सप्तमीको हुआथा
दधिमती ने माघ महीने की अष्टमी को दधी नगर में दैत्य विकटासुर को मारा था।दधिमती देवी लक्ष्मीजी की अवतार है मंदिर में माता के कपाल ( चहरे ) की पूजा अर्चना होती है दधिमती माता (दाधीच ब्राह्मण) के अलावा अग्रवाल,महेशवरी,जाट,राजपूत,सहित आदि वंश गोत्र की कुल देवी (कुलमाता) को समर्पित है
मंदिर भारतीय स्थापत्य का गोरव है रामायण दृश्यावली का प्राचीनतम कला माताके मंदिर में देखने को मिलती है ऊपर के भाग में श्रीराम वनवास से लंका विजय के मनमोहक दर्शय बनाए हुए है व गर्भग्रह द्वारा पंच शाखा,लता शाखा,नाग शाखा,रूपशाखा,कीर्तिमुख शाखा चेत्य मुखों के मध्यरूप शाखा से युक्त है
दूसरी किवदन्ति के ये भी है पवाँर वंश के राजा मान्धाता ने यहाँ विशाल यज्ञ किया था हवन के दोरान बनाए गए चार कुण्ड में गंगा,यमुना,सरस्वती व नर्मदा नदी का जल प्रकट हुआ था वही जल से बना आज मंदिर के पास स्थित कपाल कुण्ड जन आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है
कहाँ जाता है मुग़ल काल में मंदिर को खण्डित करने करने का प्रयास किया गया था मगर यहाँ शक्ति के रूप में मोजुद सेंकडो मधुमक्खियों ने मुग़ल सेना पे हमला कर दिया था मान्यता है कि कलयुग के बड़ते प्रभाव से इस मंदिर के सभा मण्डप में से एक अधर स्तम्भ ज़मीन से चिपकता जा रहा है
#Thread#श्राद्ध का अर्थ है अपने पितरों के प्रति श्रद्धा प्रकट करना पुराणों के अनुसार,मृत्यु के बाद भी जीव की पवित्र आत्माएं किसी न किसी रूप में श्राद्ध पक्ष में अपने परिजनों को आशीर्वाद देने के लिए धरती पर आती हैं।पितरों के परिजन उनका तर्पण कर उन्हें तृप्त करते हैं
आश्विन कृष्णपक्ष का श्राद्ध:
01 सितंबर 2020 :- पूर्णिमा व पौष्ठपदी श्राद्ध
02 सितंबर 2020 :- प्रतिपदा का श्राद्ध
03 सितंबर 2020 :- द्वितीया का श्राद्ध
04 सितंबर 2020 :- द्वितीया का श्राद्ध
05 सितंबर 2020 :- तृतीया का श्राद्ध
06 सितंबर 2020 :- चतुर्थी व भरणी का श्राद्ध
07 सितंबर 2020 :- पंचमी व भरणी का श्राद्ध*
*08 सितंबर 2020 :- छठ् व कृत्तिका का श्राद्ध*
*09 सितंबर 2020 :- सप्तमी का श्राद्ध*
*10 सितंबर 2020 :- अष्टमी का श्राद्ध*
*11 सितंबर 2020 :- नवमी का श्राद्ध, मातृ नवमी, सौभाग्यवतीनां श्राद्ध